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*विश्व हेपेटाइटिस दिवस के उपलक्ष्य में नेताजी सुभाष नर्सिंग कालेज व शहीद भगत सिंह कालेज ऑफर फार्मेसी पालमपुर में हुआ शानदार समारोह*

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स्वास्थ्य विभाग जिला कांगड़ा के द्वारा नेताजी सुभाष नर्सिंग कालेज व शहीद भगत सिंह कालेज ऑफर फार्मेसी पालमपुर में विश्व हेपेटाइटिस दिवस के उपलक्ष्य में जिला स्तरीय कार्यक्रम बड़े उत्साह के साथ आयोजित किया गया।

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कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में डा. राजेश गुलेरी मुख्य चिकित्सा अधिकारी कांगड़ा धर्मशाला ने शिरकत की। विशेष अतिथि के रूप में डा. तिलक भागड़ा चिकित्सा अधीक्षक सिविल
अस्पताल पालमपुर उपस्थित रहे। गेस्ट ऑफ ऑनर के रूप में उप चिकित्सा अधिकारी कांगड़ा डा. आरके सूद जी भी उपस्थित रहें जिला स्वास्थ्य अधिकारी कांगड़ा डा. सुमित शर्मा जिला कार्यक्रम अधिकारी, हेमलता मास एजुकेशन इन्फॉर्मेशन आफिसर अर्चना गुरुंग हेल्थ एजुकेटर तथा राजेंद्र शर्मा बीसीसी को-ऑर्डिनेटर सीएमओ कार्यालय कांगड़ा उपस्थित रहे।
कालेज के छात्रों द्वारा हेपेटाइटिस के संक्रमण रोकथाम और उपचार पर आधारित एक जागरुकता नाटक भी प्रस्तुत किया ब फेस पेंटिंग रंगोली पोस्टर मेकिंग एवं क्विज प्रतियोगिता जैसे कार्यक्रमों का आयोजन किया गया
इस मौके पर
28 जुलाई के खास मौके पर डॉक्टर राजेश गुलरी मुख्य चिकित्सा अधिकारी कांगड़ा ने बताया कि विश्व हेपेटाइटिस दिवस का इतिहास, महत्व और थीम।
वर्ल्ड हेपेटाइटिस डे का इतिहास ( World Hepatitis Day History)
वर्ल्ड हेपेटाइटिस डे डॉ. बारुच ब्लमबर्ग के जन्मदिवस को याद करते हुए मनाया जाता है। बता दें, डॉ. बारुच वही वैज्ञानिक हैं जिन्होंने साल 1967 में हेपेटाइटिस बी वायरस की खोज करके दो साल के भीतर इस रोग की पहली वैक्सीन तैयार की थी। समाज के लिए उनके इस योगदान के लिए उन्हें 1976 में नोबेल पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया था। डॉ. बारुच ब्लमबर्ग की तैयार वैक्सीन ने दुनिया भर में करोड़ों लोगों की जिंदगी बचाने में मदद की।
वर्ल्ड हेपेटाइटिस डे का महत्व ( World Hepatitis Day Significance)
वर्ल्ड हेपेटाइटिस डे को मनाने के पीछे का उद्देश्य लोगों के बीच इस गंभीर रोग हेपेटाइटिस के प्रति जागरूकता फैलाना है। हेपेटाइटिस भले ही एक गंभीर रोग है, लेकिन समय रहते इसकी जांच और इलाज रोगी को मिलने से इसे आगे बढ़ने से रोका जा सकता है। वर्ल्ड हेपेटाइटिस डे को मनाने के पीछे का मकसद लोगों को इस रोग के टीकाकरण, जांच और लक्षणों की पहचान के लिए प्रेरित करना है ताकि लोग समय रहते अपनी सेहत पर ध्यान दें और जरूरी टेस्ट करवाएं।
अब वक्त आ गया है कि हेपेटाइटिस से जुड़ी हर बाधा को तोड़ दिया जाए। साथ ही
उप चिकित्सा अधिकारी कांगड़ा डॉ आर के शूद ने हेपेटाइटिस के बढ़ते मामलों को लेकर चिंता जताई ब कहा की मानसून में जल और भोजन से फैलने वाले हेपेटाइटिस ए और ई केस अचानक बढ़ जाते हैं। जबकि बी और सी प्रकार लंबे समय तक शरीर में बिना लक्षण के रहकर लिवर को गंभीर नुकसान पहुंच सकते हैं। ऐसे लोगों को समय-समय पर जांच करानी चाहिए
जो डायलिसिस पर है या कई बार खुन चढ़वा चुके हैं। और कहा कि खुले में बिकने वाले खाद्य पदार्थो से बचें।
साथ ही समरोह में विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को सम्मानित किया गया। साथ ही डिप्लोमा इन फार्मेसी के मेधावी छात्रों को अकादमिक एक्सीलेंस अवॉर्ड से नवाजा गया। डी. फार्मेसी द्वितीय वर्ष में राज्य स्तर पर द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाली ऋचा और आठवां स्थान प्राप्त करने वाली शिवाली चौधरी को उनकी शैक्षणिक उपलब्धियों के लिए विशेष रूप से सम्मानित किया गया। यह कार्यक्रम यह संदेश देने में सफल रहा कि शिक्षा, सामुदायिक सहभागिता और समन्वित प्रयास से ही बायरल हेपेटाइटिस जैसे गंभीर रोगों से बचाव और जन स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता संभव है।
इस भव्य समारोह में नेताजी सुभाष चंद्र बोस नर्सिंग कॉलेज के अध्यक्ष श्री भुवनेश सुद ने उपस्थित महानुभवों को सम्मानित किया।

पालमपुर से सीनियर पत्रकार
संसार शर्मा की रिपोर्ट।

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