*भक्ति के लिए समय कैसे निकाला जाए*
भक्ति के लिए समय कैसे निकाला जाए.
प्रिय पाठको पिछले लेख में हमने चर्चा की थी कि भक्ति के लिए हमारे पास वक्त नहीं है और आज हम चर्चा करेंगे कि भक्ति के लिए वक्त निकाला कैसे जाए ।वास्तव में हम सब के पास वक्त तो बहुत होता है लेकिन हम उसका सही प्रबंध नहीं करते हैं ।उदाहरणतया हम कार्यस्थल पर हर वक्त काम ही नहीं करते हैं ।जब हम फ्री होते हैं तो हम व्यर्थ की गतिविधियों में अपना समय बर्बाद करते हैं घर में औरतें काम करने के बाद टीवी देखने में kitty पार्टीज में या फिर सोशल मीडिया पर भी घंटों बर्बाद करती हैं। हम उस वक्त को भक्ति में उपयोग कर सकते हैं क्योंकि भक्ति का कोई समय निर्धारित नहीं है। जब भी हमारा मन करे परमपिता परमात्मा को याद कर लेना चाहिए। यात्रा के दौरान भी हम भजन सुन सकते हैं ,भगवान की कथाएं सुन सकते हैं भजन गुनगुना सकते हैं ,सुबह सैर करते वक्त भी हम मोबाइल फोन पर सत्संग सुन सकते हैं । किसी भी काम को करते वक्त अगर हम प्रभु का ध्यान करते हैं तो वह काम भी पूजा बन जाएगा ।
प्रिय पाठको जब मैंने गोलोक एक्सप्रेस में एबीसीडी मॉडल (जिसका लिंक में साझा कर रही हूं) का अध्ययन किया तो जाना कि हम व्यर्थ की गतिविधियों में बहुत सारा समय बर्बाद करते हैं उसी वक्त को भक्ति में उपयोग कर सकते हैं अगर मैं अपनी बात करूं तो मैं अत्यधिक सोच की बहुत शिकार थी समस्याएं तो सब के जीवन में होती हैं मगर कल्पना में ही समस्या का विस्तार करना मेरी आदत बन चुकी थी मगर जब गोलोक एक्सप्रेस में एबीसीडी मॉडल करवाया और जब मैंने उसे अपनी जिंदगी में लागू किया तो अब मैं महसूस करती हूं कि मेरे पास भक्ति के लिए समय ही समय है उदाहरणतया ब्रह्म मुहूर्त में उठकर प्रभु से प्रार्थना करना ,सत्संग श्रवण करना ,साथ में माला जाप करना ,फिर नियमित गतिविधियां करते वक्त भजन गुनगुनाना, कार्यस्थल पर भी फ्री टाइम में टैली काउंटर पर माला जाप करना ,साथ में काम करने वाले सहयोगियों से सत्संग के बारे में बात करना, घर आकर फिर वही दिनचर्या सोते वक्त फिर प्रभु से प्रार्थना करना। मतलब भक्ति के लिए समय ही समय है इसलिए जब हम यह समझ जाएंगे कि भगवान और उनकी शरणागति हमारे लिए कितनी जरूरी है वक्त अपने आप निकल आएगाhttps://youtu.be/YcNAk0uNquM
धन्यवाद
अगले लेख में हम चर्चा करेंगे कि भक्ति सिर्फ बुढ़ापे के लिए है या सभी उम्र के लोगों को भक्ति करनी चाहिए
रितु सूद
पालमपुर
हिमाचल प्रदेश
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Very beautifully explained Ritu ji,how to get time for devotion?Thanks for sharing ABCD model of Golok Express to go smoothly in the path of devotion 🙏🙏 Hari Hari bol 🙏🙏
Beautiful Write up… Very inspiring
Thank-you so much