Editorial :*2024_का_सादर_अभिनंदन*
2 जनवरी 2024- (#2024_का_सादर_अभिनंदन)-
अब हम 2024 मे प्रवेश कर चुके है। यह वर्ष हमारे और हमारे देश के लिए अति महत्वपूर्ण है। घटित होने वाला बहुत कुछ भविष्य के गर्भ मे है, लेकिन कुछ घटनाएं जो अपेक्षित है वह पहले से तय है। वर्ष के पहले ही महीने जनवरी मे भगवान राम अपनी जन्मस्थली अयोध्या मे अपने मंदिर मे लौटेंगे। शताब्दियों के संघर्ष के बाद राम-जन्मभूमि पर मंदिर बनना सम्भव हो सका है। इसलिए आम- जन मे उत्साह भी बहुत है। 22 जनवरी को होने वाले प्राण- प्रतिष्ठा कार्यक्रम की तैयारी और भव्य मंदिर निर्माण का काम बहुत जोरो पर है। इसी वर्ष मई माह तक देश को नई लोकसभा मिलने वाली है। आम चुनाव 2024 के लिए राजनीतिक दलों ने कमर कस ली है। भाजपा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व मे तीसरी बार सरकार बनाने का दावा कर रही है तो दूसरी ओर विपक्ष का गठबंधन भाजपा को हराने के लिए एकजुट हो गया है। परिणाम भविष्य के गर्भ मे है निश्चित तौर पर वर्ष 2024 इस परिणाम का गवाह होगा और नई केन्द्रीय सरकार का अभिनंदन करेगा। इसी वर्ष 2024 नवम्बर माह मे देश के चर्चित मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड सेवानिवृत्त हो जाएगें। उनकी सेवानिवृत्ति से पूर्व सर्वोच्च न्यायालय कुछ महत्वपूर्ण फैसले देगा जो देश की राजनीति को प्रभावित कर सकते है। सबसे महत्वपूर्ण निर्णय चुनावी बॉण्ड पर आने वाला है।
स्मरण रहे यह योजना वर्तमान सरकार 2017 मे लेकर आई थी। कहा जाता है इस योजना पीछे स्वर्गीय अरूण जेटली का दिमाग था। यह बॉण्ड प्रतिज्ञा पत्र की भांति है जिसे कोई भारतीय नागरिक और कंपनी खरीद सकती है। उसका नाम एस.वी.आई के अतिरिक्त किसी को मालूम नहीं होगा। खरीदार इसको किसी राजनैतिक दल को दे सकता है और वह दल इसको कैश करवा सकता है। सुप्रीम कोर्ट इसकी वैधता पर निर्णय शीतकालीन ब्रेक के बाद दे सकता है। इसके अतिरिक्त सदन के अन्दर किसी भी प्रकार के भ्रष्टाचार के लिए दोषी न ठहराए जा सकने के लिए मिली सुरक्षा पर भी कोर्ट निर्णय लेगा। जानकारों का मानना है कि कोर्ट यह सुरक्षा खत्म कर सकता है। एक ओर याचिका मे सर्वोच्च न्यायालय के दागी नेताओं को जीवनभर चुनाव लड़ने पर पाबंदी लगाने के लिए गुहार लगाई गई है। इस याचिका पर भी निर्णय अपेक्षित है। कुल मिला कर 2024 के वर्ष मे होने वाली घटनाएं और कोर्ट के निर्णय देश की दिशा और दशा बदल सकते है।
#आज_इतना_ही।