*जीवन में आगे बढ़ने के लिए साॅफट स्क्लि आवश्यक : कुलपति डा.डी.के.वत्स*
जीवन में आगे बढ़ने के लिए साॅफट स्क्लि आवश्यक : कुलपति डा.डी.के.वत्स।
साॅफट स्क्लि डेवेलमेंट पर तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का शुभारंभ
पालमपुर,21 नवंबर। चौधरी सरवन कुमार हिमाचल प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय में मंगलवार को कुलपति डा. डी.के.वत्स ने ‘‘साॅफट स्क्लि डेवेलमेंट‘‘ पर तीन दिवसीय प्रशिक्षण का उद्घाटन किया।
कुलपति ने कहा कि आज की गतिशील और प्रतिस्पर्धी दुनिया में साॅफट स्क्लि सभी के लिए बहुत मददगार साबित होती हैं। उन्होंने कहा कि छात्रों के बीच नेतृत्व गुणों को विकसित करना महत्वपूर्ण है। साॅफट स्क्लि डेवेलमेंट से छात्रों में साक्षात्कार का सामना करने के लिए आत्मविश्वास भी विकसित होता है। उन्होंने कहा कि सकारात्मक दृष्टिकोण व्यक्ति के जीवन में आगे बढ़ने के संकल्प को निर्धारित करता है।
डा. वत्स ने कहा कि आत्मनिरीक्षण और किसी के व्यक्तित्व को ठीक से जानने से भी विभिन्न कौशल विकसित करने में मदद मिलती है। एक अच्छे और सुंदर व्यक्तित्व को विकसित करने के लिए सचेत और नियमित प्रयासों की आवश्यकता होती है। उन्होंने जीवन का लक्ष्य तय करने, कड़ी मेहनत, असफलता और सफलता के महत्व पर भी चर्चा की। जीवन, स्वयं से बात करना, स्वयं की देखभाल, स्वस्थ विकल्प चुनना, आलोचनात्मक सोच, आदि के बारे में उन्होंने बताते हुए कहा कि विश्वविद्यालय सभी छात्रों को उत्कृष्ट तकनीकी कौशल प्रदान कर रहा है। उन्होंने करियर और जीवन में अधिक ऊंचाई हासिल करने के लिए आरामदायक क्षेत्र छोड़ने की सलाह दी। उन्होंने कृषि का अध्ययन करने और मानवता की सेवा करने के महत्व के बारे में भी विस्तार से बताया।
छात्र कल्याण अधिकारी डा. एस.पी.दीक्षित ने अनुशासन, समय प्रबंधन, करियर चुनने में स्पष्टता, स्वस्थ भोजन लेने आदि के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि छात्रों को शिष्टाचार विकसित करना चाहिए और अपने माता-पिता, शिक्षकों और बड़ों के प्रति सम्मान रखना चाहिए।
सामुदायिक विज्ञान महाविद्यालय के अधिष्ठाता डा. वाई.एस. धालीवाल ने कहा कि पारस्परिक कौशल महत्वपूर्ण सोच और समस्याओं को हल करने में मदद करते हैं। उन्होंने छात्रों के लिए टीम वर्क के महत्व पर जोर दिया।
प्रशिक्षण समन्वयक डा. राज पठानिया ने बताया कि स्नातक छात्र भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद प्रायोजित प्रशिक्षण में भाग लेंगे। उन्होंने बताया कि विभिन्न विशेषज्ञ व्याख्यान देंगे और प्रशिक्षुओं के साथ बातचीत करेंगे।
डाक्टर राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कालेज टांडा के अतिरिक्त प्रशासक डा. मेजर अवनिंदर कुमार और डा.मधुर कटोच ने भी अपने विचार व्यक्त किए। उद्घाटन समारोह के दौरान सामुदायिक विज्ञान महाविद्यालय के वैज्ञानिक उपस्थित थे।