*शनि सेवा सदन पालमपुर कर रहा है इन लाचार मां बेटी की मदद* * जो दानी सज्जन मदद करना चाहे वह आगे आयें* 98171-64052
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Shani Seva Sadan जरूरतमंद असहाय तथा बेसहारा मजबूर लोगों की सहायता करने को हमेशा तत्पर रहता है, तथा जितने शनि सेवा सदन के पास अपने साधन है उतनी सब की यथासम्भव सहायता करते हैं ।यह मां बेटी पालमपुर में पिछले कई वर्षों से रह रही हैं ,और यह बेटी महान है कि जो यह अपनी माता की देखभाल कर रही है ,तथा बुढ़ापे में उनका सहारा बन रही है, वरना इस मतलबी संसार में आज साधन संपन्न लोग भी अपने मां बाप को नहीं देख रहे हैं ।यह उनकी मजबूरी है या उनके अपने कर्तव्यों की तरफ विमुखता यह आप लोग स्वयं ही निश्चय कर सकते हैं ।परंतु यह उन लोगों की अपने कर्तव्यों के प्रति विमुखता तथा उनका निकम्मापन लालच और सेलफिशनेस ज्यादा गिनी जाएगी और मजबूरी कम ,क्योंकि साधन संपन्न होने के बावजूद भी अगर कोई अपने मां बाप को नहीं देख सकता तो ऐसी संतान का ना होना ही बेहतर है । संतान के साधन संपन्न होने के बावजूद भी माता पिता अपने बच्चों के प्यार तथा उनकी ओर से देखभाल को तरसते हैं । जिन मां-बाप अपना सर्वस्व लुटा कर बता अपना पेट काटकर और दिन रात मेहनत करके ने उन्हें इस लायक बनाया कि वह आज साधन संपन्न हो जाए अगर वही सन्तान आज माता पिता की उपेक्षा करते हैं तो इससे बड़ी त्रासदी और क्या होगी?
परंतु यह लड़की हमेशा अपनी मां के साथ होती है अपनी मां को एक पल के लिए भी अलग नहीं करती है उसे अपने हाथों से खाना बना कर खिलाती है वह जहां भी जाती अपनी मां को साथ लेकर आती हैं। उसके खाने पीने रहने तथा दवाइयों का पूरा इंतजाम लोगों से मांग कर पूरा कर रही है ,तो यह लड़की किसी डॉक्टर इंजीनियर या बड़े प्रोफेशनल से भी बड़ी महान है, जो अपनी मां की सेवा कर रही है। वरना बड़े-बड़े पदों पर बैठे लोग अपने मां-बाप को वृद्ध आश्रम में छोड़ आते हैं या उनकी सुध लेने कभी अपने पैतृक घर नहीं आते यह आप सभी लोग अच्छी तरह से जानते हैं ।
इस लड़की ने कहा कि शनि सेवा सदन के प्रमुख भाटिया जी इन की बहुत मदद करते हैं हर महीने पेंशन देते हैं तथा उनको एक कमरा बनवाने में बुड्ढा मल ज्वेलर्स के सतीश करवाल जी का बहुत बड़ा हाथ है उन्होंने इन दोनों को एक कमरा बनवा कर दिया जिससे उन्हें एक छत मिल गई है।
आप लोग अपने आस पड़ोस में ही नजरें घुमा कर देख लीजिए ऐसी कई केस आपको मिल जाएंगे जिसमें बुजुर्ग माता-पिता उपेक्षा का शिकार हो रहे हो बेबसी और लाचारी में अपना जीवन व्यतीत कर रहे हो ,परंतु साधन संपन्न होने के बावजूद भी उनके बच्चे उन्हें देखने के लिए तैयार नहीं ।
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा तो तभी सार्थक होगा अगर इस मां बाप बेटी के लिए सरकार इतना इंतजाम कर दे कि ये दोनों किसी एक जगह रह कर अपना जीवन शांति में तथा थोड़े कम दुख में बिता सकें।
जय श्री कृष्णा जय शनि देव