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*हिमाचल_प्रदेश_मे_हमेशा_कांग्रेस_और_भाजपा_मे_कांटें_की_टक्कर_रहती_है*

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Tct chief editor

28 अक्तूबर 2022– (#हिमाचल_प्रदेश_मे_हमेशा_कांग्रेस_और_भाजपा_मे_कांटें_की_टक्कर_रहती_है) —

आज मीडिया की रिपोर्ट जो प्रतिष्ठित हिंदी दैनिक मे छपी है का अवलोकन करने मे पाया कि हिमाचल प्रदेश मे दोनो प्रमुख राजनैतिक दलों मे कांटें की टक्कर है। कुछ सीटों मे तो दो हजार से भी कम वोटों से हार- जीत तय होती है। ऐसी सीटों पर बागी उम्मीदवार चुनाव परिणाम उलट – पुलट करने की ताकत रखते है। इस बार दोनो बड़ी पार्टियों मे बड़े पैमाने पर बगावत हुई है। अभी तक प्राप्त जानकारी के अनुसार भाजपा नेतृत्व इस बगावत पर काबू पाने के लिए गंभीर प्रयास कर रहा है। सोशल नेटवर्किंग पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार शिमला से हेलीकॉप्टर ने विशेष उड़ान कुल्लु के लिए भरी और भाजपा के वरिष्ठ नेता, पूर्व सांसद एवं भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष महेश्वर सिह जी को शिमला बुलाया गया।

#स्मरण_रहे महेश्वर सिंह जी ने बतौर निर्दलीय कुल्लु विधान सभा से नामांकन भरा है। उनसे हुई बातचीत के परिणाम की मेरे पास जानकारी उपलब्ध नहीं है। भाजपा के सहयोगी दोस्त बता रहे है बगावत से निपटने का काम सीधे तौर पर राष्ट्रीय अध्यक्ष और मुख्यमंत्री जी ने संभाल लिया है। आज कत्ल की रात है क्योंकि कल नामांकन वापस लेने का अंतिम दिन है। कांग्रेस की बगावत राम भरोसे है, जबकि बगावत दोनो ही पार्टियों को भारी पड़ सकती है। 2017 के चुनाव के आंकडे बहुत दिलचस्प है। इस चुनाव मे 17 सीटें ऐसी थी जहां पर जीत हार का अन्तर दो हजार से कम था। अखबार की रिपोर्ट बताती है इन 17 मे 8 सीटें भाजपा की और 8 ही कांग्रेस की थी जो दो हजार से कम वोटों के अन्तर से हार दी गई थी। एक सीट कम्युनिस्ट पार्टी ने ठियोग से जीती थी उनकी जीत का अन्तर भी दो हजार से कम था।

#मेरे_विचार_मे इस तरह के कांटें की टक्कर मे बगावत पर काबू पाना बहुत जरूरी है और दोनो पार्टियों की प्राथमिकता होनी चाहिए। दोनो मे से जो पार्टी इसमे सफलता पा लेगी वह चुनाव का पहला राऊंड जीत ले जाएगी। आज का चुनाव प्रचार – प्रसार से अधिक प्रबंधन से लड़ा जाता है। निर्वाचन क्षेत्र के लिए उपयुक्त उम्मीदवार खोजना और उस उम्मीदवार के खिलाफ बगावत न हो यह सब चुनाव प्रबंधन का हिस्सा है। कारगर प्रबंधन के चलते जो बगावत खत्म करने के परिणाम सामने आएगें वह 29 तारीख को साफ हो जाएगा। उसके बाद ही चुनावों की दिशा तय होगी।

Mohinder Nath Sofat

#आज_इतना_ही कल फिर नई कड़ी के साथ मिलते है।

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