*पालमपुर: वार्ड-4 में सीवरेज बना सिरदर्द — नगर निगम की नींद अब भी गहरी*!


*पालमपुर: वार्ड-4 में सीवरेज बना सिरदर्द — नगर निगम की नींद अब भी गहरी*!

पालमपुर (ट्राई सिटी टाइम्स) — नगर निगम पालमपुर के वार्ड नंबर 4, घुग्घर में वेटरनरी निवास कॉलोनी की बैक साइड, महाजन निवास के साथ सड़क और पाथ पर पिछले कई महीनों से लगातार सीवरेज का गंदा और बदबूदार पानी बह रहा है। इस पानी ने अब पूरे इलाके को गंदगी, दुर्गंध और मच्छरों के प्रकोप से भर दिया है, लेकिन नगर निगम पालमपुर और वार्ड प्रतिनिधि इस समस्या पर पूरी तरह मूकदर्शक बने हुए हैं। निवासियों का कहना है कि महीनों से शिकायतें देने के बावजूद प्रशासन की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की गई, जिससे यहां का जीवन असहनीय होता जा रहा है।
स्थानीय लोगों के मुताबिक, हालात इतने खराब हैं कि दिन-रात बदबू से सांस लेना मुश्किल हो गया है और सड़क पर जमा पानी के कारण हर समय फिसलने का डर बना रहता है। बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों के लिए गली से गुजरना किसी खतरे से कम नहीं रहा। एक निवासी ने ट्राई सिटी टाइम्स को बताया कि सीवरेज का यह पानी महीनों से बह रहा है और नगर निगम को बार-बार शिकायत करने के बावजूद अधिकारी न तो निरीक्षण के लिए आए और न ही किसी मरम्मत की पहल की गई। उन्होंने कहा कि अगर किसी व्यक्ति को चोट लगती है या कोई गंभीर हादसा होता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी नगर निगम और वार्ड पार्षद की होगी। कुछ निवासियों ने यह भी चेतावनी दी है कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं की गई तो वे कानूनी कदम उठाकर नगर निगम से मुआवज़े की मांग करेंगे, जिसकी राशि पाँच करोड़ रुपये तक हो सकती है।
इलाके में मच्छरों और कीटों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है और लोगों को डर है कि यह गंदा पानी किसी बड़ी बीमारी को जन्म दे सकता है। कई परिवारों ने बताया कि बच्चे बीमार पड़ रहे हैं और रोज़मर्रा का जीवन बुरी तरह प्रभावित हो चुका है। लोगों का कहना है कि पालमपुर जैसे साफ-सुथरे शहर की यह स्थिति नगर निगम की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े करती है।
निवासियों ने साफ कहा है कि अब उन्हें किसी आश्वासन की नहीं, बल्कि ठोस कार्रवाई की जरूरत है। उनका कहना है कि निगम की यह अनदेखी अब बर्दाश्त से बाहर हो चुकी है। अगर प्रशासन को अब भी होश नहीं आया तो जनता मजबूर होकर सड़कों पर उतरेगी और सामूहिक आंदोलन किया जाएगा। लोगों का यह भी कहना है कि नगर निगम की जिम्मेदारी केवल टैक्स वसूलने तक सीमित नहीं रहनी चाहिए बल्कि उसे नागरिकों को साफ-सुथरा और सुरक्षित वातावरण उपलब्ध कराना चाहिए।
इस मामले में वार्ड पार्षद की भूमिका भी सवालों के घेरे में है। नागरिकों का कहना है कि उन्होंने बार-बार पार्षद को बुलाया, लेकिन उन्होंने केवल भरोसे दिए, काम नहीं। स्थानीय लोगों का कहना है कि जनप्रतिनिधियों को समझना होगा कि पद सिर्फ दिखावे के लिए नहीं, जवाबदेही निभाने के लिए होता है।
ट्राई सिटी टाइम्स ने इस विषय पर नगर निगम पालमपुर और वार्ड नंबर 4 के पार्षद से संपर्क करने का प्रयास किया, लेकिन समाचार लिखे जाने तक किसी की प्रतिक्रिया प्राप्त नहीं हो सकी। इस बीच, क्षेत्र के लोग अब एक ही बात कह रहे हैं — कि यह मामला केवल गंदे पानी का नहीं, बल्कि नागरिकों की सुरक्षा, स्वास्थ्य और प्रशासनिक जिम्मेदारी का है। नगर निगम और जनप्रतिनिधि अब भी नहीं जागे तो यह नाराजगी जल्द ही जनआक्रोश में बदल जाएगी।
— ट्राई सिटी टाइम्स, पालमपुर ब्यूरो