

महिलाओं को केवल वोट बैंक ना समझा जाए नवी ठाकुर जिला परिषद सदस्या।
आज पालमपुर में महिला सशक्तिकरण के एक कार्यक्रम ”जनसंवाद मातृ शक्ति के साथ” में बोलते हुए नवी ठाकुर जिला परिषद सदस्य ने कहा कि नेताओं को अपनी सोच में बदलाव लाना चाहिए वह महिलाओं को केवल वोट बैंक और तालियां बजाने तक सीमित ना रखें क्योंकि महिलाएं अगर अच्छे से अपना घर चला सकती हैं अपना परिवार चला सकती हैं अपनी रिश्तेदारी निभा सकती हैं तो वह राजनीति में आकर अपना गांव ,शहर, जिला, देश व प्रदेश क्यों नहीं चला सकती।
महिलाओं में क्षमता है कि वह इमानदारी से बहुत अच्छा कार्य कर सकती हैं और महिलाओं की ईमानदारी व उनकी कर्तव्यनिष्ठा जगजाहिर है ।उन्होंने कहा कि यह अफसोस की बात है कि भारत में महिलाओं को केवल वोट बैंक के लिए इस्तेमाल किया जाता है और यह समझा जाता है कि वह किसी के भी कहने पर कहीं भी वोट कर देंगी, लेकिन अब जमाना बदल चुका है महिलाएं अपने सोच से और अपनी समझ से वोट करती हैं और देश की राजनीति में अपनी हिस्सेदारी बड़ी जिम्मेदारी से निभा रही हैं। उन्होंने इस बात पर अफसोस जाहिर किया कि पुरुष समाज आज भी महिलाओं को राजनीति में स्वीकार करने से कतरा रहे हैं परंतु यदि महिलाओं को बराबर की हिस्सेदारी दी जाए तो वह पुरुषों से अच्छा कार्य करके दिखा सकती हैं ,और देश समाज और विश्व के लिए वह बहुत बड़ा योगदान दे सकती हैं, बशर्ते कि उन्हें मौका दिया जाए। उन्हें जो अवसर मिलने चाहिए वह दिए जाएं।
अपने राजनीतिक जीवन के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि उन्हें कई मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है परंतु फिर भी वह हिम्मत नहीं हार रही है तथा इमानदारी से लोगों की सेवा में जुटी हुई हैं और जिसके परिणाम आना अवश्यंभावी है ।समारोह को जिला परिषद सदस्य डॉ राहुल पठानिया मुख्य अतिथि के रूप में पधारे तथा इसके अतिरिक्त प्रवीण शर्मा ,राजीव जमवाल, तथा हितेश शर्मा व बाबा त्रिलोक नाथ ने भी संबोधित किया। विस्तृत रिपोर्ट आना बाकी है। इस कार्यक्रम में भारी मात्रा में महिलाओं ने शिरकत की।