*श्री राम शरणम पालमपुर द्वारा आज परम आदरणीय भगत हंसराज जी महाराज के जन्मदिवस के उपलक्ष्य में राम मंदिर को घुग्घर में सत्संग संकीर्तन का आयोजन किया गया।*
श्री राम शरणम पालमपुर द्वारा आज परम आदरणीय भगत हंसराज जी महाराज के जन्मदिवस के उपलक्ष्य में राम मंदिर को घुग्घर में सत्संग संकीर्तन का आयोजन किया गया।
जिसमें शहर के सभी भक्तजनों ने हिस्सा लिया तथा बड़े श्रद्धाभाव से भजन और संकीर्तन किया। सत्संग ध्यान साधना के बाद लंगर भंडारे का आयोजन किया गया जिसमें सभी श्रद्धालुओं ने बड़े श्रद्धापूर्वक लंगर का आनंद लिया ।
लंगर सेवा में सभी भक्तिजनों ने बड़े प्रेम भाव से लंगर की सेवा की। लंगर की सबसे बड़ी बात यह थी कि इसमें किसी भी तरह का वेस्ट मटेरियल नहीं बरता गया तथा आज महात्मा गांधी के जन्म दिवस पर स्वच्छ भारत अभियान मे अपना योगदान दिया। सभी को स्टील की थालियां में भोजन प्रसाद भरोसा गया तथा थालियों को तीन बार साफ करके दोबारा से उनमें प्रसाद वितरित किया गया कहीं पर भी कोई प्लास्टिक वेस्ट या कचरा नहीं देखा गया
पिताजी के व्यक्तित्व के बारे में कहा जाता है कि
बेदाग सफेद कुर्ता-पायजामा पहने, वास्कट और कंधों पर क्रीम शॉल पहने, शरीर पतला और दुबला, चाल में स्मार्ट, वाणी में नरम-फिर भी दृढ़, चाल और बातचीत में सीधे, पूज्य बड़े पिताजी (पूज्य पिता) सभी की आँखों का आकर्षण था।आम तौर पर लोग और विशेष रूप से भक्त, उनसे प्यार करते थे, उनकी पूजा करते थे, बल्कि उनके पवित्र चरणों में अपनी आँखें फैलाते थे। वे जहां भी जाते, पुरुषों, महिलाओं और बच्चों की भीड़ उमड़ पड़ती। पेशे से कृषक बड़े पिता जी ने बहुत ही सादा जीवन व्यतीत किया। उन्होंने इस बात की वकालत की कि व्यक्ति को सादगी, गरिमा और स्वाभिमान का जीवन जीना चाहिए।