मृदुभाषी मिलनसार गरीबों के हितकारी नियमों के पालनकार तथा आमजन के सहायताकार : मनोज कुमार
बिलासपुर रेनू शर्मा tct
केलंग मनोज कुमार एक ऐसी शख्सियत का नाम जिसकी कर्तव्य परायणता कर्मठता इमानदारी ही है पहचान !
जिला कांगड़ा हो जिला मंडी हो या जिला कुल्लू हो वह जहां भी रहे अपने कर्तव्य परायणता तथा लोगों के हितकारी तथा नियमों के पालन करता रहे हैं !लोग उन्हें एक इमानदार तथा कर्मठ अधिकारी के रूप में देखते हैं !!वह हमेशा ही गरीबों की सहायता के लिए तत्पर रहते हैं तथा उनकी यही कोशिश रहती है कि वह किसी भी गरीब असहाय या नियमों को ना जानेने वाले लोगों कि अधिक से अधिक करें। वह यह नहीं सोचते कि मैं बहुत बड़ा ऑफिसर हूं और यह काम मेरे मातहत कर्मचारी करेंगे यह उनकी ड्यूटी है ,अगर कोई गरीब या परेशान व्यक्ति उनसे मिलता है और वह नियमो में उलझा हुआ है तो वह कुर्सी छोड़कर उसके कार्य को करवाने की कोशिश करते हैं ताकि उसके कम से कम ऑफिस के चक्कर लगे और वह कम से कम परेशान हो।
कुल्लू ज़िला में जिला राजस्व अधिकारी के रूप में सेवाएं देने के पश्चात हिमाचल प्रदेश प्रशासनिक सेवा में इंडक्शन के उपरान्त वीरवार को मनोज कुमार ने एकीकृत जनजातीय परियोजना केलंग का पदभार संभाला।
मनोज कुमार राज्य के विभिन्न स्थानों चम्बा, धर्मशाला, पालमपुर, मंडी व कुल्लू में अपनी सेवाएं दे चुके हैं। उन्होंने अपना राजकीय सेवा का आरंभ 1988 में केलंग से बतौर लिपिक आरम्भ में केलंग से बतौर लिपिक आरम्भ किया था।
1998 में उन्होंने नायब तहसीलदार की परीक्षा उत्तीर्ण की और 2011 में तहसीलदार तथा 2020 में जिला राजस्व अधिकारी बने।
इस मौके पर उन्होंने कहा कि वह सरकार की योजनाओं को प्रभावी तौर पर लागू करने का हर संभव तौर पर लागू करने का हर संभव प्रयास करेंगे। ताकि सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का लागों को उचित लाभ मिल सके। Tri City times उनको इस नई जिम्मेवारी के सफल निर्वहन के लिए मंगल कामना करता है।