*Tricity times morning news bulletin 17 March 2023*


Tricity times morning news bulletin 17 March 2023
ट्राई सिटी टाइम्स प्रातः कालीन समाचार
आज 17 मार्च, 2023 शुक्रवार चैत्र माह के कृष्ण पक्ष दशमी तिथि है |चैत्र कृष्ण पक्ष दशमी, अनला संवत्सर विक्रम संवत 2080, शक संवत शुभकृत् 1944, फाल्गुन
संकलन : नवल किशोर शर्मा
Tct प्रादेशिक
1) कांगड़ा : विजिलेंस ने पांच हजार रिश्वत लेते रंगे हाथों धर दबोचा जेई, कांगड़ा के सुलाह में रंगे हाथ पकड़ा अधिकारी
Kangra News: पांच हजार रिश्वत लेते पकड़ा जेई, कांगड़ा के सुलाह में विजिलेंस ने रंगे हाथ दबोचा अधिकारी
सुलह विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आते इलाके में स्टेट विजिलेंस की टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए भवारना विकास खंड कार्यालय में कार्यरत जेई को 5000 रुपए रिश्वत लेते हुए मौके पर ही गिरफ्तार किया है। विजिलेंस की टीम ने उक्त कार्यवाही विजय पठानिया निवासी घनेटा की शिकायत पर की है। विजिलेंस की टीम ने शिकायत के आधार पर एक्शन लेते हुए जेई को रिश्वत प्राप्त करते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। जानकारी के अनुसार विजय पठानिया निवासी चाडख़ोला ने इस शिकायत दर्ज करवाई थी कि संबंधित जेई ने सामुदायिक भवन जिसका निर्माण कार्य चाडख़ोला में चल रहा है, जिसकी अगली किस्त जारी करने के एवज में अधिकारी द्वारा 5000 रुपए की रिश्वत मांगी थी। बता दें कि सामुदायिक भवन का निर्माण कार्य विकास में जन सहयोग योजना के अंतर्गत किया जा रहा था, जिसके लिए जिलाधीश कार्यालय कांगड़ा से 990000 रुपए की धनराशि स्वीकृत हुई थी व लगभग 1,60,000 रुपए की राशि आम जनता द्वारा एकत्रित की गई थी।
पकड़ा गया अधिकारी नगरोटा बग्वां का निवासी बताया गया है !
2) चुराह के विधायक ने सदन में सुखविंदर सुखु सरकार को घेरा
चुराह के विधायक हंसराज ने कहा कि अथक प्रयास करने के बाद मेरे विधानसभा क्षेत्र में जनमानस के कल्याण हेतु अति आवश्यक और प्राथमिकता के आधार पर जो संस्थान खोले गए थे !
सुखविंदर सुखू सरकार ने बिना सोचे समझे उन्हें भी बंद कर दिया ! बिजली बोर्ड सर्कल में चार ट्रांसफॉर्मर की आवश्यकता है किन्तु नहीं मिले, बर्फ हटाने के लिए जो JCB मशीन चाहिए थी वो भी हटवा ली गई !
यह कैसा व्यवस्था परिवर्तन हुआ भला ?
3) कुल्लू न्यूज : पुलिस ने बंजार के मंगलौर में पकड़े देवदार के 31 अवैध स्लीपर
ट्राई सिटी टाइम्स राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय समाचार
1) हम ऐसे CM को कैसे बहाल करें जिसने फ्लोर टेस्ट से पहले ही इस्तीफा दे दिया…SC का ठाकरे से सवाल
2) अरुणाचल में चीता हेलीकॉप्टर क्रैश-2 पायलटों की मौत
3) अतीक अहमद को एनकाउंटर का डर, गुजरात से नहीं जाना चाहता UP, आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई
4) शौहर फहद संग हाथों में हाथ डाले नजर आईं स्वरा भास्कर, रिसेप्शन पार्टी में राहुल गांधी भी हुए शरीक
5) देश की बात करना इंटरनेशनल फोरम पर ठीक नहीं… वरुण गांधी ने ठुकरा दिया ऑक्सफोर्ड का इनविटेशन
6) सेना होगी और ज्यादा मजबूत, खरीदे जाएंगे 70 हजार करोड़ के हथियार, डिफेंस मिनिस्ट्री ने दी मंजूरी
7) कनाडा वीजा : पढ़ाई पूरी की, नौकरी भी लगी, अब 700 छात्रों को वापस भेजा जाएगा इंडिया, एक ‘लालच’ से सामने आया बड़ा फर्जीवाड़ा
8) Happiness Lab : राजस्थान में खुली देश की पहली हैपीनेस लैब, एक पल में देगी खुशियों का गुलदस्ता
9) लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही अब कल 11 बजे तक के लिए स्थगित, चौथे दिन भी जारी रहा हंगामा
10) राहुल गांधी ने जताई आशंका, मुझे नहीं लगता है कि संसद में कल मुझे बोलने देंगे
11) राहुल गांधी का अहंकार देश से बड़ा नहीं, गुस्साए रविशंकर प्रसाद वायनाड सांसद पर जमकर बरसे
12) खुद को PMO का अफसर बताकर ‘बहुरूपिये’ ने लिया जेड-प्लस सुरक्षा का आनंद, श्रीनगर में 5-स्टार स्टे!
13) कोरोना के बढ़ते केस के बीच केंद्र ने 6 राज्यों को लिखी चिट्ठी, मामलों को कंट्रोल करने को कहा
14) दिल्ली पुलिस ने राहुल गांधी को भेजा नोटिस, शोषण की शिकार महिलाओं की मांगी डिटेल्स
15) मुफ्ती महबूबा के शिवलिंग पर जल चढ़ाने पर मुस्लिम धर्मगुरु भड़के,दिया बड़ा बयान
16) तेलंगाना में स्वप्नलोक कॉम्प्लेक्स में आग से 6 की मौत:सभी की उम्र 20 से 24 के बीच; कॉल सेंटर में काम करते थे
17) विपक्षी पार्टियों ने की जम्मू-कश्मीर को राज्य बनाने की मांग:इलेक्शन कमीशन से जल्द चुनाव कराने को कहा; मई में श्रीनगर जाएंगे विपक्षी नेता
18) पूर्व अग्निवीरों के लिए सीआईएसएफ में 10 प्रतिशत आरक्षण की घोषणा
19) भारत की जी-20 अध्यक्षता ‘अब तक का सबसे अहम अंतरराष्ट्रीय प्रयास’ : रुचिरा कंबोज
20) स्वामी प्रसाद मौर्य के फिर से विवादित बोल, सुंदरकांड कराना 97% हिंदू को आहत करना
21) बाबा रामदेव की कंपनी को बड़ा झटका, स्टॉक एक्सचेंजों ने पतंजलि फूड्स के प्रेमोटरों के शेयर किए फ्रीज
22) भूकंप के तेज झटकों से थर्राई न्यूजीलैंड की धरती, रिक्टर स्केल पर 7.1 थी तीव्रता
23) मनीष सिसोदिया की बढ़ी मुश्किलें, CBI ने जासूसी मामले को लेकर पूर्व डिप्टी सीएम पर दर्ज किया केस
24) शक्तिकांत दास को ‘गवर्नर ऑफ द ईयर’ पुरस्कार मिलना बहुत गर्व की बात: पीएम मोदी
25) राहुल से फिर हुई भूल, जयराम ने बीच PC में टोका, BJP बोली- आखिर कब तक सिखाओगे
26) उमेश पाल हत्यकांड: एनकाउंटर में दबोचा गया अतीक का एक और शूटर, 50 हजार का है इनामी
27) ED के सामने पेश नहीं हुईं बीआरएस की नेता कविता, सुप्रीम कोर्ट में लंबित मामले का दिया हवाला
28) Weather Updates : मौसम विभाग का दिल्ली-एनसीआर में 17-20 मार्च तक तेज हवाओं संग भारी बारिश और ओले गिरने का अलर्ट
29) WPL में गुजरात ने दिल्ली को हराया:रोमांचक मुकाबले में 11 रन से जीती जायंट्स की टीम, प्लेऑफ की आस बरकरार
30) मैं सुरेश रैना हूं, शाहिद अफरीदी नहीं’, भारतीय क्रिकेटर ने पत्रकारों के सामने उड़ाया पूर्व पाक कप्तान का मजाक!
Tct विस्तार से समाचार
1) घरेलु क्लेश के चलते लगाई फांसी, मरने से पहले बनाई वीडियो
जिला मुक्तसर के हलका मलोट में बीते पांच दिनों में घरेलु क्लेश के कारण दूसरे व्यक्ति ने फांसी लगाकर आत्महत्या करने का मामला सामने आया है। मृतक ने आत्महत्या करने से पहले वीडियो बनाकर अपने ससुराल पक्ष पर गंभीर आरोप लगाए हैं। जानकारी के अनुसार गांव जंडवाला के एक 35 वर्षीय व्यक्ति ने आत्महत्या की है। वर्णनयोग है कि मृतक ने मरने से पहले एक वीडियो बनाई जिसमें उसने अपनी मौत का जिम्मेवार कुछ लोगों को बताया तथा उनके खिलाफ कोई कारवाई से भी इनकार किया।
जानकारी के अनुसार गांव जंडवाला में दीपा पुत्र बलविंदर सिंह ने बीती शाम अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। आरोपानुसार, मृतक अपने घर में क्लेश के चलते परेशान रहता था, इसके अलावा अपनी पत्नी से तलाक के लिए मजबूर करने पर ससुराल पक्ष को अपनी मौत का जिम्मेवार भी बताया। मृतक के पिता के बयानों के आधार पर 174 की कार्रवाई की गई। थानेदार सतवंत सिंह का कहना है कि मृतक के पिता के दर्ज करवाये बयानों वह किसी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं चाहते। पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद लाश परिवारिक मैंबरों को सौंप दी।.
2) गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई ने फिर दी धमकी,बोला-सलमान खान का घमंड तोड़कर रहेंगे
गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई ने जेल में बैठकर ही सलमान खान को धमकी दे दी है। एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में उसने कहा है कि अगर सलमान ने बिश्नोई समाज से माफी नहीं मांगी तो अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहें
3) ऑस्ट्रेलिया में खालिस्तानियों ने इंडियन कॉन्स्युलेट का गेट ब्लॉक किया:PM एल्बनीज ने मोदी से सुरक्षा का वादा किया था, एक हफ्ते बाद हुई घटना
4) ब्रिस्बेन 17 मार्च:
ब्रिस्बेन में मौजूद इंडियन कॉन्स्युलेट। खालिस्तान समर्थकों ने कॉन्स्युलेट के एंट्री गेट को ही ब्लॉक कर दिया। -फाइल फोटो
ऑस्ट्रेलिया के ब्रिस्बेन शहर में बुधवार को खालिस्तान समर्थकों ने इंडियन कॉन्स्युलेट के मेन गेट को जबरदस्ती ब्लॉक कर दिया। यह कॉन्स्युलेट ब्रिस्बेन के सबअर्बन एरिया तारिंगा में है।
‘द ऑस्ट्रेलिया टुडे’ की रिपोर्ट के मुताबिक खालिस्तान समर्थक झंडे, पोस्टर और बैनर लेकर यहां पहुंचे। उन्होंने कॉन्स्युलेट में प्रवेश कर रहे लोगों को अंदर नहीं आने दिया। इसकी वजह से कॉन्स्युलेट में काम नहीं हो पाया।
पिछले ही हफ्ते ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी एल्बनीज भारत दौरे पर आए थे। मीडिया बीफ्रिंग के दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भरोसा दिलाया था कि मंदिरों और भारतीयों पर हमलों के मामलों में खालिस्तान समर्थकों के खिलाफ एक्शन लिया जाएगा।
ऑस्ट्रेलिया के PM एंथनी एल्बनीज ने 10 फरवरी को यह सेल्फी सोशल मीडिया पर शेयर की थी। एल्बनीज ने लिखा था- भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ क्रिकेट के माध्यम से दोस्ती के 75 साल पूरे होने का जश्न।
ऑस्ट्रेलिया के PM एंथनी एल्बनीज ने 10 फरवरी को यह सेल्फी सोशल मीडिया पर शेयर की थी। एल्बनीज ने लिखा था- भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ क्रिकेट के माध्यम से दोस्ती के 75 साल पूरे होने का जश्न।
अंदर नहीं जा पाए जरूरतमंद लोग
ऑस्ट्रेलियाई अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक खालिस्तान समर्थकों ने कॉन्स्युलेट के एंट्री गेट को ब्लॉक कर दिया। इसकी वजह से वो लोग भी कॉन्स्युलेट के अंदर नहीं जा पाए, जिन्हें यहां जरूरी काम थे।
परविंदर सिंह क्वींसलैंड के रहने वाले हैं। उन्होंने ऑफिस से छुट्टी ली, क्योंकि उन्हें कॉन्स्युलेट में काम था। उन्हें बेटे का ओवरसीज इंडियन कार्ड लेना था, लेकिन वो कॉन्स्युलेट में जा ही नहीं सके। सिंह ने कहा- क्या अब ये खालिस्तानी हमें बताएंगे कि ऑस्ट्रेलिया में हमें कैसे रहना है? क्वींसलैंड पुलिस और सरकार को इन लोगों पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री ने कुछ दिन पहले ही तो हमें यह भरोसा दिलाया था।
ब्रिस्बेन में सराह गेट्स हिंदू ह्यूमन राइट्स की डायरेक्टर हैं। उन्होंने कहा- इंडियन कॉन्स्युलेट को जबरदस्ती बंद कराया गया। यहां सिख फॉर जस्टिस के खालिस्तान समर्थक प्रोपेगैंडा चला रहे हैं।
कौन समर्थन दे रहा है
सराह ने कहा- ब्रिस्बेन के सिख टेम्पल की बस में प्रोटेस्टर्स को यहां लाया गया। ये बहुत फिक्र की बात है। इस इलाके में रहने वाले लोगों को अपनी सुरक्षा की चिंता है। गेट्स के मुताबिक, जब खालिस्तानी समर्थक हंगामा कर रहे थे, तब वो खुद घटनास्थल पर मौजूद थीं।
उन्होंने कहा- मंगलवार रात ही पुलिस और स्थानीय नेताओं ने भारतीय समुदाय के लोगों से मुलाकात की थी। उन्हें भरोसा दिलाया गया था कि लॉ एंड ऑर्डर की दिक्कत बिल्कुल नहीं होने दी जाएगी। हर नागरिक की हिफाजत सबसे अहम जरूरत है। डेमोक्रेटिक प्रोटेस्ट अपनी जगह ठीक है, लेकिन इससे किसी को परेशानी नहीं होनी चाहिए।
22 फरवरी को कॉन्स्युलेट की हेड अर्चना सिंह जब ऑफिस पहुंची थीं, तब उन्हें कैंम्पस में खालिस्तान के कुछ फ्लैग मिले थे। उन्होंने पुलिस में इसकी शिकायत दर्ज कराई थी।
पिछले हफ्ते भारत दौरे पर ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री ने नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी।
पिछले हफ्ते भारत दौरे पर ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री ने नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी।
ऑस्ट्रेलियाई PM ने क्या कहा था
11 फरवरी को नई दिल्ली में ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी एल्बनीज ने कहा था- हमारा देश एक मल्टी कल्चर नेशन है। हम सबकी आस्था का सम्मान करते हैं। यहां धार्मिक स्थलों की इमारतों पर हमला करने वालों को कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा। 10 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एल्बनीज से चर्चा के दौरान ऑस्ट्रेलिया में हिंदू मंदिरों पर हो रहे हमलों को अफसोसनाक बताया था।
एल्बनीज ने कहा- ऑस्ट्रेलिया में धार्मिक इमारतों पर किसी भी तरह के हमले को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। चाहे वह हिंदू मंदिर हों, मस्जिद हों या चर्च हों। ऐसी गतिविधियों की हमारे देश में कोई जगह नहीं है। ऑस्ट्रेलिया की सुरक्षा एजेंसियां यह सुनिश्चित करेंगी कि ऐसी गतिविधियां न हों।
पिछले महीने मेलबर्न के अल्बर्ट पार्क में बने इस्कॉन मंदिर में भारत विरोधी नारे लिखे गए थे।
पिछले महीने मेलबर्न के अल्बर्ट पार्क में बने इस्कॉन मंदिर में भारत विरोधी नारे लिखे गए थे।
ऑस्ट्रेलिया में हाल ही में मंदिरों पर हमले हुए
मेलबर्न के उपनगरीय इलाके में थाई पोंगल त्योहार पर मुरुगन मंदिर पर हमला हुआ था। इसके बाद महाशिवरात्रि पर दो हिंदू मंदिरों को निशाना बनाया गया। 18 फरवरी को खालिस्तानियों ने यहां रहने वाले हिंदुओं को धमकाया था।
तब एक भारतीय सुधाकरन प्रकाश ने कहा था- हमारे विष्णु मंदिर पर हमला हुआ। अब खालिस्तानी हमें धमका रहे हैं। हिंदू तो कभी किसी के मामलों में दखल नहीं देते। एक और भारतीय ने कहा- खालिस्तानी समर्थक जो कर रहे हैं, उससे हम बहुत दुखी हैं।
ऑस्ट्रेलिया में मौजूद भारतीय हाईकमीशन ने कहा था- हमने इन मामलों के बारे में ऑस्ट्रेलियाई सरकार से बात की है। जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं।
5) ऋषभ पंत स्विमिंग पूल में कर रहे चलने की प्रैक्टिस:वीडियो पोस्ट किया; कार एक्सीडेंट के बाद 6 हफ्ते तक अस्पताल में एडमिट रहे
दिल्ली 17 मार्च:
पंत ने बुधवार को यह वीडियो पोस्ट किया। वे 30 दिसंबर 2022 को दिल्ली से देहरादून जाते वक्त एक कार हादसे का शिकार हो गए थे।
कार हादसे में गंभीर रूप से घायल हुए टीम इंडिया के विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत अब ठीक हो रहे हैं। 25 साल के स्टार विकेटकीपर पंत अब स्टिक के सहारे चलने भी लगे हैं। वे जल्द ही ठीक हो जाएंगे। इसके लिए पंत कड़ी मेहनत भी कर रहे हैं।
पंत ने इसकी झलक अपने सोशल मीडिया फैंस को दिखाई है। उन्होंने बुधवार को एक वीडियो पोस्ट किया, जिसमें वे स्विमिंग पूल के अंदर पानी में चलते नजर आ रहे हैं। उनके हाथ में एक स्टिक है। पंत ने पोस्ट में लिखा, ‘छोटी-बड़ी हर चीज के लिए आभारी हूं।’
30 दिसंबर 2022 को सुबह 5:30 बजे दिल्ली से देहरादून जाते हुए कार हादसे में बुरी तरह घायल हुए पंत 6 हफ्ते तक अस्पताल में रहे और अब रिकवरी कर रहे हैं।
बता दें कि पंत मैदान में वापसी के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं, जिसका जिक्र कुछ दिन पहले उन्होंने एक इंटरव्यू में किया था। पढ़ें पूरा इंटरव्यू- वापसी के लिए कड़ी मेहनत कर रहे ऋषभ पंत
अब देखिए पंत की वह पोस्ट…
पंत ने बुधवार दोपहर यह वीडियो पोस्ट किया।
पंत ने बुधवार दोपहर यह वीडियो पोस्ट किया।
कुछ दिन पहले बैसाखी के सहारे चलते दिखे थे
पंत कुछ दिन पहले बैसाखी के सहारे चलते दिखे थे। उन्होंने 10 फरवरी को कुछ फोटोज पोस्ट किए थे। जिसमें वे एक्सीडेंट के बाद पहली बार चलते नजर आए थे। इन फोटोज के साथ उन्होंने कैप्शन में लिखा था, ‘एक कदम आगे, एक कदम स्ट्रॉन्गर, एक कदम बेहतर।’
ऋषभ पंत ने अपने ट्विटर अकाउंट पर इस फोटो को शेयर किया था।
ऋषभ पंत ने अपने ट्विटर अकाउंट पर इस फोटो को शेयर किया था।
पहले देहरादून, फिर मुंबई में हुआ इलाज
एक्सीडेंट के बाद पंत करीब 6 हफ्तों तक मुंबई के कोकिलाबेन हॉस्पिटल में भर्ती रहे। वहां उनके घुटने की सर्जरी हुई थी। उनका शुरुआती इलाज देहरादून के मैक्स हॉस्पिटल में हुआ था। बाद में BCCI ने पंत को बेहतर इलाज के लिए मुंबई स्थित कोकिलाबेन हॉस्पिटल में शिफ्ट करा लिया था। जहां BCCI की मेडिकल टीम की निगरानी में उनका ट्रीटमेंट शुरू हुआ।
एक्सीडेंट के बाद 16 जनवरी को पंत ने पहली बार सोशल मीडिया पर अपने ठीक होने का मैसेज पोस्ट किया था। पंत ने हादसे के बाद खुद को हॉस्पिटल पहुंचाने वालों को धन्यवाद कहा था।
पंत से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें…
पंत के घुटने के 3 लिगामेंट टूटे
टीम इंडिया के विकेटकीपर-बैटर ऋषभ पंत के लिए अच्छी खबर नहीं है। एक्सीडेंट के बाद पंत का इलाज देहरादून के मैक्स हॉस्पिटल में चल रहा है। हॉस्पिटल के सूत्रों ने दैनिक भास्कर को बताया है कि पंत के घुटने में गंभीर चोट है, उनके घुटने के 4 में से 3 लिगामेंट टूटे हैं। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें…
सर्जरी के बाद पंत की पहली पोस्ट: लिखा- रिकवरी चैलेंज के लिए तैयार हूं
कार एक्सीडेंट में घायल हुए भारतीय क्रिकेट टीम के विकेटकीपर बैटर ऋषभ पंत ने हादसे के बाद सोशल मीडिया पर अपनी पहली पोस्ट की है। घुटने की सफल सर्जरी के बाद अपनी पोस्ट में उन्होंने फैंस को धन्यवाद कहा है।
6) सावधान: चुप कराने के लिए बच्चों को न दें मोबाइल, आंखें हो जाएंगी खराब; एक बार लगा चश्मा तो नहीं हो पाती रिकवरी..!!
अगर बच्चों को चुप करवाने के लिए मोबाइल थमा रहे हैं तो संभल जाएं नहीं तो जिंदगी भर पछताना पड़ेगा । हो सकता है कि आपके नौनिहाल की नजर कमजोर हो जाए और किशोरावस्था में ही मोटा चश्मा लगाना पड़े। तीन से चार साल उम्र तक बच्चों की आंखों का विकास होता है। इस दौरान यदि बच्चे मोबाइल स्क्रीन को देर तक देखते हैं तो उनकी नजरें कमजोर हो जाती हैं। इससे उनकी पास की नजर कमजोर हो जाती है, जिसे ठीक नहीं किया जा सकता। ऐसे बच्चों को चश्मा लगाने की सलाह दी जाती है। कई बार बच्चे चश्मा लगाने में लापरवाही करते हैं। नतीजतन 18 की उम्र से पहले उनकी आंखें इतनी खराब हो जाती हैं, जिसे ठीक करना संभव नहीं रहता।
7) उद्धव VS शिंदे विवाद में SC का राज्यपाल से सवाल:संवैधानिक संकट था जो विश्वास मत बुलाया? यह लोकतंत्र की दुखद तस्वीर
नई दिल्ली 17 मार्च:
सुप्रीम कोर्ट में बुधवार को CJI डीवाई चंद्रचूड़ ने महाराष्ट्र के शिवसेना विवाद पर सुनवाई के दौरान सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता से कई सवाल किए। CJI ने कहा कि तत्कालीन राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने जल्दबाजी में विधानसभा सत्र बुलाने का फैसला किया। उनके इस फैसले के कारण उनकी भूमिका पर कई सवाल खड़े होते हैं।
गौरतलब है कि महाराष्ट्र में शिवसेना विवाद मामले की सुनवाई CJI की अध्यक्षता वाली 5 जजों की संविधान पीठ कर रही है। मामले में 5 याचिकाएं दायर की गई हैं।
पढ़िए CJI ने राज्यपाल को लेकर क्या-क्या कहा…
क्या राज्यपाल सिर्फ इसलिए सरकार गिरा सकते हैं क्योंकि किसी विधायक ने उनसे कहा कि उसके जीवन और संपत्ति को खतरा है।
विश्वास मत क्यों बुलाया? क्या कोई संवैधानिक संकट था? किसी की सुरक्षा विश्वास मत बुलाने का आधार नहीं हो सकता।
राज्य की सरकार को गिराने में राज्यपाल अपनी मर्जी से सहयोगी नहीं हो सकते। लोकतंत्र में यह एक दुखद तस्वीर है।
राज्यपाल को खुद से यह पूछना चाहिए कि 3 साल का खुशहाल रिश्ता एक रात में कैसे टूट गया। राज्यपाल बेखबर नहीं हो सकते।
राज्यपाल के पक्ष में बोले SG मेहता
राज्यपाल कोश्यारी का बचाव करते हुए SG मेहता ने कहा- शिवसेना विधायक दल ने एकनाथ शिंदे को नेता चुना था। इसलिए राज्यपाल ने उन्हें सरकार बनाने के लिए बुलाया था। 25 जून को 38 विधायकों के हस्ताक्षर वाला पत्र राज्यपाल के पास पहुंचा। बताया गया कि उनकी जान को खतरा है। कुछ न्यूज चैनलों के क्लिप भी दिए गए। छोटे दलों के 38 विधायक और निर्दलीय समेत 47 विधायकों ने राज्यपाल को धमकियों की जानकारी दी। इन विधायकों ने तत्काल सुरक्षा की मांग की थी।
भाजपा विधायक दल ने 28 जून को राज्यपाल को लेटर भेजा था। इस पर देवेंद्र फडणवीस के हस्ताक्षर थे। इसमें लिखा था कि ठाकरे सरकार के पास बहुमत नहीं है। ठाकरे सरकार दल-बदल कानून और शक्तियों का दुरुपयोग करके कुछ विधायकों को अयोग्य घोषित करने की कोशिश कर रही है। इसी लेटर में फ्लोर टेस्ट की मांग भी की गई थी।
CJI के रातों-रात गठबंधन टूटने के सवाल पर तुषार मेहता ने कहा- इसका जवाब देना मेरा काम नहीं है। यह एक राजनीतिक बहस का मुद्दा है। मेहता ने यह भी कहा कि शिंदे गुट के विधायकों को धमकी दी जा रही थी। ऐसे में क्या गवर्नर चुपचाप होकर बैठे रहते।
यह था महाराष्ट्र में सत्ता परिवर्तन का शुरुआती घटनाक्रम
20 जून को शिवसेना के 15 विधायक 10 निर्दलीय विधायकों के साथ पहले सूरत और फिर गुवाहाटी के लिए निकल गए। 23 जून को शिंदे ने दावा किया कि उनको शिवसेना के 35 विधायकों का समर्थन प्राप्त है। लेटर जारी किया गया।
25 जून को डिप्टी स्पीकर ने 16 बागी विधायकों को सदस्यता रद्द करने का नोटिस भेजा। बागी विधायक सुप्रीम कोर्ट पहुंचे। 26 जून को सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने शिवसेना, केंद्र, महाराष्ट्र पुलिस और डिप्टी स्पीकर को नोटिस भेजा।
28 जून को राज्यपाल ने उद्धव ठाकरे को बहुमत साबित करने के लिए कहा। देवेंद्र फडणवीस ने मांग की थी। 29 जून को सुप्रीम कोर्ट ने फ्लोर टेस्ट पर रोक लगाने से इनकार कर दिया, जिसके बाद उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया।
30 जून को एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बने। भाजपा के देवेंद्र फडणवीस उप मुख्यमंत्री बनाए गए।
शिंदे की हुई शिवसेना, तीर-कमान निशान भी मिला
चुनाव आयोग ने एकनाथ शिंदे गुट को असली शिवसेना मान लिया है। आयोग ने शुक्रवार शाम को शिंदे गुट को शिवसेना का नाम और तीर-कमान का निशान इस्तेमाल करने की इजाजत दे दी। आयोग ने पाया कि शिवसेना का मौजूदा संविधान अलोकतांत्रिक है। उद्धव गुट ने बिना चुनाव कराए अपनी मंडली के लोगों को अलोकतांत्रिक रूप से पदाधिकारी नियुक्त करने के लिए इसे बिगाड़ा।
8) किसानों का पैदल मार्च, जैसे सड़क पर ड्रैगन चल रहा:नासिक से मुंबई तक 203 किमी का सफर, प्याज पर MSP की मांग*
नासिक 17 मार्च:
सोमवार से शुरू हुआ किसानों का पैदल मार्च बुधवार को कसारा घाट से गुजरा। यहां ड्रोन से देखने पर ऐसा लगा मानो सड़क पर ड्रैगन चल रहा हो।
नासिक के डिंडोरी से करीब दस हजार किसान पैदल चलकर मुंबई के आजाद मैदान में प्रदर्शन करने जा रहे हैं। सोमवार से शुरू हुआ किसानों का पैदल मार्च बुधवार को कसारा घाट से गुजरा। यहां ड्रोन से देखने पर ऐसा लगा मानो सड़क पर ड्रैगन चल रहा हो। ये किसान, आदिवासियों काे जमीन पर हक, प्याज पर MSP और कर्जमाफी की मांग कर रहे हैं।
डिंडोरी से मुंबई का आजाद मैदान 203 किलोमीटर दूर है। किसान रोज 25 किलोमीटर पैदल चलते हैं। चलते समय अपनी मांगों के समर्थन में नारे लगाते हैं। जहां रुकते हैं, वहीं चूल्हा जलाकर खाना बनाते-खाते हैं और आंदोलन की रणनीति बनाते हैं। अभी किसान मुंबई से करीब 100 किलोमीटर दूर हैं। किसानों को 20 मार्च को मुंबई पहुंचकर प्रदर्शन करना है।
किसान नेताओं की प्रशासन से बात भी चल रही है। प्रशासन से मांगे पूरी होने का आश्वासन लगातार मिल रहा है, लेकिन किसान नेता सरकार से मांगे पूरी करने की घोषणा करने को कह रहे हैं।
अखिल भारतीय किसान सभा और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की अगुआई में निकाले जा रहे मार्च में किसानों के साथ लेफ्ट पार्टी के जेपी गावित, अजित नवले जैसे नेता और नासिक जिले के आदिवासी बहुल बागलान, कलवन, डिंडोरी तहसील के आदिवासी, मजदूर भी हैं।
कानून व्यवस्था और ट्रैफिक प्लान की तैयारी
डीसीपी किरण कुमार चव्हाण ने बताया कि हमने लॉ एंड ऑर्डर बनाए रखने के लिए पर्याप्त पुलिस फोर्स तैनात किया है। ट्रैफिक प्रभावित न हो, इसलिए सड़क पर दो रूट बनाए गए हैं।
सरकार से सिर्फ आश्वासन मिला, न्याय नहीं
अखिल भारतीय किसान सभा की महाराष्ट्र इकाई के महासचिव अजीत नवाले ने कहा- प्याज के दाम जब भी गिरे, किसानों को सरकार से सिर्फ आश्वासन मिला, न्याय नहीं। हम दूध उत्पादकों के मुद्दे उठाते रहे हैं, लेकिन सरकार केवल आश्वासन दे रही है। किसान न्याय के लिए सरकार पर दबाव बनाने के मकसद से पैदल मार्च निकाल रहे हैं।
नासिक में इस तरह का तीसरा आंदोलन
नासिक में इस तरह का यह तीसरा आंदोलन है। 2018 और 2019 में भी किसान पैदल मार्च निकाल चुके हैं। दोनों ही बार सरकार ने मांगे पूरी करने का आश्वासन देकर आंदोलन रुकवा दिया था। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने मंगलवार को मंत्रालय में बातचीत के लिए किसानों की अगुआई करने वालों को बातचीत के लिए बुलाया था, लेकिन इसे दरकिनार कर किसान पैदल मार्च के लिए चल दिए।
महाराष्ट्र विधानसभा में प्याज पर हंगामा:2 रुपए किलो में प्याज बेचने को मजबूर किसान, जानें कीमतों में गिरावट के कारण?
देश के तमाम खुदरा बाजारों में प्याज 15 से 25 रुपए प्रति किलो तक बिक रही है, लेकिन एशिया के सबसे बड़े प्याज बाजार नासिक में किसानों को इसे 2 से 4 रुपए प्रति किलो में बेचना पड़ रहा है। पिछली साल किसानों ने इस समय में प्याज 20 रुपए किलो में बेचे थे। ऐसे में यहां अब किसान इस बार फायदा नहीं, नुकसान का हिसाब लगा रहे हैं।
512 किलो प्याज के लिए किसान को मिले ₹2:₹1 किलो के भाव से खरीदी गई फसल, भाड़ा काटने के बाद बचे ₹2
महाराष्ट्र में सोलापुर जिले का एक किसान 70 किमी दूर प्याज बेचने गया था, लेकिन उसकी 512 किलो प्याज सिर्फ 1 रुपए प्रति किलो के भाव से खरीदी गई। इस तरह किसान को अपनी फसल के लिए 512 रुपए मिले, जिसमें फसल को बाजार तक पहुंचाने का भाड़ा हटाने के बाद उसे 2 रुपए का चेक दिया गया। व्यापारी का कहना है कि किसान के प्याज की क्वालिटी खराब थी।.
