Palampur :*शहीद कैप्टन विक्रम बत्रा राजकीय महाविद्यालय पालमपुर में सात दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय कार्यशाला का हुआ समापन*
Palampur :*शहीद कैप्टन विक्रम बत्रा राजकीय महाविद्यालय पालमपुर में सात दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय कार्यशाला का हुआ समापन*
शहीद कैप्टन विक्रम बत्रा राजकीय महाविद्यालय पालमपुर में आज संस्थान के कैरियर गाइडेंस सेल और अंतर्राष्ट्रीय रिपब्लिक आफ दी फिलीपींस मंडानाआओ स्टेट यूनिवर्सिटी ऑफ सूलू के संयुक्त तत्वावधान से आज दिनांक 25 मार्च को सात दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय कार्यशाला का समापन हो गया। कैरियर विकास में संप्रेषण सि्कल की भूमिका विषय पर केंद्रित यह कार्यशाला 19 मार्च से 25 मार्च तक गतिमान रही।इस कार्यशाला में अल्बानिया ब्राज़ील स्पेन क्रोशिया , ईरान, इराक, लेबनान ,टोगो, नाइजीरिया ,कारमेलेट आइलैंड, मिस्र, सीरिया ,फिलिपींस ,घाना, तुर्की, पाकिस्तान और बांग्लादेश इत्यादि बीस देशों के बानवें प्रतिभागी तथा भारत के अलग-अलग राज्यों से लगभग तीन सौ अस्सी और विशेष रूप से हिमाचल प्रदेश के 12 जिलों के शिक्षाविदो् ने अपनी प्रतिभागिता ऑनलाइन और ऑफलाइन मोड पर दर्ज की।प्रथम पांच दिन वक्तव्यों का दौर चला।24 तारीख को फीडबैक सत्र हुआ और 25 तारीख को प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र वितरित किए गए। कार्यशाला के मुख्यातिथि और चीफ पैटर्न प्राचार्य डॉ अनिल आजाद रहे । समापन समारोह का प्रारंभ संगीत विभाग के प्रो रवीन्द्र ठाकुर के निर्देशन में तैयार,छात्र छात्राओं द्वारा वंदे मातरम गायन से हुआ।प्रो भानुप्रताप सिंह ने प्रो दीप्ति और बीबीए विभाग के विद्यार्थियों द्वारा तैयार महाविद्यालय की विभिन्न गतिविधियों को दर्शाती डॉक्युमेंट्री प्रस्तुत की।अध्यक्षीय उद्बोधन में डॉ आजाद ने कहा कि किसी भी शिक्षा संस्थान के शैक्षणिक विकास हेतु ऐसी विद्वतापूर्ण कार्यशालाओं की विशिष्ट भूमिका रहती है।जहा परस्पर मेल-मिलाप और संवाद के माध्यम से बहुत कुछ जानने,समझने और सीखने का सुवसर प्राप्त होता है। सौहार्द की नींव पर नवल मैत्री सम्बंधों की सम्भावनाएं पनपती है।
सभी विभागों द्वारा भविष्य में ऐसी कार्यशालाओं को करवाने की सक्रिय भूमिका निभानी चाहिए।पैटर्न की भूमिका में मिदनाआओ स्टेट यूनिवर्सिटी के चांसलर डॉ नागेदर जे अब्दुर रहमान ने डॉ आजा़द, कार्यशाला समन्वयक डॉ सुनील कटोच,सुलू विश्वविद्यालय की प्रो डॉ मेघना और समन्वयक एवं आयोजन सचिव डॉ शैलजा वासुदेवा तथा महाविद्यालय प्रशासन के प्रयासों की सराहना करते हुए कार्यक्रम के संयुक्त समायोजन करने हेतु धन्यवाद किया । वक्तव्य सत्र में अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त विषय विशेषज्ञ अंग्रेजी विभाग फैकेल्टी आफ फॉरेन लैंग्वेज,टिराना अल्बानिया से डॉ रोज़ना बेला, क्रोशिया विश्वविद्यालय से डॉ नाडा रथ कोविक,सुलू विश्वविद्यालय से डॉ फरहा मिंडनिओ,डी लोमे टोगो विश्वविद्यालय से डॉ कोफि एबोतची, हिमाचल विश्वविद्यालय से डॉ शालिनी कश्मीरा, केन्द्रीय विश्वविद्यालय केरल से डॉ थियागू सूर्या,बिलीव एकेडमी ब्राजील से प्रो विलिमा द लाऊंज,के एल विश्वविद्यालय से डॉ तनुश्री सरकार और राजकीय महाविद्यालय पालमपुर से प्रो राका शर्मा ने अपने अपने विषयों पर ज्ञानवर्धक वक्तव्यों की प्रस्तुति दी। प्रश्नकाल के दौरान जिज्ञासुओं की शंकाओं का समाधान किया गया। विशिष्ट वक्ताओं के रूप में टिराना यूनिवर्सिटी, अल्बानिया की डॉ शपरेशा डेलिजा तथा मेट्रोपोलियन यूनिवर्सिटी, सर्बिया की प्रो डॉ जेलिना बोस्केविक ने मेधापूर्ण संभाषणों से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध किया। सुलू विश्वविद्यालय के कुलपति ने कार्यशाला के सफलतम आयोजन हेतु समन्वयक डॉ शैलजा वासुदेवा को शिक्षा क्षेत्र में युवा अंतर्राष्ट्रीय चमकता सितारा की उपाधि से सम्मानित किया। कार्यक्रम के अंत में प्राचार्य महोदय और प्रो अरुण चंद्र, डॉ सुनील कटोच,डॉ शैलजा,डॉ मीनाक्षी, डॉ दिवाकर, प्रो राजेश, प्रो तनवीर,प्रो भानु को स्मृतिचिन्ह देकर सम्मानित किया गया।धन्यवाद प्रस्ताव डॉ शैलजा वासुदेवा ने रखा। मंच संचालन डॉ मीनाक्षी ठाकुर ने किया। कार्यक्रम में समस्त शिक्षक उपस्थित रहे।
कुल मिलाकर कार्यशाला विचारोंत्तेजक भाष्यों का सांझा मंच प्रमाणित हुई। देशीय और पाश्चात्य देशों के बहुविध शिक्षाविदो् का एक मंच पर आना और प्रभावशाली प्रस्तुतियां देना संस्थान के लिए बहुउपयोगी अनुभव रहा।