editorial-mns-102 :महिलाओ_की_सुरक्षा_मे_बने_कानूनो_का_हो_रहा_दुरुपयोग*लेखक महेंद्र नाथ सोफत पूर्व मंत्री


17 दिसंबर 2024-(#महिलाओ_की_सुरक्षा_मे_बने_कानूनो_का_हो_रहा_दुरुपयोग)–
समाज मे दहेज के कारण हो रहे महिलाओ के उत्पीड़न को रोकने लिए सरकार धारा 498 ए के रूप मे दहेज विरोधी सख्त कानून लेकर आई। इसी प्रकार घरेलु हिंसा के लिए भी कानून पारित किया गया। महिलाओ की सुरक्षा होनी चाहिए और उनके हित मे कानून बनने चाहिए इसमे कोई दो मत नही हो सकते, लेकिन अगर महिलाओ के हित मे बने कानून निर्दोष पुरुषो के खिलाफ हो तो निश्चित तौर पर उनका पुनर्विलोकन जरूरी है। यह सर्वविदित है कि इन दोनो कानून का दुरुपयोग हो रहा है। अब तो बात यहां तक पहुंच चुकी है कि कुछ विवाहित महिलाएं इन कानूनो का उपयोग अपने मायके वालो के साथ मिल कर अपने ससुराल वालो से पैसे ऐंठने मे करने लगी है। असल मे देश मे कानून तो पारित कर दिए जाते है लेकिन उनके दुरुपयोग को रोकने के प्रावधान नही किए जाते है। ऐसा ही इन दोनो कानूनो के बारे मे कहा जाता है। खैर अभी इन कानूनो के दुरुपयोग से प्रताड़ित बेंगलुरू मे एक शिक्षित इंजीनियर ने आत्महत्या कर अपनी जान गवां दी है। स्मरण रहे सुभाष नाम के इजीनियर का शव 9 दिसंबर को दक्षिण- पूर्व बेंगलुरू के मुन्नेकोलालु मे उनके घर पर फंदे से लटका मिला था। काबिलेगौर है कि अतुल सुभाष ने आत्महत्या करने से पहले वीडीयो और नोट मे आरोप लगाया था कि उनसे अलग रह रही उनकी पत्नी और सुसराल वालो ने उन्हे झूठे मामलो मे फंसाकर और लगातार उत्पीड़न कर उन्हे आत्महत्या के लिए मजबूर किया है।
मिडिया रिपोर्ट के अनुसार अतुल सुभाष की कुल तनख्वाह 84 हजार थी जिसमे से अदालत के आदेश पर आधी से अधिक पत्नी को बतौर गुजारा भत्ते के तौर पर दी जा रही थी। अब उनकी पत्नी निकिता सिंघानिया अपनी माता और भाई के साथ मिल कर सुभाष पर तीन करोड़ रूपए देने का दबाव बना रही थी। अतुल सुभाष ने यह भी आरोप लगाया है कि दबाव बनाने मे एक महिला जज भी सहयोग कर रही थी। हांलाकि इजीनियर सुभाष ने अपनी बहुमूल्य जान इस प्रकरण मे गवां दी है लेकिन आज इसकी और इन कानूनो के दुरुपयोग की चर्चा सारे देश मे हो रही है और इस प्रकरण ने सरकार और न्यायपालिका का ध्यान भी आकर्षित किया है। आज इन दोनो कानूनो का दुरुपयोग करते हुए वर पक्ष को ब्लैकमेल करने का जबरदस्त दुरुपयोग हो रहा है। यह बात भी यहां दर्ज करने काबिल है कि प्रतिष्ठित अंग्रेजी दैनिक के अनुसार रविवार को हरियाणा महिला आयोग की वाइस-चेयरपर्सन सोनिया अग्रवाल और उनके सहायक कुलवीर को एक विवाह विवाद के निपटान हेतु एक लाख रूपए रिश्वत स्वीकार करने के आरोप मे गिरफ्तार किया गया है। मेरा ब्लॉग जहां महिलाओ के उत्पीड़न रोकने के कानून का समर्थन करता है वहीं इन कानूनो के दुरुपयोग का जबरदस्त विरोध करता है। हालांकि इजीनियर सुभाष की पत्नी, सास और साले को गिरफ्तार कर लिया गया है, लेकिन मेरे विचार मे इस कानून मे जरूरी संशोधन करना आवश्यक है, ताकि किसी दुसरे अतुल सुभाष को ऐसी प्रताड़ना के चलते अपनी जान न गंवानी पड़े।

#आज_इतना_ही।