Election 2024:-*मोदी_और_राहुल_के_बयानों_पर_आयोग_का_नोटिस*
27 अप्रैल 2024-(#मोदी_और_राहुल_के_बयानों_पर_आयोग_का_नोटिस)-
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार चुनाव आयोग ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बयानों पर सख्त रुख़ अपनाते हुए नोटिस जारी किया है। दोनो नेताओं के खिलाफ दर्ज शिकायतों पर आयोग ने भाजपा और कांग्रेस के अध्यक्षों को 29 अप्रैल को सुबह 11 बजे तक जबाव देने को कहा है। साथ ही आयोग ने नेताओं के भाषणों के लिए पार्टियों के अध्यक्षों को जिम्मेदार ठहराते हुए जबावदेही तय करने के लिए कहा है। खैर किस दल की शिकायत सही है या गलत है इस पर मै कोई राय व्यक्त करने मे सक्ष्म नहीं हूँ लेकिन आयोग की यह टिप्पणी स्वयं ही बहुत कुछ बोल रही है कि राजनैतिक दलों एवं उनके वरिष्ठ नेताओं से ऐसे बयानों की उम्मीद नहीं की जा सकती है। देश की राजनीति का अवलोकन करने पर यह ही ध्यान मे आता है कि आज भी देश मे भाजपा और कांग्रेस ही मुख्य राजनैतिक दल है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस नेता राहुल गांधी इनके प्रमुख नेता है।
मेरी समझ मे इन दोनो नेताओं को ऐसी स्थिति से बचना चाहिए था कि नोटिस जारी होने की नौबत आन पड़ी है। प्रतिष्ठित दैनिक के अनुसार यह पहली बार है जब किसी प्रधानमंत्री के खिलाफ आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन संबंधी शिकायत का संज्ञान लेकर नोटिस जारी किया गया है। मेरे विचार मे आज वोट बटोरने के चक्कर मे बहुत सी बाते ऐसी कही जाती है जो सिर्फ चुनाव अभियान के लिए घड़ी जाती है और उदेश्य होता है मतदाताओं को भ्रमित कर लुभाने का। यह भी दर्ज करने काबिल है कि भ्रमित अभियान मे मुख्य भूमिका सोशल नेटवर्किंग, सोशल साइट्स और सोशल मीडिया जो कि वैकल्पिक मीडिया के नाम से जाना जाता है निभा रहा है। मेरे विचार मे सभी पार्टियों के बड़े नेताओं के लिए जरूरी है कि वह अपने लिए स्वयं ही लक्ष्मण रेखा तय करें। आदरणीय अटल जी कहा करते थे कि मै किसी की कमर के नीचे वार नहीं करता हूँ और अपने लिए यह लक्ष्मण रेखा मैने स्वयं खींच रखी है।
#आज_इतना_ही।