सरकार बदली क्या सरकारी काम करने का तरीका बदलेगा ??
शायद नहीं😢
सभी कहते हैं पालमपुर बहुत पढ़ा-लिखा शहर है परंतु इस पढ़े-लिखे शहर के शहरी कुत्तों का बिल्लियों का बैलों का झूठा पानी गंदा पानी पीने को मजबूर ।
परंतु क्या करें कोई और हल भी नहीं है ।
जैसे सरकार रखे वैसे रहना पड़ेगा
यह लीकेज जो आपको वीडियो व चित्रों में दिखाई दे रही है वह पिछले 3 -4 महीनों से हो रही है। पीडब्ल्यूडी की सड़क खराब हो रही है होती रहे ,कल एक लड़का स्कूटी से इस पानी के गड्ढे में गलती से घुस गया तथा बामुश्किल उसकी टांग टूटने से बची। किंतु किसी की टांग टूटे तो टूटे।
यहां से जल शक्ति विभाग के कर्मचारी हर रोज निकलते हैं देखते हैं कि लीकेज हो रही है परंतु उन्हें क्या उन्हें क्या फर्क पड़ता है क्योंकि वह तो यह पानी पी नहीं रहे ?और हम पालमपुर वाले हैं हमारी सहनशीलता पूरे विश्व में जानी जाती है। हम कभी कुछ नहीं कहेंगे चाहे हमारे सर पर कोई डंडे मार के भी निकल ले। हम चुपचाप सहेंगे गन्दा पानी पिएंगे ,सड़कें खराब होती हैं होती रहे ,पानी की वेस्टेज होती है होती रहे ।नालियों में सीवरेज का पानी आता है आता रहे। शहर की स्ट्रीट लाइट 2 दिन बाद ही बुझनी शुरू हो जाए कोई बात नहीं ,परंतु हम महात्मा गांधी के असली शिष्य हैं उन्होंने कहा था कि अगर आपको कोई एक थप्पड़ मारे तो आप अपना दूसरा गाल आगे कर दीजिए आप में इतनी सहनशीलता होनी चाहिए ।
उसी सहनशीलता का उदहारण है यह कि हम गंदा पानी पी लेंगे अपनी टांग तुड़वा लेंगे परंतु बोलेंगे नहीं ।
इसीलिए तो यहां पर हर अधिकारी आने को खुश रहता है कि यहां पर जनता का कोई प्रश्न नही होता कोई प्रेसर ही नहीं होता।
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