इंडिया_गठबंधन_मे_जूत_पतान_और_भाजपा_दर्शक_दीर्घा_से_उठा_रही_है_आनंद ,लेखक ;महेंद्र नाथ सोफत पूर्व मंत्री
29 दिसंबर 2024- (#इंडिया_गठबंधन_मे_जूत_पतान_और_भाजपा_दर्शक_दीर्घा_से_उठा_रही_है_आनंद)–
दिल्ली के चुनाव का महाभारत होने जा रहा है। वहां त्रिकोणीय लड़ाई होने की संभावना है। आम आदमी पार्टी वहां चौथी बार सरकार बनाने का सपना देख रही है। भाजपा प्रिंसिपल विरोध पक्ष होने के नाते अपने आप को विकल्प के तौर पर पेश कर रही है और कांग्रेस जो वर्षों पहले वहां सत्ता से बाहर हो गई थी वह फिर से अपनी जमीन तलाश रही है। खैर आम आदमी पार्टी और कांग्रेस गैर भाजपा इंडिया गठबंधन मे एक दूसरे के सहयोगी है। वह दिल्ली मे एक दूसरे के साथ जूत-पतान करने मे व्यस्त है। स्मरण रहे अभी हाल ही मे सम्पन्न हरियाणा मे आप और कांग्रेस ने मिलकर गठबंधन कर चुनाव लड़ने की घोषणा कर सीट बंटवारे की कोशिश की थी, लेकिन कई दौर की बातचीत के बाद परिणाम शुन्य ही रहा था। दिल्ली मे आप ने पहले ही चुनाव अकेले लड़ने की घोषणा कर दी थी। अब कांग्रेस की ओर से वहां कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित और अजय माकन मोर्चा संभाल रहे है। अभी हाल ही मे कांग्रेस नेता अजय माकन ने आप पार्टी पर हमला बोलते हुए अरविंद केजरीवाल को राष्ट्र विरोधी बताया और आम आदमी पार्टी की जमकर आलोचना की। संदीप दीक्षित ने उपराज्यपाल वी के सक्सेना से भेंट की और आप द्वारा महिला सम्मान योजना के नाम पर दिल्ली की महिलाओं के साथ की जा रही धोखाधड़ी की शिकायत की। कांग्रेस के इस एक्शन से आम आदमी पार्टी का विचलित होना स्वभाविक था। कांग्रेस नेताओ के ब्यान पर आप भडक गई और आप नेताओ संजय सिंह और आतिशी ने कांग्रेस को धमकी दी कि वह 24 घंटे मे अजय माकन के खिलाफ कार्रवाई करें अन्यथा आप पार्टी कांग्रेस को इंडिया गठबंधन से बाहर निकालने के लिए दबाव बनाएगी।
इस प्रकरण से अगर कोई खुश है तो वह है भारतीय जनता पार्टी जो दर्शक दीर्घा से इस लड़ाई का आनंद उठा रही है। जब से इंडिया गठबंधन का गठन हुआ है तभी से इसमे दरारे पड़नी शुरू हो गई थी। पहला झटका तो तब लगा जब इसके सूत्रधार नीतीश ही इसे छोड़कर चले गए थे, फिर ममता ने पश्चिम बंगाल मे इंडिया गठबंधन के बैनर तले चुनाव लड़ने से इंकार कर दिया था। अब आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस को ही गठबंधन से निकालने की धमकी दे दी है। काबिलेगौर है कि कांग्रेस के नेतृत्व मे ही इंडिया गठबंधन कार्य कर रहा है। अब उसके नेतृत्व को ममता बनर्जी चुनौती दे रही है और उमर अब्दुला, लालू प्रसाद और केजरीवाल ममता का समर्थन कर रहे है। अब आम आदमी पार्टी का खुला विद्रोह निश्चित तौर पर गठबंधन के अंतर्विरोध को उजागर करता है। रोज- रोज के मतभेद अखबारो मे सुर्खियां बटोर रहे है और इसका सबसे ज्यादा नुकसान कांग्रेस को हो रहा है। अगर कांग्रेस ऐसे कमजोर गठबंधन का सहारा लेती रहेगी फिर वह कभी भी अपने पाँव पर पुनः खड़ी नही हो सकेगी।
#आज_इतना_ही।