*लिटिल ड्रमर मास्टर द्रोण ने जीता लोगों का दिल*
Renu Renu
लोगों की आंख का तारा बना लिटिल ड्रमर द्रोण
एक के बाद एक उपलब्धि हासिल कर छुआ आसमां, री कहानी वीडियो में बयां किया नौ साल का सफर
चौपाल, नेरवा आपको एक ऐसे नन्हे कलाकार रूबरू करवा रहा है, जिसने नौ साल की छोटी सी उम्र में न ज्वल कला के क्षेत्र में उपलब्धियां प्राप्त की हैं,।
चौपाल के बोधना से संबंध रखने वाले देश के सबसे छोटे इमर द्रोण चंदेल को 6 जनवरी को रिलीज हुई मेरी हानी वीडियो के इस वीडियो वह अपने नौ साल के सफर की दास्ताां बयाां करता नजर आ रहा ।
द्रोण ने महज के उम्र में देश का सबसे टाइमर होने की उपलब्धि सिल कर ली थी। इसके लावा द्रोण को कैंसियो प्लेइंग and एक्टिंग में भी महारत हासिल । द्रोण को इन उपलब्धियों के ए कई प्रतिष्ठित राष्ट्रिय व राज्य अवार्ड भी मिल चुके है हरहाल दोण नित नई रलब्धियां हासिल कर आसमान बुलंदियां छू रहा है एवं आज ड़े-बड़े कलाकारों और आम गों की आंख का तारा बना आ है। द्रोण करीब चार साल हले सबसे पहले उस समय चर्चा
में आया था, जब महज छह साल की उम्र में उसकी फोटो और वीडियो इम बजाते हुए सोशल मीडिया पर धमाल मचाने लगी। इसके बाद द्रोण ने कासियों प्लेइंग और एक्टिंग में भी अभ्यास जारी रखते हुए इनमें महारत हासिल कर ली।
वर्ष 2018 में द्रोण को मात्र छह साल की उम्र में देश के सबसे छोटे इमर के खिताब से नवाजा गया। इसके बाद द्रोण कभी कोरोना के प्रति लोगों को जागरूक करते हुए तो कभी कैंसियों पर राष्ट्रगान की धुन गाने के लिए मीडिया की सुर्खियों में छाया रहा। द्रोण ने मीडिया से अपनी कामयाबी को दास्तां बयां करते हुए कहा कि गीत, संगीत, एक्टिंग, ड्रम बोटिंग और कैसियो प्लेइंग उसके जीवन का एक अहम बन चुका है।
बड़े होकर उसका सपना एक सफल फिल्मी कलाकार बनना है। एवं वह कला के क्षेत्र में ऊंचा नाम कमाना चाहता है। अपना सपना पूरा करने के लिए यह प्रतिदिन कई कई घंटे अभ्यास करता है। मजे की बात यह है कि उसको इस दिनचर्या का उसकी पढ़ाई पर भी कोई असर नहीं पड़ता तथा वह पढ़ाई के क्षेत्र में भी अव्वल है।
द्रोण बताता है कि उसका सपना बड़े होकर एक सफल फ़िल्मी कलाकार बनने का है, जिसके लिए वह प्रतिदिन कई कई घंटे अभ्यास कर रहा है ! वह एक लघु फिल्म में भी बाल कलाकार का अभिनय कर चूका है ! ख़ास बात यह है कि अपने इस शौक का उसकी पढ़ाई पर कोई असर नहीं है, वह अभ्यास के साथ साथ पढ़ाई पर भी पूरा ध्यान दे रहा है तथा इस क्षेत्र में भी अव्वल है !
इसके अतिरिक्त द्रोण ने कोरोना महामारी के बीच लोगों को जागरूक करने पर भी खूब वाहवाही लूटी तथा कैसियो पर उसके द्वारा बजाई गई राष्ट्रगान की धुन भी मीडिया में खूब छाई रही !
द्रोण अपनी सफलता का श्रेय अपने माता पिता एवं स्वर्गीय दादा से मिली प्रेरणा और उनके आशीर्वाद को देता है। हिमाचल के लोग तो उनकी इस उपलब्धि पर बहुत खुश हैं तथा उसके परिवार वाले गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। हिमाचल के नेताओं ने भी द्रोण इस कामयाबी पर खुशी जताई है
आज की तारीख लोगों की आंख का तारा बना हुआ है लिटिल ड्रमर द्रोण धर्मेंद्र चंदेल द्रोण के पिता श्री