*सरकार अब पैदल चलने लग पड़ी है* Rakesh korla HAS
*सरकार अब पैदल चलने लग पड़ी है*
“सुनो जी , सरकार अब पैदल चलने लग पड़ी है। प्रतीकात्मक ही सही , फर्क तो पड़ेगा। काश , यह संदेश दूर तक जाए।”
यह बताते हुए हाई कमान उर्फ श्रीमति जी के चेहरे पर खुशी झलक रही थी ।
” भागवान , सरकार के नीचे भी कई ‘ सरकारें ‘ होती हैं और अगर वहाँ भी यह संदेश पहुँचे , तभी कुछ सुधार हो सकता है ।
हिमाचल में तो
‘ सलाहकार – मंडली ‘ ही बहुत बड़ी है जो हर महीने खजाने को निचोड़ रही है।
” मेरी बातें सुनकर मुझे याद दिलाते हुए कहने लगी ,
” हमारे पालमपुर ने तो इस मामले में अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत किए हैं !”
मैंने कहा कि मुद्दे की बात करो।
“क्यों तुम्हें याद नहीं कि लगभग 1 वर्ष पूर्व भूतपूर्व मुख्यमंत्री श्री शांता कुमार जी ने उनको दी गई Escort vehicle , जिस पर और उसके साथ चलने वाले सुरक्षा कर्मियों पर हर महीने लाखों का खर्चा होता था , सरकार को लौटा दी थी।
और अब पालमपुर के ही एक बेटे , श्री गोकुल बुटेल ने मुख्यमंत्री के सलाहकार के रूप में हर महीने मिलने वाली 2,50,00 रूप की राशि का परित्याग कर दिया है।”
यह कहते हुए उस के चेहरे पर गर्व भरी मुस्कुराहट झलक रही थी।
” भई, आपके पालमपुर के क्या कहने । आशा करते हैं कि सभी अनुकरण करेंगे।”
इतना कह कर मैं सैर के लिए निकल ही रहा था कि उसने पूछा ,
” अब कहाँ जा रहे हो ?”
” पैदल मार्च , और सुनो , सरकार पैदल चलेगी तो सरकार चलाने वालों के ‘ मध्य – प्रदेश ‘ ( पेट ) भी कम होंगे और सरकार आर्थिक ही नहीं शारीरिक रूप से भी तंदरुस्त हो जाएगी।” ,
इतना कहकर मैंने सैर के लिए निकल जाना बेहतर समझा।
राकेश कोरला।
पुष्पांजलि।
पालमपुर।
हिमाचल प्रदेश।
25.08.2024
#सुबहकीचौधराहट