*रीस_करो_जलो_नहीं :-Mahendra Nath sofat Ex minister Himachal Pradesh Government*
19 दिसंबर 2023- (#रीस_करो_जलो_नहीं।) –
हमारी रोजाना गप्पगोष्टी मे हर पार्टी के समर्थक शामिल होते है। इस गप्पगोष्टी मे शामिल होने वाले भाजपा समर्थक तीन राज्यों मे सरकार बनने के बाद अति उत्साहित है। वहीं कांग्रेस से सहानुभूति रखने वाले लोग निरूत्साहित है और उनमे से कुछ कांग्रेस की इस हार के लिए ईवीएम को जिम्मेदार मानते है। मै अपने मित्रों को कहता हूं कि भाजपा की जीत का श्रेय उसके कार्यकर्ताओं और नेताओ की मेहनत को भी जाता है। भाजपा के रणनीतिकार चुनाव जीत के लिए कारगर रणनीति बनाने,जनता के मूड को भांप कर मुद्दे जनता के सामने रखने मे सफल रहे है। मै कांग्रेस के मित्रों से कहता हूं अच्छी बात दुश्मन से भी सीख लेनी चाहिए। आप यदि ईवीएम को दोष दे कर सन्तोष कर लोगे और मेहनत नही करोगे तो परिणाम नही बदल सकोगे। खैर प्रतिष्ठित हिंदी दैनिक मे छपे ब्यान मे चिदंबरम ने माना है कि भाजपा की चुनावी रणनीति लाजवाब है। उन्होने कहा कि ” भाजपा हर चुनाव अंतिम लड़ाई समझ कर लडती है” । उन्होने विपक्षी दलो को इस सच्चाई का अहसास कराने का प्रयास किया है।
स्मरण रहे चिदंबरम कांग्रेस के वरिष्ठतम नेताओ मे से एक है। वह देश के वित्त और गृह मंत्री रह चुके है। वर्तमान मे वह राज्यसभा के और उनका बेटा लोकसभा का सदस्य है। उन्होने भाजपा के बूथ प्रबंधन की भी सराहना की है। असल मे यह सच्चाई है कि भाजपा एक मात्र पार्टी है जिसके पास पूर्णकालिक कार्यकर्ताओ की बड़ी फौज है। भाजपा के युवा,महिला और छात्र संगठन पुरी तरह सक्रिय है। संसाधनो से सम्पन्न भाजपा अपने कार्यकर्ताओ को हमेशा सक्रिय रखती है। दुसरी और कांग्रेस देश की सबसे पुरानी पार्टी के साथ एक थकी हुई पार्टी है। कई वर्षों से उसमे युवा आने से सकोंच कर रहे है। प्रदेशो मे भी युवा नेतृत्व खड़ा नहीं हो पा रहा है। स्मरण रहे कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी वयोवृद्ध नेता है और अधिकतर कग्रेस नेता भी पार्ट टाइम राजनीति करते है। अधिकांश कांग्रेस के नेता चुनाव के समय ही सक्रिय नजर आते है। चिदंबरम और आचार्य प्रमोद संगठन, रणनीति, सक्रियता और बूथ प्रबंधन को लेकर कांग्रेस को भाजपा की रीस करने की सलाह दे रहे है। देखना होगा कि कांग्रेस नेतृत्व अपने इन नेताओ की सलाह को कितनी गंभीरता से लेता है।
#आज_इतना_ही।