Election 2024 :*लोकतंत्र_का_उत्सव_चुनाव_सम्पन्न_अब_परिणामों_का_इतंजार* महेंद्रनाथ सोफत पूर्व मंत्री हिमाचल प्रदेश सरकार
02 जून 2024– (#लोकतंत्र_का_उत्सव_चुनाव_सम्पन्न_अब_परिणामों_का_इतंजार)–
लोकसभा चुनाव के मतदान के समाप्त होते ही अब परिणामों को लेकर अटकलें लगाई जाने लगी है। मेरी समझ मे इस सारे चुनाव मे मतदाता खामोश था। इस खामोशी के कारण चुनाव का क्या रुख़ है वह साफ नहीं हो सका। सोशल नेटवर्किंग पर बहुत से आंकलन वायरल जरूर हो रहे है लेकिन वह आंकलन कम और चुनाव प्रचार का हिस्सा अधिक है। चुनाव अभियान के दौरान एक बात स्पष्ट थी कि इस चुनाव मे न तो किसी दल का उग्र विरोध था और न ही अपार समर्थन। एक बात दर्ज करने काबिल है कि इस चुनाव अभियान मे मर्यादाहीन ब्यानबाजी और आरोप – प्रत्यारोप का बोलबाला रहा, फिर चुनाव विशेषकर हिमाचल मे शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न हो गए है। खैर अब बात रही अगली केन्द्रीय सरकार बनने की। इस बारे मे सारे अनुमान,ओपिनियन पोल, सर्वे और एक्जिट पोल को एक तरफ छोड़कर एक बात ध्यान मे आती है कि विपक्षी दलों द्वारा भी व्यापक रूप से यह स्वीकार किया जा रहा है कि भाजपा 18वी लोकसभा मे सबसे बड़ी पार्टी के रूप मे उभर रही है।
एक प्रतिष्ठित दैनिक के अनुसार अब तक सबसे लम्बे एवं सबसे कठिन संसदीय चुनावो मे मतदान के बाद बहस भाजपा को मिलने वाली संख्या पर आ कर टिक गई है। मुझे नहीं पत्ता भाजपा का यह आंकडा कहां तक पहुंचेगा और कांग्रेस और इंडिया गठबंधन अपने संख्या बल मे कितना उछाल लाने मे सफल होगा, लेकिन मेरे विचार मे वर्तमान परिदृश्य मे सबसे बड़ी पार्टी को सरकार बनाने से रोकना अति कठिन काम होगा। बड़ी पार्टी को जादूई आंकडा जुटाने मे सुगमता रहती है और उन्हे रोकने के लिए विरोध पक्ष मे जो तालमेल और एकता चाहिए होती है वह दिखाई नहीं दे रही है। हालांकि अधिकतर आंकलन एन.डी.ए को स्पष्ट बहुमत की बात करते हुए उनके 400 पार पर प्रश्न चिह्न लगा रहे है। मुझे लगता है दोनो पक्षों के लिए विन-विन की स्थिति रह सकती है। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन स्पष्ट बहुमत की ओर अग्रसर हो सकता है और विरोध पक्ष का इंडिया गठबंधन इस बात पर सन्तोष कर सकता है कि हमने एन.डी.ए गठबंधन को 400 पार का लक्ष्य छूने नहीं दिया है।
#आज_इतना_ही।