*शहीद संजय शर्मा जी की दोनों बेटियों साथ पूर्व विधायक प्रवीन कुमार*
शहीद संजय शर्मा की दोनों बेटियों की पढ़ाई का खर्चा तो महान क्रिकेट खिलाड़ी श्री गौतम गम्भीर ने ऊठा लिया लेकिन उसके सर्वोच्च बलिदान पर प्रदेश सरकार आज दिन तक मूकदर्शक :- प्रवीन कुमार पूर्व विधायक……. यह प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए समाज सेवा में समर्पित इन्साफ संस्था के अध्यक्ष एवं पालमपुर के पूर्व विधायक प्रवीन कुमार ने कहा कि उनके हल्के के अन्तर्गत चचियां पंचायत के बीर जवान संजय शर्मा 24 अप्रैल 2017 को मातृ भूमि की रक्षा करते करते छत्तीसगढ़ के सुकमा में एक नक्सल वादी हमले में शहीद हो गये । उस समय चचियां के भरथरी श्मशान घाट में उनका पूरे राजकीय सम्मान के साथ अन्तिम संस्कार किया गया । बाकायदा तत्कालीन लोक सभा सांसद एवं पूर्व मुख्यमन्त्री श्री शान्ता कुमार जी ने उनके घर पर संवेदना व्यक्त करते हुए स्थानीय पंचायत के आग्रह पर संजय घाट के नाम पर सांसद निधि से पांच लाख रुपये दिये लेकिन उस समय भी सरकार के किसी विधायक या मन्त्री ने अन्त्येष्टि में भाग नहीं लिया । यहाँ पूर्व विधायक का कहना है कि अक्सर जहां भी हमारे देश के बीर जवानों ने मातृ भूमि की रक्षा करते करते अपना सर्वोच्च बलिदान दिया है वहां उनकी उस शहादत एवं कुर्बानी को हमेशा हमेशा के लिए जिन्दा रखने हेतु वहां की सरकारों ने उनकी यादाशत में कुछ न कुछ न कुछ घोषणा करके अमलीजामा पहनाता है । जबकि आज छः वर्ष से ऊपर समय हो गया संजय शर्मा को शहीद हुए लेकिन सरकारी घोषणा के बावजूद भी आज दिन तक न तो उनके नाम का प्रवेश द्वार बना न ही शहीद के नाम से स्कूल का नामाकरण हुआ ओर न ही घोषित स्थल पर सटैच्यू लगा । पूर्व विधायक ने कहा कि शहीद संजय शर्मा उनके ताया जी के दोहता ओर रिश्तेदारी में भाणजा लगता है। परन्तु वह शर्मिंदा है कि स्थानीय प्रशासन ने शहीद संजय शर्मा की प्रतिमा लगाने के लिए शहीद की पत्नी से एक लाख रुपया भी लिया ओर इस पैसे से संजय शर्मा की प्रतिमा भी बनकर आ गई है जो कि गत लम्बे समय से पालमपुर के मिनी सचिवालय में धूल फांक रही है। पूर्व विधायक ने बताया कि इस सन्दर्भ में जैसे ही पूर्व मुख्यमन्त्री श्री शान्ता कुमार जी को पता चला कि ऎसे ऎसे शहीद की प्रतिमा को लगाने के लिए उसकी घर वाली से एक लाख रुपया लिया है तो उन्होंने तत्काल कडा संज्ञान लेते हुए तीखी प्रतिक्रिया प्रकट की थी कि शहीदों के सपनो के इस भारत में उनकी शहादत को किसी भी सूरत में पैसों से नहीं तोला जा सकता । दिग्गज भाजपा नेता श्री शान्ता कुमार जी की इस प्रतिक्रिया के तुरन्त बाद प्रशासन ने आनन फानन में तुरन्त प्रभाव से एक लाख रुपया शहीद की पत्नी को घर जाकर लोटा दिया । पूर्व विधायक ने शहीद संजय शर्मा की पारिवारिक गाथा का इजहार करते हुए कहा कि शहीद की माता श्री मति शकुंतला शर्मा बेटे के वियोग से टूट चुकी हैं नतीजतन आंसू वहा वहा कर उनकी आंखों की रोशनी बहुत कमजोर हो चुकी है जबकि पिता श्री राजेन्द्र शर्मा की गमगीन हालत के चलते ब्रेन हेमरज से याददाश्त चली गई हैं। इसी के साथ पूर्व विधायक ने महान क्रिकेटर श्री गौतम गम्भीर जी का उदाहरण देते हुए कहा कि एक तरफ गत छ: वर्षों में तीन सरकारें सतासीन हुई उन्होंने शहीद संजय शर्मा की सर्वोच्च शहादत , कुर्बानी व बलिदान की कद्र नहीं की जबकि दुसरी तरफ भारतीय क्रिकेट टीम के धुरंधर बल्लेबाज श्री गौतम गम्भीर ने शहीद संजय शर्मा की दोनों बेटियों को शिक्षा के क्षेत्र में गोद लेकर एक बहुत बड़ी मिसाल पेश की है। यही नहीं जव भी क्रिकेट जगत में कोई बडा समारोह या उनका पारिवारिक फंक्शन होता है तो गौतम गम्भीर पूरा खर्चा बहन करके इस शहीद परिवार को बुलाना नहीं भुलते ।