*पालमपुर के विधायक आशीष बुटेल: एक सच्चे समाजसेवी और समर्पित नेता*
एक सच्चे समाजसेवी और समर्पित नेता की कहानी पालमपुर के लोगों की सेवा में एक समर्पित नेता
पालमपुर के विधायक आशीष बुटेल: एक सच्चे समाजसेवी और समर्पित नेता
पालमपुर के विधायक श्री आशीष बुटेल का नाम आज राजनीति और समाजसेवा में एक आदर्श के रूप में लिया जाता है। उनके व्यक्तित्व में शालीनता, शिक्षित दृष्टिकोण, और जनता के प्रति गहरा समर्पण साफ झलकता है। आशीष बुटेल जी न केवल एक प्रभावी राजनेता हैं, बल्कि एक संवेदनशील समाजसेवी भी हैं, जिन्होंने अपने क्षेत्र के विकास के लिए असीमित योगदान दिया है।
आशीष बुटेल का व्यक्तित्व अत्यंत सरल और विनम्र है। उनके पास राजनीतिक शक्ति और आर्थिक संसाधनों की कोई कमी नहीं है, लेकिन उन्होंने कभी भी इस शक्ति का दुरुपयोग नहीं किया। वे अपनी हर जिम्मेदारी को ईमानदारी और निष्ठा के साथ निभाते हैं। जनता के प्रति उनका व्यवहार ऐसा है जैसे वे अपने घर के किसी सदस्य से मिल रहे हों। यही कारण है कि लोग उन्हें अपना अभिभावक मानते हैं और उनके निर्णयों पर विश्वास करते हैं।
श्री बुटेल जी की सबसे बड़ी विशेषता उनकी सेवा भावना है। वे हमेशा जनता के सुख-दुख में भागीदार बनते हैं। चाहे किसी को चिकित्सा सुविधा की जरूरत हो या किसी परिवार को आर्थिक मदद की, वे बिना किसी प्रचार के सहायता के लिए तत्पर रहते हैं। उनकी यही संवेदनशीलता और सहानुभूति उन्हें अन्य नेताओं से अलग बनाती है।
पालमपुर के विकास में आशीष बुटेल का योगदान अविस्मरणीय है। उनके नेतृत्व में शहर में सड़कों का जाल बिछाया गया, बिजली की आपूर्ति बेहतर हुई, और संचार सुविधाएं सुदृढ़ की गईं। उनके परिवार ने पालमपुर में स्कूल, कॉलेज, और मंदिरों के निर्माण के लिए जमीनें दान दीं। उनके प्रयासों से क्षेत्र में आधुनिक बुनियादी ढांचे का विकास हुआ है, जिससे न केवल स्थानीय लोगों को सुविधाएं मिली हैं, बल्कि पालमपुर की समग्र छवि भी बदली है।
आशीष बुटेल के नेतृत्व में पालमपुर के ग्रामीण क्षेत्रों में भी कई विकास कार्य हुए हैं। उन्होंने हैंड पंप, ट्रांसफार्मर, बोरवेल और बिजली की तारें बिछवाकर ग्रामीणों की समस्याओं को हल किया है। उनकी दूरदर्शिता और योजनाओं की वजह से आज पालमपुर में हर जगह प्रगति और विकास के चिन्ह देखे जा सकते हैं। आज अगर पालमपुर में सड़कों का जाल है या बिजली का करंट है, तो यह यहां के बुटेलों का ही कमाल है। स्कूल हो कॉलेज हो मंदिर हो कोई सार्वजनिक स्थान हो हैंड पम्प हो बिजली की तारे पानी की पाइपें ट्रांसफार्मर छोटे रास्ते बड़ी सड़कें कुहलें हो, सब बुटेलों की जमीन से होकर निकलते हैं। जबकि आज जमाना यह आ गया है कि लोग अपने जमीन से ट्रांसफार्मर तो क्या, बिजली पानी की तारे छोड़िए वाईफाई की तार भी नहीं निकलने देते अगर इस फैमिली की यही सोच रही होती तो पालमपुर आज शहर की बजाए जंगल होता । समाज सेवा में बहुत अहम योगदान रहा है इनके पिता श्री बृज बुटेल जी जेब में हाथ डालकर कितने पैसे निकाले हैं कितने किसको दिए हैं कभी नहीं देखे है जेब में हाथ डाला जिसकी किस्मत में जितने नोट आ गए मैं उसे मिल जाते हैं। उनकी इस दरिया दिली के न केवल कांग्रेस के बल्कि भाजपा के लोग भी कायल हैं। उनके व्यवहार के उनके विचार के और उनके समर्पण के विपक्षी नेता भी लोहा मानते है
श्री बुटेल के पिता श्री बृज बिहारी लाल बुटेल और ताऊ श्री कुंज बिहारी लाल बुटेल जी भी समाजसेवा में अग्रणी थे। आशीष बुटेल ने उनके पदचिन्हों पर चलते हुए समाजसेवा को अपने जीवन का मकसद बनाया है। वे अपने परिवार की परंपराओं को न केवल आगे बढ़ा रहे हैं, बल्कि नई ऊंचाइयों पर ले जा रहे हैं।
आज आशीष बुटेल जी का जन्मदिन है। टीम ट्राई सिटी टाइम्स की ओर से उन्हें हार्दिक शुभकामनाएं। ईश्वर उन्हें दीर्घायु और उत्तम स्वास्थ्य प्रदान करें ताकि वे इसी तरह अपने क्षेत्र और समाज की सेवा करते रहें। उनका जीवन प्रेरणादायक है और उनके कार्यों से आने वाली पीढ़ियों को समाजसेवा का मार्गदर्शन मिलेगा।
आशीष बुटेल का जीवन हमें यह सिखाता है कि एक नेता का असली मूल्य उसकी जनता के प्रति निष्ठा, सेवा, और सच्चाई में निहित होता है। उन्होंने अपने कार्यों से यह साबित किया है कि राजनीति का असली मकसद जनता की सेवा है। उनके इसी समर्पण के कारण वे न केवल पालमपुर, बल्कि पूरे राज्य में एक आदर्श नेता के रूप में जाने जाते हैं।
टीम, ट्राई सिटी टाइम्स उनकी और अधिक सफलता की कामना करती है।