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*Tricity times morning news bulletin 20 May 2022*

Tricity times morning news bulletin 20 May 2022

ट्राई सिटी टाइम्स प्रातः कालीन समाचार आज 20 मई, 2022 शुक्रवार ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष पंचमी तिथि है |
ज्येष्ठ कृष्ण पक्ष पंचमी, राक्षस संवत्सर विक्रम संवत 2079, शक संवत शुभकृत् 1944, बैशाख |
संकलन : नवल किशोर शर्मा
ट्राई सिटी हिमाचल प्रदेश समाचार
1) ट्राई सिटी शिमला सूत्र : हिमाचल प्रदेश के सरकारी स्कूलों को लेकर आम आदमी पार्टी और भाजपा के बीच जुबानी जंग तेज होती जा रही है ! आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बयान जारी कर कहा कि जयराम सरकार की शिक्षा व्यवस्था की पोल खुल जाने के बाद हिमाचल प्रदेश के शिक्षा मंत्री पूरी तरह बौखला गए हैं!
प्रदेश के शिक्षा मंत्री गोबिंद ठाकुर की शिक्षा व्यवस्था की असलीयत अब सामने आ गई है, इसलिए गोबिंद ठाकुर अनाप-शनाप बयान जारी कर के सच्चाई पर पर्दा डालने का प्रयास कर रहे हैं। गोविंद सिंह ठाकुर के बयान को लेकर उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने ट्वीट कर उन्हें शिक्षा पर खुली बहस पर आमने सामने आने की चुनौती दी है! सिसोदिया ने ट्वीट कर बोला कि देखकर खुशी हुई कि हिमाचल में शिक्षा पर चर्चा तो शुरू हुई। आप मुझे हिमाचल के बीजेपी सरकार के स्कूल दिखाएं, मैं आपको दिल्ली में अपनी सरकार के स्कूल दिखा देता हूं, फिर हम खुले मंच पर खुली बहस करेंगे, जनता खुद तय करेगी कि किस राज्य में शिक्षा पर बेहतर काम हुआ है ।

उल्लेखनीय है कि आम आदमी पार्टी हर चुनावी भाषण में हर जगह दिल्ली के स्कूलों में किए गए कायापलट को दर्शा कर जनता को आकर्षित करने की कोशिश करती रहती है, और यही तुरुप का पत्ता उसने हिमाचल प्रदेश में भी खेला है ।

2) हिमाचल प्रदेश : धर्मशाला जेल में अंडर ट्रायल चल रहा कैदी पुलिस कस्टडी से फरार

Tct धर्मशाला : डकैती के मामले में धर्मशाला जेल में अंडर ट्रायल चल रहा एक कैदी फरार हो गया है। वह कैदी पंजाब के पठानकोट से फरार हुआ है। आज दोपहर को वह पुलिस कस्टडी से भाग निकला है। दरअसल, आरोपी के ख़िलाफ़ पंजाब में हत्या के प्रयास और आर्म्ड एक्ट के तहत बेहद गम्भीर मामले दर्ज थे । उसे अदालती समन पर पंजाब में पेशी पर ले जाया गया था, जिस दौरान वह शातिर निकल भागने में सफल रहा । कैदी की पहचान प्रिंस कुमार उम्र 34 साल के रूप में की गई है ।

3) अगर आप हैं बिलकुल अकेले तो नहीं मिलेगा इन्साफ ! पुलिस जन हितैषी या दुखद भस्मासुर ? हिमाचल प्रदेश पुलिस के मोटो निर्भय, निष्पक्ष, सत्यनिष्ठ को अपनी कार्यशैली में कब ढाल पाएगी HPP ?
एक और हताश महिला इन्साफ की पुकार करते करते आत्महत्या कर छोड़ गई संसार !

मामला कांगड़ा का है !
(नाम जाहिर नहीं किए गए हैं)
धर्मशाला निवासी एक 35 वर्षीया तलाकशुदा महिला जिसकी गृहस्थी उजड़ चुकी थी, जो अपनी जिन्दगी बसर करने के लिए कांगड़ा में ब्युटी पार्लर चलाती थी और कांगड़ा के जोगीपुर में किराये का कमरा लेकर रहा करती थी, उसने एक शातिर शख्स के शादी कर लेने के प्रलोभन और बहकावे मे आ कर उस पर भरोसा कर लिया और दोबारा नए सिरे से घर बसाने के सपने के साथ उस शख्स संग रिश्ता आगे बढ़ाना शुरू किया ।

लेकिन उसके शरीर से ऊब जाने के बाद उक्त व्यक्ति शादी के लिए आनाकानी करने लगा । इससे महिला ने उस शख्स के खिलाफ रेप की शिकायत भी दर्ज करायी थी किन्तु उस शख्स को 22 दिनों बाद ज़मानत मिल गई थी ।

बीते बुधवार वह शख्स दूल्हा बना और शादी करने के लिए बैजनाथ बारात लेकर चल दिया । जब महिला को इसका पता चला तो उसने फंदे से झूल कर अपनी ईह लीला समाप्त कर ली ।
उल्लेखनीय है कि उक्त महिला ने 12 पन्नों के अपने सुसाइड नोट में पूरी तरह टूट जाने और लुट जाने के चलते मरने की बात कही है। उसने यह भी लिखा है कि अकेली इन्साफ पाने के लिए वह पुलिस थाने की चौखट पर नाक रगड़ती रही किन्तु उसे डांट डांट कर एक थाने से दूसरे थाने दौड़ाया गया ।

उसने यह भी आरोप लगाया है कि पुलिस ने जानबूझकर ऐसे तरीके से मामला दर्ज किया, जिससे वह शातिर बार बार साफ बच के निकलता रहा और अंततः उसका हौसला इतना बढ़ गया कि उस ने नियम कानून से बिना डरे शादी रचाना शुरू कर दिया ।

एक पीड़ित अगर वह अकेली महिला हो तो क्या उसे इन्साफ पाने का कोई अधिकार नहीं है ?

खबर लिखे जाने तक पुलिस ने युवक पर मामला दर्ज कर कार्यवाही शुरू कर दी थी। और महिला के शव को पोस्टमार्टम हेतु RPGMC टांडा भिजवा दिया था ।

4) आहट हिमाचल विधानसभा चुनाव की :
पार्टी के टिकट की चाह, कांग्रेस नेताओं ने सुक्खू का हर जगह स्वागत और अपना शक्ति प्रदर्शन किया।
हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव साल के अंत में होने प्रस्तावित हैं । कांग्रेस ने हाल ही में सुखविंदर सिंह सुक्खू को कांग्रेस प्रचार समिति का अध्यक्ष बना दिया है । सुखविंद्र सिंह सुक्खू हमीरपुर के नादौन तहसील से कांग्रेस के विधायक हैं। गुरुवार को सुक्खू हमीरपुर विधानसभा पहुंचे तो अलग ही नजारा देखने को मिला । हर चौराहे पर टिकट के चाह वानों ने ने उनका भरपूर स्वागत किया।

जिससे राजनीतिक गलियारों में अब चर्चाओं का सिलसिला गरमा गया है !

5) विधानसभा भवन धर्मशाला में वर्जित झंडे लगाने का मामला, दोनों युवक जांच में निकले उद्घोषित अपराधी

हिमाचल प्रदेश पुलिस के अनुसार दोनों ही युवकों की पृष्टभूमि आपराधिक रही है और दोनों पर पहले से ही कई केस चल रहे हैं।
कड़ी पूछताछ में पता चला है कि इससे पहले भी दोनों आरोपी पैसे लेकर अलग-अलग स्थानों पर खालिस्तानी झंडे और वॉल राइटिंग कर चुके हैं। फिलहाल, दोनों धर्मशाला पुलिस की हिरासत में हैं और जेल में इनका हिमाचल प्रदेश पुलिस ट्रीटमेंट ट्रीटमेंट कर रही है.। उम्मीद है कि ये बिगड़ैल यहां से सुधर के ही वापस जाएंगे।

अन्य समाचार
* निठारी कांड के अभियुक्त सुरेंद्र कोली को गाज़ियाबाद की CBI कोर्ट ने सुनाई फांसी की सजा।

कोली पर युवती का अपहरण कर दुष्कर्म के बाद हत्या और शव को छुपाने का है आरोप। सीबीआई कोर्ट ने लंबी सुनवाई के बाद दिया दोषी करार।

* नई दिल्‍ली: राष्‍ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की विशेष अदालत ने कश्‍मीरी अलगाववादी नेता यासीन मलिक को दोषी करार दिया है।

मामला कश्‍मीर घाटी में आतंकियों की फंडिंग से जुड़ा है।

अदालत ने मलिक से उसकी वित्‍तीय स्थिति का लेखा-जोखा भी मांगा है और NIA से भी रिपोर्ट तलब की है। सजा पर बहस 25 मई को अगली सुनवाई के दौरान होगी।

इन आतंकी नेताओं पर भी कसा शिकंजा :

10 मई को पिछली सुनवाई में अदालत ने फारूक अहमद डार उर्फ बिट्टा कराटे, शब्बीर शाह, मसर्रत आलम, मोहम्मद यूसुफ शाह, आफताब अहमद शाह, अल्ताफ अहमद शाह, नईम खान, मोहम्मद अकबर खांडे, राजा मेहराजुद्दीन कलवाल, बशीर अहमद भट, जहूर अहमद शाह वटाली, शब्बीर अहमद शाह, अब्दुल राशिद शेख, और नवल किशोर कपूर सहित अन्य कश्मीरी अलगाववादी नेताओं के खिलाफ औपचारिक रूप से आरोप तय किए थे। आरोप पत्र लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के संस्थापक हाफिज सईद और हिजबुल मुजाहिदीन के प्रमुख सैयद सलाहुद्दीन के खिलाफ भी दायर किया गया था, जिन्हें मामले में भगोड़ा घोषित किया गया है।

* पंजाब काँग्रेस को लगा रखा और तगड़ा झटका, राजनीतिक दिग्गज और कद्दावर नेता सुनील जाखड़ ने थामा भाजपा का दामन

उतार-चढ़ाव भरा रहा है सुनील जाखड़ का सियासी सफर, बलराम जाखड़ की विरासत संभाली

उनकी पंजाब की सियासत में अलग छवि रही है। उन्‍होंने अपने पिता बलराम जाखड़ की विरासत में संभाली।

चंडीगढ़, कांग्रेस को ‘गुडबाय’ कहने के बाद वीरवार को भारतीय जनता पार्टी में श‍ामिल हुए सुनील जाखड़ का सियासी जीवन उतार- चढ़ाव भरा रहा है। उनके पिता बलराम सिंह जाखड़ कांग्रेस के बड़े राष्‍ट्रीय नेता रहे तो खुद सुनील जाखड़ की पंजाब की सियासत में विशेष छवि रही है।
9 फरवरी 1954 में जन्मे सुनील जाखड़ पंजाब कांग्रेस में उच्‍च स्‍तर पर रहे तो फिर उनको झटके भी मिले।  जाखड़ को राजनीति रासत में मिली थी। पिता व कांग्रेस के कद्दावर नेता बलराम जाखड़ की विरासत को सुनील जाखड़ ने 1996 में संभाला। वैसे इस साल हुए लोकसभा चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा।
इसके बाद सुनील जाखड़ ने 2002 में अबोहर से पंजाब विधानसभा चुनाव लड़ा। इसमें उन्हें जीत मिली। जाखड़ ने अपने राजनीतिक कैरियर में कुल आठ चुनाव लड़े। चार बार वह लोक सभा के लिए और चार बार विधानसभा के लिए। जाखड़ ने अबोहर विधान सभा सीट पर लगातार तीन बार जीत हासिल की।
2002 से 2007 के कैप्टन अमरिंदर सिंह के कार्यकाल के बाद जाखड़ ने अपने दोनों ही चुनाव तब जीते जब शिरोमणि अकाली दल और भाजपा की पंजाब में सरकार बनी। 2017 में जब कैप्टन के नेतृत्व में कांग्रेस को प्रचंड बहुमत मिला तो सुनील जाखड़ भाजपा के उम्मीदवार अरुण नारंग के हाथों हार गए। सुनील जाखड़ कैबिनेट मंत्री बनने के प्रबल दावेदार थे, ले‍किन इस हार ने उनकी दावेदारी को समाप्‍त कर दिया।
इसके बाद 2017 में गुरदासपुर के सांसद विनोद खन्ना के निधन के बाद हुए लोकसभा सीट के उपचुनाव में जाखड़ ने जीत हासिल की। इससे पहले जाखड़ 1996 और 2014 का लोकसभा चुनाव हार चुके थे। 2019 के लोक सभा चुनाव में भी सुनील जाखड़ को भाजपा के नेता व फिल्म कलाकार सनी देयोल के हाथों हार का सामना करना पड़ा था।
सुनील जाखड़ के नेतृत्व क्षमता को देखते हुए  उनको कांग्रेस ने 2012 में कांग्रेस विधायक दल का नेता बनाया था। हालांकि 2015 में कांग्रेस ने उन्हें पद से हटाकर चरणजीत सिंह चन्नी को नेता प्रतिपक्ष बना दिया था। कांग्रेस ने 2017 में प्रदेश कांग्रेस का प्रधान बनाया था।
विधान सभा में जाखड़ जब भी बोलते थे, बादल भी ध्यान से सुनते थे
बतौर नेता प्रतिपक्ष सुनील जाखड़ जब विधान सभा में बोलते थे तब तत्कालीन मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल पूरे ध्यान से सुनते थे। जाखड़ जब कोई मुद्दा उठाते थे तब बतौर मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल की भी कोशिश होती थी कि उनकी पार्टी का कोई भी नेता चौधरी साहब (बादल यही बोलते थे) को बीच में न टोके

*सिद्धू को सुप्रीम कोर्ट से बड़ा झटका, 33 साल पुराने रोडरेज मामले में सश्रम कारावास की सजा

नवजोत सिंह सिद्धू को रोड रेज मामले में बड़ा झटका लगा है. उनको सुप्रीम कोर्ट ने एक साल की सजा सुनाई है. यह रोड रेज का मामला 1988 का है.

नई दिल्ली,
नवजोत सिंह सिद्धू को रोड रेज मामले में बड़ा झटका लगा है. उनको सुप्रीम कोर्ट ने एक साल की सजा सुनाई है. यह रोड रेज का मामला 1988 का है. नवजोत सिंह सिद्धू को पहले इस मामले में राहत मिल गई थी. लेकिन रोड रेज में जिस शख्स की मौत हुई थी, उसके परिवार ने रिव्यू पिटीशन दायर की थी. अब उसपर सुनवाई करते हुए सिद्धू को एक साल सश्रम यानी कठोर कारावास की सजा सुनाई गई है.

IPC की धारा 323 के तहत सिद्धू पर 33 साल पहले केस दर्ज हुआ था. इसमें अधिकतम एक साल की सजा ही हो सकती है. जानकारी के मुताबिक, अब सिद्धू को पंजाब पुलिस कस्टडी में लेगी.
3 दशक पुराना मामला क्या है, 6 प्वॉइंट्स में समझें…

27 दिसंबर 1988 की शाम सिद्धू अपने दोस्त रूपिंदर सिंह संधू के साथ पटियाला के शेरावाले गेट की मार्केट में पहुंचे. ये जगह उनके घर से 1.5 किलोमीटर दूर है. उस समय सिद्धू एक क्रिकेटर थे. उनका अंतरराष्ट्रीय करियर शुरू हुए एक साल ही हुआ था.

इसी मार्केट में कार पार्किंग को लेकर उनकी 65 साल के बुजुर्ग गुरनाम सिंह से कहासुनी हो गई. बात हाथापाई तक जा पहुंची. सिद्धू ने गुरनाम सिंह को घुटना मारकर गिरा दिया. उसके बाद गुरनाम सिंह को अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई. रिपोर्ट में आया कि गुरनाम सिंह की मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई थी.

उसी दिन सिद्धू और उनके दोस्त रूपिंदर पर कोतवाली थाने में गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज हुआ. सेशन कोर्ट में केस चला. 1999 में सेशन कोर्ट ने केस को खारिज कर दिया.

साल 2002 में पंजाब सरकार ने सिद्धू के खिलाफ हाईकोर्ट में अपील की. इसी बीच सिद्धू राजनीति में आ गए. 2004 के लोकसभा चुनाव में अमृतसर सीट से बीजेपी की टिकट पर चुनाव लड़ा और जीते.

दिसंबर 2006 को हाईकोर्ट का फैसला आया. हाईकोर्ट ने सिद्धू और संधू को दोषी ठहराते हुए 3-3 साल कैद की सजा सुनाई. साथ ही 1 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया. सिद्धू ने लोकसभा से इस्तीफा दे दिया,.

* लखनऊ की सीतापुर जेल से आजम खान हुए 27 महीनों के बाद सशर्त रिहा ।

* लालू प्रसाद यादव एक बार दोबारा मुश्किल में
सीबीआई करेगी आज एकसाथ 15 नए ठिकानों पर दबिश । लालू प्रसाद यादव के खिलाफ बेहद अहम सुराग मिले हैं ।

Nk sharma tct reporter

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