Exit Poll :*एक्जिट_पोल_सर्वे_तीसरी_बार_मोदी_सरकार_की_भविष्यवाणी_कर_रहा_है*
03 जून 2024- (#एक्जिट_पोल_सर्वे_तीसरी_बार_मोदी_सरकार_की_भविष्यवाणी_कर_रहा_है)-
एक्जिट पोल कितना सही है या कितना गलत है इसका निर्णय कल परिणाम घोषित होने के साथ हो जाएगा। चुनाव के बाद का सर्वेक्षण भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन को प्रचंड बहुमत का अनुमान लगा रहा है साथ ही कांग्रेस की सीटें बढ़ने की बात भी कर रहा है। यह चुनाव परिवर्तन चाहने वालो और परिवर्तन न चाहने वालो मे किसका बहुमत था यह तय करेगा। मेरी समझ मे चुनाव मे परिवर्तन की कोई हवा दिखाई नहीं दे रही थी। उसका एक बड़ा कारण परिवर्तन के लिए कोई स्पष्ट विकल्प मतदाताओं के सामने उपलब्ध नहीं था। विपक्ष न तो वैकल्पिक नेता पेश कर सका और न ही न्यूनतम सांझा कार्यक्रम प्रस्तुत कर सका। इंडी गठबंधन की बड़ी नेता ममता गठबंधन के साथ है या नहीं इस पर लगातार संशय बना रहा।
मेरे विचार मे मतदाताओं के मन मे आने वाली सरकार की स्थिरता को लेकर भी शंका थी। अधिकांश लोगो को लगता था कि शायद विपक्षी गठबंधन स्थिर सरकार देने मे सफल नहीं हो पायेगा। मुझे भी लगता है कि कोई गठबंधन तभी स्थिर सरकार दे सकता है यदि उसका नेतृत्व करने वाले दल के पास कम से कम 200 सीटे हो। गैर भाजपा गठबंधन का नेतृत्व करने वाली कांग्रेस को कोई एक्जिट पोल सर्वे इतनी सीटे नहीं दे रहा है। यह बात सही है कि एक्जिट पोल सर्वे हमेशा ठीक नहीं होते है लेकिन इस बार के सर्वेक्षण पर अधिक सवाल खड़े नहीं किये जा रहे है। यह बात भी दर्ज करने काबिल है कि लगभग सभी सर्वेक्षण एन डी ए की सरकार के रिपीट होने को लेकर एकमत है। मेरी समझ मे दस वर्ष की सरकार के खिलाफ सत्ताविरोधी हवा का न होना बड़ी बात है। यदि एक्जिट पोल सर्वे सही है तो यह बात भी सही है कि लोगो ने इसलिए भी परिवर्तन को प्राथमिकता नहीं दी क्योंकि उन्हे डर था कि परिवर्तन से उनका जीवन और भी बदतर हो सकता है। इसलिए उन्होने यथास्थिति को चुनने मे भलाई समझी। यह सर्वविदित है कि यथास्थिति मे अधिक सकून रहता है।
#आज_इतना_ही।