महिलाओं को आर्थिक रूप में सुदृढ़ करने को सरकार वचनबद्ध : राकेश पठानिया* *घर की खुशहाली और आत्मनिर्भरता सरस मेलों का मकसद*
*महिलाओं को आर्थिक रूप में सुदृढ़ करने को सरकार वचनबद्ध : राकेश पठानिया*
*घर की खुशहाली और आत्मनिर्भरता सरस मेलों का मकसद*
पालमपुर, 11 मई:- महिलाओं को आर्थिक रूप में सुदृढ़ करने को सरकार वचनबद्ध है और जरूरतमंद महिलाओं को अपने पैरों पर खड़े कर आत्मनिर्भर बनाने के लिये कई योजनायें चलाई जा रही हैं।
वन, युवा सेवायें एवं खेल मंत्री, राकेश पठानिया ने सुलाह निर्वाचन क्षेत्र के
परौर में आयोजित सरस मेला के दूसरे दिन मुख्यतिथि के रूप में शिरकत की।
कार्यक्रम आरंभ होने से पूर्व वरिष्ठ नेता पूर्व केंद्रीय और हिमाचल सरकार में मंत्री रहे पंडित सुखराम के निधन पर 2 मिनट का मौन रखा गया।
उन्होंने उत्सव के रूप में शानदार सरस मेले के आयोजन के लिये बधाई दी और कहा कि मेले में हर वर्ग भागीदारी को सुनिश्चित करना सराहनीय पहल है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की महिलाओं को स्वावलंबी और आत्मा निर्भर बनाने के लिये राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन में स्वरोजगार के प्रेरित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में वन विभाग द्वारा संचालित जायका, आईडीपी और केएफडब्ल्यू परियोजना भी राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन की तरह महिला सशक्तिकरण की दिशा में कार्य किया जा रहा है।
*जायका परियोजना से उपलब्ध होंगे स्वरोजगार के अवसर*
*जायका परियोजना में कांगड़ा में व्यय होंगे 150 करोड़*
उन्होंने कहा कि जायका परियोजना के माध्यम से प्रदेश में स्वयं सहायता समूहों से जुड़े लोगों के लिये स्वरोजगार के नए अवसर प्राप्त होंगे। उन्होंने कहा कि भारतवर्ष के 31 राज्य में जायका परियोजना क्रियान्वित हो रही है और हिमाचल के लिए गौरव की बात है की जायका के संचालन में हिमाचल प्रदेश दूसरे पायदान पर है तथा शीघ्र ही सभी की सहभागिता से इसे पहले स्थान पर लाया जाएगा। पठानिया ने कहा कि जायका परियोजना में जिला कांगड़ा को भी शामिल करवाया गया है और इसमे 150 करोड़ रुपये व्यय किये जायेंगे।
उन्होंने उपस्थित महिलाओं से सुलाह निर्वाचन क्षेत्र से 100 महिला समूहों के गठन की अपील की। उन्होंने कहा कि ऐसे समुहों को एक या दो गाय उपलब्ध करवाने के लिये सहायता उपलब्ध करवाई जायेगी। गाय का दूध 40 रुपये किलो तथा घी को खरीद लिया जायेगा। जिससे महिलाओं को अच्छी आय हो सके। उन्होंने कहा कि वर्तमान में जैविक खाद बहुत डिमांड है। उन्होंने महिला समूहों को इस दिशा में भी आगे आने की अपील की। उन्होंने आश्वस्त किया सारी खाद वन विभाग खरीद लेगा।
*सुलाह की एक हजार महिलाओं को करेंगे प्रशिक्षित*
उन्होंने कहा कि कांगड़ा में जायका परियोजना आरंभ होने के बाद पहला कैम्प सुलाह विधान सभा क्षेत्र में ही लगाया जा रहा है। जिसमे दिल्ली से प्रोफेशनल ट्रेनर प्रशिक्षण के लिये उपलब्ध होंगे। उन्होंने कहा कि सुलाह हलके की एक हजार महिलाओं को अपने पैरों पर खड़ा करने के लिये प्रशिक्षित किया जायेगा। उन्होंने कहा कि सुलाह में 20 से 25 ग्रुप ऐसे तैयार किये जायें जो इस कार्य को मिशन के रूप में आरम्भ करें। उन्होंने कहा कि जायका के माध्यम से 5 लाख तक ऋण और 1 लाख तक अनुदान, सोलर लाइट इत्यादि का प्रावधान रखा गया है।
*बस स्टैंड, एचपीएमसी स्टॉलों पर उपलब्ध होंगे स्वयं सहायता समूहों के उत्पाद*
उन्होंने कहा कि सरस मेले के आयोजन का मकसद हर घर की खुशहाली और आत्मनिर्भरता लाना है। उन्होंने कहा कि हर अब हर महीने सरस मेलों का आयोजन किया जाएगा जिससे स्वयं सहायता समूह को अपना तैयार समान विक्रय करने के लिए स्थान मिल सके। उन्होंने कहा कि तैयार समान की मार्केटिंग की व्यवस्था के लिए हर बस स्टैंड, एचपीएमसी स्टॉल यह उत्पाद उपलब्ध होंगे।
*सुलाह में हुआ प्रदेश में सबसे अधिक विकास*
पठानिया ने कहा कि कोविड के चलते जब सारी दुनियां थम गई थी उस समय प्रदेश में भी विकास कार्य प्रभावित हुए हैं। कोविड से राहत के बाद प्रदेश में अब विकास को तीव्र गति प्रदान की गई है। उन्होंने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार जिला कांगड़ा के नेता है और उनके नेतृत्व में सुलाह विधानसभा क्षेत्र में पूरे प्रदेश में सबसे अधिक विकास हुआ है।
*सुलाह संस्कृति रही आकर्षण का केंद्र*
*200 महिलाओं ने तिरंगे के साथ किया नृत्य*
इस अवसर पर सुलाह संस्कृति का प्रदर्शन सबके आकर्षण का केंद्र रहा। इसमें एक साथ 200 से अधिक महिलाओं ने लगभग 300 मीटर लंबे भारत के झंडे के साथ कांगड़ा का नृत्य प्रस्तुत किया। वन मंत्री ने महिलाओं के इस प्रयास की सराहना की और कहा कि कांगड़ा की संस्कृति झलक देखनी हो तो सुलाह में ही देखी जा सकती है।
कार्यक्रम में मुख्य परियोजना निदेशक जायका नागेश गुलेरिया, बन्दना पठानिया, शर्मिला परमार, जिला भाजपा अध्यक्ष हरिदत्त शर्मा, मंडल अध्यक्ष देशराज शर्मा, महामंत्री सुखदेव मसंद एवं विपिन जमवाल, जिला परिषद सदस्य रजनी देवी, रागिनी रुकवाल, सोनिया बंटा, माधवी ठाकुर, सुधा राणा, एसडीएम पालमपुर डॉ अमित गुलेरिया, एसडीएम धीरा डॉ आशीष शर्मा, परियोजना अधिकारी डीआरडीए सोनू गोयल, बीडीओ भवारना संकल्प गौतम, बीडीओ सुलाह सिकंदर कुमार , डीएफओ नितिन पाटिल, अधिशाषी अभियंता मनीष सहगल सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी, स्वयं सहायता समूहों के सदस्य और गणमान्य लोग उपस्थित रहे।