पाठकों के लेख*(*#त्रिमूर्ति_और_त्रिदेव_मे_होगी_चुनावी_जंग*
(#त्रिमूर्ति_और_त्रिदेव_मे_होगी_चुनावी_जंग) –
हिमाचल मे यह चुनावी वर्ष है। इस वर्ष के अंत मे विधानसभा के आम चुनाव होगें। हालांकि आम आदमी पार्टी भी विधानसभा के चुनाव मे हिस्सा लेगी और उनके नेता चुनाव मे बड़ी जीत का दावा भी कर रहे है, लेकिन अभी तक राजनैतिक विश्लेषकों का आंकलन है कि चुनाव मे मुकाबला दोनों मुख्य पार्टियों भाजपा और कांग्रेस मे ही होगा। अभी हाल ही मे कांग्रेस ने श्रीमति प्रतिभा वीरभद्र सिंह को अपनी नई अध्यक्षा नियुक्त किया है और 5 मई को प्रतिभा जी ने अपना पदभार भी संभाल लिया है। इस अवसर पर हिमाचल कांग्रेस के प्रभारी राजीव शुक्ला भी उपस्थित थे। उन्होने प्रतिभा, अग्निहोत्री और सुक्खु को त्रिमूर्ति की संज्ञा देते हुए अगले चुनाव मे कांग्रेस को जीत दिलाने का भरोसा इस त्रिमूर्ति पर जताया है। कांग्रेस आने वाले चुनाव मे इन तीनों के सयुंक्त नेतृत्व मे लडेंगी। उम्मीद की जा रही है कि आने वाले दिनों मे कांग्रेस अपनी सक्रियता बढ़ायेगी।
कांग्रेस की राजनीति ऊपर से नीचे की ओर चलती है जबकि कांग्रेस की मुख्य प्रतिद्वंदी पार्टी भाजपा की राजनीति नीचे ऊपर की तरफ आती है। भाजपा एक तो सारा वर्ष काम करने और सक्रिय रहने मे विश्वास रखती है। उनके नेता और कार्यकर्ता लगातार अपने दायित्व के अनुसार प्रवास करते है और कार्यक्रमों मे व्यस्त रहते है। भाजपा सबसे पहले मतदान केंद्र को सशक्त करती है। भाजपा का जीत का मूलमंत्र है मतदान केंद्र पर जीत। यह सही भी है जब आप मतदान केंद्र पर जीत हासिल कर लेंगें तो निश्चित तौर पर आप निर्वाचन क्षेत्र भी जीत जाएगें। इसलिए उन्होने हर एक मतदान केंद्र पर त्रिदेव की नियुक्ति की है। मतदान केंद्र पर जीत दिलाने की जिम्मेदारी त्रिदेव को सौंपी गई है और इनकी सहायता के लिए पन्ना प्रमुखों की टीम मौजूद है। अब कांग्रेस ने जीत की जिम्मेदारी त्रिमूर्ति को सौंप दी है। इसलिए यह तय है कि चुनाव मे जंग कांग्रेस की त्रिमूर्ति और भाजपा के त्रिदेव मे होगी।
#आज_इतना_ही कल फिर नई कड़ी के साथ मिलते है।