*शख्सियत:सेवा निवृत्त सैनिक ,स्वरूप चंद जी, गांव सांबा (गढ़ जमूला) समाज सेवक*
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धरती पर ही भगवान बसते हैं जो निस्वार्थ भाव से सेवा करने को तत्पर रहते हैं
ये हैं श्री स्वरूप चंद जी,
गांव सांबा (गढ़ जमूला) यह सेना से सेवानिवृत्त हुए हैं सेना में रहते हुए उन्होंने अपने देश के नागरिकों की सेवा की तथा सेवानिवृत्त होने के बाद भी देश के नागरिकों और जरूरतमंद लोगों की सेवा का जज्बा उसी तरह से कायम है जैसे सेना में होता था।
यह अक्सर आई हॉस्पिटल मारण्डा में आते हैं तथा गरीब असहाय बेसहारा लोगों के आंखों के ऑपरेशन करवाते हैं।
यह अभी तक 63 लोगों के ऑपरेशन करवा चुके हैं ,बस इन्हें पता चलना चाहिए कि फलां आदमी सचमुच बहुत गरीब है उसकी सहायता करने वाला कोई नहीं कोई उसे पूछने वाला नहीं उसे यह तुरंत फोन करके इलाज करवाने के लिए कहते हैं और उसकी सेवा में हाजिर हो जाते हैं। इतना ही नहीं यह अन्य रोग से ग्रस्त रोगियों को भी हॉस्पिटल ले जाते हैं ।जिसमें अक्सर यह डॉक्टर कल्याण के पास जरूरतमंद रोगियों को लाते हैं तथा उनका इलाज करवाते हैं और डॉक्टर कल्याण भी इनकी खूब सहायता करते हैं। इन्होंने बताया कि यह जरूरतमंद गरीब लोगों को जोहल हॉस्पिटल जालंधर तक लेकर गए हैं तथा वहां पर भी डॉक्टर जोहल इनके कार्यों के कायल हैं तथा इनके कहने पर जितनी भी रियायत यह दिलवा सकते हैं दिलवाले हैं। डॉक्टर जोहल और डॉक्टर कल्याण इन्हें व्यक्तिगत रूप से जानते हैं तथा उनके कहने पर मरीजों को यथासंभव सहायता करते हैं ,उन्हें डिस्काउंट देते हैं। रोटरी आई हॉस्पिटल मारण्डा के लगभग सभी डॉक्टर इन्हें जानते हैं जिसमें यह विशेष रूप से डॉ सुधीर सहोता का धन्यवाद करते हैं
साथ ही डॉ शिव कुमार जी के यह बहुत बड़े फैन हैं वे भी इन्हें व्यक्तिगत रूप से जानते थे तथा उनकी यथासंभव सहायता किया करते थे ।
इसके साथ ही उनके सुपुत्र राघव जी से भी इनकी मुलाकात हुई तो उन्होंने भी उन्हें हर संभव सहायता करने का आश्वासन दिया है और वह उनकी सहायता करते भी रहते हैं।
स्वरूप चंद जी एक सेवानिवृत्त सैनिक हैं तथा पेंशन पर अपना तथा अपने परिवार का गुजारा कर रहे हैं ।इनके पास इतने संसाधन नहीं कि यह अधिक लोगों की सहायता कर सकें ना ही इनके पास कोई संस्था है ना ही ये किसी संस्था से जुड़े हुए हैं यह केवल अपने सामर्थ्य अनुसार लोगों की सहायता कर रहे हैं। जिम में मरीजों का इलाज करवाना इनका मुख्य उद्देश्य है।
अपनी गाड़ी में मरीजों को लेकर आते हैं उनका ऑपरेशन करवाते हैं और वापस उनके घर छोड़ कर आते हैं साथ ही उन्हें अगर थोड़ी बहुत दवाइयों की आवश्यकता हो और मरीज के पास पैसे ना हो तो यह दवाइयां भी अपनी जेब से खर्च करके ले देते हैं ।अपना समय और अपनी गाड़ी की सेवाएं तो यह बिल्कुल फ्री में दे ही रहे हैं ।
आज इस विषय में शिवानी सूद पालमपुर ने एक पोस्ट डाली थी जिसे पढ़कर इनसे बात करने का मन हुआ तो उनसे बात की और इनके हौसले और इनके जज्बे को सलाम करने का दिल किया।
बिना किसी संस्था और संसाधन के इतनी सेवा भावना रखना है सचमुच एक महान कृत्य है । शनि सेवा सदन के प्रमुख परविंद्र भाटिया जी ने भी इनकी खूब तारीफ की है तथा कहा है कि
हम शनि सेवा सदन की तरफ से इन्हें साधुवाद देते हैं तथा इन्हें शनि सेवा सदन की सदस्यता ग्रहण करने का निमंत्रण देते हैं। ऐसे निस्वार्थ भाव से सेवा करने वालों की शनि सेवा सदन में बहुत आवश्यकता है ।
ईश्वर इन्हें स्वस्थ दीर्घायु प्रदान करें ताकि है इसी तरह से लोगों की सेवा में उपस्थित रह सके
❤️
ऐसी इंसानियत की प्रतिमूर्ति को शत-शत नमन ईश्वर इन्हें देर स्वस्थ आयु दे