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*St. Anne’s Girls High School Palampur :,the first name of Government Girls Senior Secondary School Palampur*

 

 

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*St. Anne’s Girls High School Palampur :,the first name of Government Girls Senior Secondary School Palampur*

Tct chief editor

St. Anne’s Girls High School Palampur is the first name of Government Senior Secondary School for Girls at Palampur. The history of the school is  excellent and the future of the school is very terrific Today we are trying to share  some interesting facts about the school so that  common people of Palampur town may know about the  intresting & excellent stroy of this school

इतिहास :(History)

राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला, धौलाधार की तराई में बसा प्रदेश के सुंदरतम पाठशालाओं में से एक विद्यालय है। हिमआच्छादित पहाड़ियों से घिरा घने पेड़ों की छांव में बसे इस विद्यालय की प्राकृतिक छटा अ‌द्वितीय है। वर्ष 1868 ईस्वी में मंडी रियासत के राजा श्री विजय सेन ने इस विद्यालय की नींव रखी। विद्यालय का संपूर्ण क्षेत्र मंडी राजघराने द्वारा उपलब्ध कराया गया है। राजसी संरक्षण में चलने वाले इस विद्यालय को 1921 में ईसाई मिशनरी शिक्षा संभाग ने गोद ले लिया था। तब इस स्कूल का नाम St. Anne’s Girls High School था

🖕1956 से पहले कक्षा पहली से दसवीं तक यह एक गर्ल्स स्कूल था, जिसमें कक्षा 1 से कक्षा 4 तक Co-Educational classes थी। 1958 से यह पूर्णतया एक कन्या विद्यालय बन गया। शुरू में इस स्कूल की दो buildings थी, जो अब Heritage हैं।

वर्ष 1973 में हिमाचल सरकार ने इस विद्यालय को राजकीय उच्च विद्यालय का दर्जा दिया तथा वर्ष 2007 से इस विद्यालय को वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला के रूप में स्तरोन्नत कर दिया गया। उस वक्त 74 लड़कियां यहां शिक्षा ग्रहण कर रही थी। 1868से 2000 तक इस विद्यालय में कई कीर्तिमान स्थापित किए तथा अपने आप में कई परिवर्तनों को देखा है। इस प्रकार देखा जाए तो

कन्या विद्यालय पालमपुर का इतिहास 153 वर्ष पुराना है

 

विद्यालय पुस्तकालय

वर्ष 1973 में हिमाचल सरकार ने विद्यालय को उच्च पाठशाला का दर्जा दिया तथा छात्राओं में पठन-पाठन की रुचि बढ़ाने के लिए कुछ ज्ञानवर्धक पुस्तकें खरीदी गई। वहीं कुछ किताबें पालमपुर के प्रबुद्ध लोगों अध्यापकों तथा समाजसेवी संस्थाओं द्वारा दान में दी गई। करीब 150 पुस्तकों से शुरू की गई इस लाइब्रेरी में अब दो हजार अलग-अलग विषयों की पुस्तकें हैं। समय-समय पर SSA द्वारा भी पुस्तकें दी जाती रही है। वर्ष 2008 में विद्यालय के पुस्तकालय को पब्लिक लाइब्रेरी की संज्ञा दी गई। वर्ष 2015 में तत्कालीन प्रधानाचार्य ने पुस्तकालय कक्ष तथा इसके निर्माण के लिए अनेक कदम उठाए तथा लाइब्रेरी में एक बुक बैंक खोला गया जिसका लक्ष्य +1 तथा 2 की की छात्राओं को text books उपलब्ध करवाना था, ताकि निर्धन परिवारों से आने वाली छात्राओं को पढ़ने की दिक्कत ना आए। अब लाइब्रेरी कार्ड पर छात्राओं को मुख्त में किताबें पढ़ने को दी जाती हैं। आज वरिष्ठ माध्यमिक ( कन्या) पाठशाला पालमपुर की लाइब्रेरी में 2000 अलग-अलग विषयों की पुस्तकें, समाचार पत्र, पत्रिकाएं, रोजगार पत्र, GK तथा प्रितियोगी परीक्षाओं की किताबें भी उपलब्ध है। लाइब्रेरी (अवधि)period में यहां बैठकर छात्राएं Self-study (स्वयं अध्ययन )भी करती हैं।

योग शिक्षा

पिछले 50 सालों की उपलब्धि में एक मुख्य योगदान यहां योगा का है। योग को एक विषय के रूप में इस विद्यालय में वर्ष 1997 में शुरू किया गया। तब से इस स्कूल की छात्राओं ने स्कूल ही नहीं अपितु प्रदेश का भी राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिनिधित्व किया है, साथ ही दिल्ली, छत्तीसगढ़, पश्चिमी बंगाल तथा योगा ओलंपियाड में पुरस्कार प्राप्त कर स्कूल तथा प्रदेश का मान बढ़ाया है।

Eco क्लब

विद्यालय का अपना Jasmine Eco Club है जिसके तहत छात्राएं विभिन्न पर्यावरणीय गतिविधियों में भाग लेकर पर्यावरण के मुद्दों और उनसे जुड़ी समस्याओं के प्रति जागरूक होती हैं। समय-समय पर Rallies, Sanitation drive in school and surroundings, नशा मुक्ति अभियान तथा महत्वपूर्ण दिवस जैसे Environment day, World water day, Earth day. World health day, स्वच्छता दिवस आदि आयोजित करता है। स्कूल के सौंदर्गीकरण का जिम्मा भी Jasmine Eco Club पर है जिसे वह बखूबी निभाता है।

आई सी टी लैब ( ICT LAB)

3 सितंबर 2014 में स्कूल में ICT Lab को स्थापित किया गया, जिसमें 9 computer systems, एक LCD, एक Projector (K-Yan) और एक LaserJet Printer में स्थापित किया गया।

संगीत (वादन)

संगीत को एक विषय के रूप में इस विद्यालय में वर्ष 2017 में शुरू किया गया। तब से इस विद्यालय में छात्राओं ने संगीत मे कई कीर्तिमान स्थापित किए हैं। स्कूल की छात्राओं ने स्कूल ही नहीं अपितु प्रदेश स्तर पर पुरस्कार प्राप्त कर स्कूल तथा प्रदेश का मान बढ़ाया है।

स्कूल में बच्चों को मिड डे मील बड़े ही साफ सुथरे ढंग से बनाया और परोसा जाता है ।कभी भी बासी भोजन बच्चों में नहीं दिया जाता तथा साफ-सफाई सफाई का पूरा ध्यान रखा जाता है। जिसके लिए पर्याप्त मात्रा में राशन गैस और बिजली तथा स्वच्छ जल का इंतजाम किया गया है।

इन सभी विषयों तथा एक्टिविटी के अतिरिक्त स्कूल विभिन्न प्रकार की सामाजिक गतिविधियों में तथा सामाजिक जागरूकता के लिए विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों में हिस्सा लेता रहता है । विद्यार्थियों तथा लोगों में समाज के प्रति जागरूकता लाने के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम किये जाते हैं तथा सामाजिक बुराइयों के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए विद्यालय की विद्यार्थी बढ़ चढ़कर हिस्सा लेती हैं।
स्कूल की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यहां पर आज दिन तक किसी भी तरह की कोई अप्रिय घटना नहीं घटी है तथा वर्तमान प्रिंसिपल रितु जम्वाल ने इस परंपरा को बड़ी ही कुशलता और परिपक्व अंदाज से निभाया है। स्कूल शहर के बीचों बीच स्थित है और यहां पर स्कूल के आसपास व्यापारिक गतिविधियां खूब होती हैं परंतु इतने व्यस्ततम इलाके में होने के बावजूद भी यहां पर अनुशासन की कोई कमी नहीं पाई जाती और ना ही लड़कियों को कभी गेट से बाहर जाने की इजाजत होती है ।

अनुशासन को बड़ी सख्ती से निभाया जाता है जिसमें प्रिंसिपल रितु जमवाल तथा अन्य स्टाफ का महत्वपूर्ण योगदान रहा है।

Ritu Jamwal Principal

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