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*Editorial :चीन_के_हालात_पर_एक_नजर :लेखक महेंद्र नाथ सोफत पूर्व मंत्री हिमाचल प्रदेश सरकार*

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04 दिसंबर 2022- (#चीन_के_हालात_पर_एक_नजर)-

चीन एक ऐसा देश है जहां खबरें बाहर नहीं आती। वहां एक पार्टी का शासन है और उस पार्टी का मिडिया, सरकार और सारे शासन तंत्र पर नियंत्रण है। इस पार्टी के पिछले लम्बे समय से निर्विवाद नेता शी जिनपिंग है। एक तो वहां कम्युनिस्ट पार्टी की तानाशाही है दुसरे कम्युनिस्ट पार्टी मे राष्ट्रपति शी जिनपिंग की तानाशाही है। चीन हमारा पड़ोसी देश है और सर्वविदित है कि वह हमारा दुश्मन भी देश है। हम उसके साथ एक औपचारिक युद्ध लड़ चुके है। अभी चीन के साथ लगती सीमाओं पर दोनो देशों के बीच तनातनी और झड़पें चलती रहती है। चीन मे क्या चल रहा है हालांकि इसकी सही जानकारी कम ही मिल पाती है लेकिन वहां की गतिविधियों मे हम भारतीयों की दिलचस्पी बनी रहती है।

प्रतिष्ठित हिंदी दैनिक के सम्पादकीय के अनुसार चीन मे शी जिनपिंग के विरूद्ध वहां के लोगो मे आक्रोश लगातार बढ़ रहा है। उद्यमी देश से भागने लगे है।इस आक्रोश का मुख्य कारण शी जिनपिंग द्वारा उठाए गए विभिन्न पगों और कोरोना महामारी का प्रसार रोकने के लिए जीरो कोविड नीति के अंतर्गत मनमाने कठोर पग है। अखबार के सम्पादकीय के अनुसार गत 24 नवम्बर को झिजियांग- उईधुर प्रांत की राजधानी उरूमकी मे कोविड प्रतिबंधो के विरूद्ध प्रदर्शनों के दौरान 10 लोगो के मारे जाने के बाद करोड़ो चीनी लोगो का गुस्सा फूट पड़ा है। चीन के खराब हालात के चलते चीन के गणमान्य और अमीर लोगो का वर्तमान सरकार से मोह भंग होता जा रहा है। अब वहां कारोबार चलना मुश्किल होता जा रहा है इस कारण चीन की सबसे अमीर महिला यांग हुईयान सहित लगभग 500 बड़े चीनी उद्योगपतियों तथा व्यापारियों साइप्रस के गोल्डन पासपोर्ट खरीद कर यूरोपीय संघ की नागरिकता ले ली है।

मेरे विचार मे चीन मे जो आज हालात है इस की पृष्ठभूमि मे शी जिनपिंग का लम्बा कार्यकाल है। अभी तीसरी बार सत्तारूढ़ होने के बाद अब ऐसा संशोधन कर दिया है कि वह हमेशा के लिए सत्ता मे बने रह सकते है। गुगल से प्राप्त जानकारी के अनुसार अधिकतम दो टर्म की शर्त को हटा दिया गया है। स्थाई सत्ता शासक को निरंकुश बनाती है। फिर निरंकुशता दमनकारी बना देती है। संपादकीय के अवलोकन के बाद यह संकेत मिल रहे है कि चीन मे सब अच्छा नहीं है। वामपंथ की यह प्रयोगशाला भी खतरे मे है। शी जिनपिंग को अपनी कार्यशैली परिवर्तित करनी होगी अन्यथा परिस्थितियां और खराब होगी और खतरे के निशान को पार कर जाएगीं।

Mohinder Nath Sofat

#आज_इतना_ही कल फिर नई कड़ी के साथ मिलते है।

 

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