*कृषि विश्वविद्यालय में करुणामूलक नौकरियों के लिए आमरण अनशन की दी चेतावनी*
प्रेस नोट-
07/03/2022
*220 दिन क्रमिक अनशन शिमला-
*चौधरी सरबन कुमार कृषि विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर ब अधिकारियों ने अगर करुणामूलक परिवारों के हित में फैसला नहीं लिया तो यह आश्रित परिवार सहित यूनिवर्सिटी के प्रांगण में बैठेंगे आमरण अनशन पर !*
हिमाचल प्रदेश करूणामुलक संघ के प्रदेशा अध्यक्ष अजय कुमार का कहना है की चौधरी सरवन कुमार कृषि विश्वविद्यालय एक ऐसा इकलौता विभाग है जो करुणामूलक आश्रितों से अन्याय ब मनमानी कर रहा है ! विभाग में करुणामूलक आधार पर लगभग 70 केस पेंडिंग है और इसमें भी 7/3 /2019 की पॉलिसी के केवल 25 से 30 केस है
लेकिन CSK विभाग उनको भी 15 से 20 सालों से चक्कर लगवा रहा है !
लेकिन इन आश्रितों को नियुक्तियां नहीं दे रहे हैं
इस विभाग के अधिकारी सरकार द्वारा जारी की गई 24 जनवरी की नोटिफिकेशन को भी नहीं मान रहे हैं ! सरकार ने क्लास -D के करुणामूलक आश्रितों को राहत दी लेकिन यह विभाग एक ही बात पर अड़ा है कि ही हैं हमारे पास क्लास -D की वैकेंसी नहीं है विभाग ने इन करुणामूलक परिवारों को केवल आश्वासन के अलावा कुछ नहीं दिया !
*संघ के अध्यक्ष अजय कुमार ने साफ तौर पर कह दिया कि 2013 मैं अपनी चाहितो को यह विभाग नौकरी दे सकता है तो अन्य करुणामूलक आश्रितों को क्यों नहीं अगर चौधरी सरवन कुमार कृषि विश्वविद्यालय के इन करुणामूलक आश्रितों के साथ न्याय नहीं करता तो चौधरी सरवन कुमार कृषि विश्वविद्यालय के समस्त आश्रित अपने परिवारों सहित यूनिवर्सिटी में आमरण अनशन पर बैठ जाएंगे जिसकी सारी जवाबदेही यूनिवर्सिटी विभाग की होगी !*
मुख्य मांगे :-
1) समस्त विभागों, बोर्डों, यूनिवर्सिटी ब निगमों में लंबित पड़े करुणामूलक आधार पर दी जाने वाली नोकरियों मे क्लास-C ओर class -D के केसों को जो 7/03/2019 की पॉलिसी मे आ रहे हैं उनको One Time Settlement के तेहत सभी को एक साथ नियुक्तियाँ दी जाएं |
2) करुणामूलक आधार पर नोकरियों वाली पॉलिसी में संसोधन किया जाए व उसमे Rs 62500 एक सदस्य सालाना आय सीमा शर्त को पूर्ण रूप से हटा दिया जाए ब 5% कोटा की शर्त को पूर्ण रूप से हटा दिया जाए ताकि विभाग अपने तोर पर नियुक्तियाँ दे सके
3) योग्यता के अनुसार आश्रितों को बिना शर्त के सभी श्रेणीयो में नौकरी दी जाऐ !