*सीएसआईआर आईएचबीटी पालमपुर के शिष्टाचार सौजन्य का जवाब नहीं।*
सीएसआईआर पालमपुर के शिष्टाचार सौजन्य का जवाब नहीं।
सीएसआईआर आईएचबीटी पालमपुर जहां अपने रिसर्च एक्सटेंशन कार्य के लिए मशहूर है वहीं लोगों को स्वरोजगार प्रोत्साहित के लिए भी इसका महा योगदान है।
सीएसआइआर आईएचबीटी लोगों की सेवा करने में भी पीछे नहीं रहता।
आईएसबीटी का टयूलिप गार्डन हिमाचल प्रदेश में आकर्षण का कारण बना इस गार्डन को देखने के लिए ना केवल जिला कांगड़ा के बल्कि हिमाचल के दूरदराज के जिलों से भी लोग यहां पर पहुंचे और देश के कई भागों से बैठक इस गार्डन को देखने के लिए यहां पर आए। तथा इस गार्डन की भूरी भूरी प्रशंसा की इसका भरपूर आनंद लिया
सीएसआईआर के कोई भी नई रिसर्च हो या इंडस्ट्री को बूस्ट करने का मामला हो उसमें अपना अहम रोल अदा कर रहा है ।
किसानों बागवानों तथा सूक्ष्म लघु मध्यम तथा अन्य उद्योग शुरू करने वालों के लिए एक वरदान सिद्ध हो रहा है ।पालमपुर के विकास में सीएसआईआर का अहम रोल है ,और पालनपुर को एक सुंदर और हसीन जगह दिखाने में यह अपना विशेष रोल अदा कर रहा है ।
सिविल अस्पताल पालमपुर में सीएसआईआर सौजन्य से एमरजैंसी की एंट्री पर एक बहुत ही सुंदर सा हैंगिंग गार्डन का निर्माण किया है जिससे पालमपुर के हॉस्पिटल को और अधिक सुंदर दिखने का मौका मिला है। यह हैंगिंग गार्डन लोगों के लिए एक सुख का अनुभव देने वाला लगता है।
हैंगिंग गार्डन पर लोगों ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि सीएसआइआर आईएचबीटी का यह बहुत ही एक सराहनीय कारनामा है और उनके दुख भरे पलों को थोड़ा सा सुकून देने में सहायक सिद्ध हो रहा है।
गार्डन के बारे में हृदय रोग विशेषज्ञ डॉक्टर उमेश कश्यप ने बताया कि सीएसआईआर द्वारा किया गया यह कार्य बहुत ही अच्छा कार्य है जो रोगियों के रोग और दुख को कम करने में सहायक सिद्ध हो रहा है इस तरह के फूलों के गमले व अन्य इंदौर प्लांट अगर हॉस्पिटल में लगाए जाए तो वह ना केवल वातावरण को शुद्ध रखने में सहायक होंगे बल्कि वह सुकून भरा एहसास भी देंगे