*प्रधानमन्त्री के आह्वान पर इन्साफ संस्था ने पेश की मिसाल “एक पेड मां के नाम” लगा कर मनाया अपना सातवाँ वन महोत्सव*
प्रधानमन्त्री के आह्वान पर इन्साफ संस्था ने पेश की मिसाल “एक पेड मां के नाम” लगा कर मनाया अपना सातवाँ वन महोत्सव
:- आज समाज सेवा में समर्पित इन्साफ संस्था ने अपना सातवाँ वन महोत्सव पालमपुर विधानसभा क्षेत्र के अन्तर्गत बाबा अनन्त राम मन्दिर परिसर लाहला में प्रस्तावित त्रिमूर्ति शहीद वाटिका में पौधे रोपित करके मनाया । समारोह के मुख्य अतिथि पूर्व मुख्यमन्त्री हि प्र सरकार एवं पूर्व केन्द्रीय मन्त्री भारत सरकार श्री शान्ता कुमार जी ने “एक पेड मां के नाम” अर्थात अपनी माता कौशल्या देवी के नाम की प्लेट रोपित पौधे के आगे लगाकर समारोह का शुभारम्भ किया। इस तरह पूर्व सूचना के आधार पर संस्था ने समारोह में शामिल तमाम सदस्यों की माताओं के नाम की प्लेट उनके कर कमलों से रोपित पौधे के आगे लगाई । जिससे कि सभी अपने अपने पौधे का बच्चे की तरह लालन पालन करें ओर यह समारोह मात्र फोटो अर्थात सैल्फी खिचवाने तक सीमित न रहे । इसके उपरान्त समारोह का आयोजन नेचर ब्लूम रिजॉर्ट दराटी में किया गया । यहाँ मुख्य अतिथि का उपस्थित सदस्यों ने गर्मजोशी के साथ स्वागत किया । इस मोके पर मुख्य अतिथि द्वारा “इन्साफ एक अवलोकन” विवरणिका का विमोचन किया गया । मुख्य अतिथि का स्वागत व कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए उपस्थित सदस्यों का आभार जताते हुए संस्था के अध्यक्ष एवं पालमपुर के पूर्व विधायक प्रवीन कुमार ने संस्था की तमाम गतिविधियों का लेखा जोखा मुख्य अतिथि के समक्ष रखा ।अपने स्वागत भाषण में संस्था के अध्यक्ष ने मुख्य अतिथि को अवगत करवाया कि संस्था ने अपना पहला वन महोत्सव शहीद कैप्टन सौरभ कालिया जी की यादगार में भयभुंजनी गढ माता मन्दिर परिसर में कैप्टन सौरभ कालिया नव गृह वाटिका स्थापित करके मनाया । इसी तरह दूसरा वन महोत्सव संस्था ने सुप्रसिद्ध पर्यावरण विद कुल भूषण उपमन्यू जी के कर कमलों से चोक्की खलेट में पौधा रोपित करके मनाया । आज वन मण्डल पालमपुर ने इस वन वाटिका को सबसे खूबसूरत वाटिका के रूप में प्रदर्शित करके रख दिया है। इसी तरह संस्था ने तृतीय वन महोत्सव विन्द्रावन में प्रस्तावित शहीद कैप्टन विक्रम बतरा वाटिका के रुप में मनाया । जिसके लिए आपके अभूतपूर्व सहयोग से सौरभ वन विहार की तरह विक्रम बतरा वन विहार वाटिका के लिए 4 करोड़ 10 लाख स्वीकृत हो चुका है। इसके ऊपर वन मण्डल पालमपुर बडी गम्भीरता के साथ काम कर रहा है। संस्था ने पंचम वन महोत्सव निवर्तमान सांसद श्री किशन कपूर जी के कर कमलों से आपके ही द्वारा बतौर मुख्यमन्त्री शुरू की गई महत्वाकांक्षी वन लगाओ , रोजी कमाओ योजना जिसका कि शुभारम्भ तत्कालीन प्रधानमंत्री श्रद्धेय चन्द्रशेखर जी के कर से आपने करवाया था। बदसूरत बन चुके उस नींव स्थल को विकसित करके पौधा रोपित करके मनाया । संस्था ने अपना छठा वन महोत्सव भारत वर्ष के पहले परमवीर वक्र विजेता मेजर सोमनाथ जी की यादगार में उन्ही के पैतृक गांव डाढ में मनाया । मेजर सोमनाथ जी के नाम की इस प्रस्तावित वन वाटिका के लिए संस्था ने लोकसभा सांसद सहित तीनों मान्य राज्य सभा सांसदों को लिखे इस एवज़ में केवल श्री किशन कपूर जी ने सांसद निधि से 50 लाख रुपये मंजूर करके वन विभाग के पास भिजवा दिये है। । इस बार संस्था अपना सातवाँ वन महोत्सव आपके ही कर कमलो से इसी क्षेत्र के 1962 व 1971 की लड़ाई में शहीद हो चुके शहीद चौधरी परस राम , रोशन लाल चौहान व पुन्नू राम धीमान जी के नाम की प्रस्तावित शहीद त्रिमूर्ति वन वाटिका के रूप में मना रही है। इन तीनों शहीद परिवारों का गिला है कि मातृ भूमि की रक्षा करते करते इन रण्बांकुरो ने अपना सर्वोच्च बलिदान दिया लेकिन आज दिन तक हमें किसी ने याद नहीं किया ।
1.इसके अतिरिक्त संस्था के अथक प्रयासों से लगभग 3 करोड़ रुपये की लागत से काऊ सैन्चूरी भवन तैयार है। काऊ सेवा आयोग , पशुपालन विभाग व चामुण्डा मन्दिर ट्रस्ट इसे मिलकर चलाए ।
2.संस्था के आला दर्जे के सेवानिवृत्त अधिकारियों द्वारा मैंहझा पुल से सौरभ वन विहार तक धोलाधार टूरिजम अर्थात पर्यटन , पावर व स्वरोजगार से जडी महत्वाकांक्षी परियोजना मुख्यमन्त्री जी की सेवा में प्रेषित है।
3. शिखर पहाड़ी पर स्थित सिद्ध शक्ति पीठ माता आदि हिमानी चामुण्डा मन्दिर को माता वैष्णो देवी की तर्ज पर संस्था द्वारा सोलर लाईटें लगाने के प्रयास ।
इत्यादि प्रमुख कार्यों के अतिरिक्त संस्था समय समय पर जरुरत मन्दो असहाय व बेसहाराओं की मदद व समाज सेवकों एवं प्रतिभाशाली प्रेरणादायक प्रतिभाओं कोअपने आयोजित कार्यक्रमों में सम्मानित करती रहती है।