*पंद्रह अगस्त आया_* विनोद शर्मा वत्स*
*🛑💲💲 _पंद्रह अगस्त आया_*
*_कविता_*
पंद्रह अगस्त आया सरकार फिर से लाया।
एन डी ऐ के कुनबे ने इतिहास है रचाया।
विषपान करके सेवक देखो बना तू शंकर।
जितने भी साथ आये उनको बनाया शंकर।
तेरी इसी अदा ने भारत विजयी बनाया।
एन डी ऐ के कुनबे ने इतिहास है रचाया।
मनु तेरी पिस्टल ने दो कांस्य पदक दिलाये।
पेरिस के ओलंपिक में इतिहास तूने बनाये।
सम्मान उस गुरु को जिसने तुझे सिखाया।
एन डी ऐ के कुनबे ने इतिहास है रचाया।
इस बार के बजट में युवा किसान महिला।
तीनो के दिलो से नफरत का हटाया जाला।
तीनो को साथ लेकर नायक इन्हें बनाया।
एन डी ए के कुनबे ने इतिहास है रचाया।
आतंकियों के हमले फिर से लगे है होने।
कुछ अपने कुछ पराये लगे है बीज बोने।
सेना ने घर मे घुसके जन्नत उन्हें पहुंचाया।
एन डी ऐ के कुनबे ने इतिहास है रचाया।
करबद्ध करूँ मैं प्रथाना सेवक रहे स्वस्थ। क्योंकि मेरे भारत को अब रहना है मस्त।
इसलिये पूरे सावन शंकर को जल चढ़ाया।
एन डी ऐ के कुनबे ने इतिहास है रचाया।
*_विनोद शर्मा वत्स✍️_*
*_मुंबई_*
*_शेखावाटी संकल्प_*
एक और रचना
उस्ताद के जन्मदिन पर एक छोटा सा प्रयास
कलम के नायक शब्दो के मसीहा।
नज़्मो के उस्ताद गज़लो के पिया।
आज जन्मदिन हे आपका उस्ताद।
शुक्रिया आपने लोगो को बहुत दिया।
आप खयाल कविता गज़ल क्या खूब कहते हो
शब्दो के जरिये छोटे बडो के दिलो में रहते हो
आपको पढ़ा,समझा,जाना,
आप बेमिसाल हो
आप मिर्ज़ा गालिब के सिपहसालार हो।
मेरी कलम सजदा करती हैं आपको।
आप कलम के उस्ताद हैं
आप बेबाक हैं
आप हमेशा स्वस्थ रहे
और आने वाली पीढी को अपनी नज्मो के जरिये
गजलो के जरिये ज्ञान देते रहे।
आप व्यस्त रहे स्वस्थ रहे मस्त रहे।
आपका शागिर्द
विनोद शर्मा वत्स