*विजय_सिंह_मनोकोटीया_और_हर्ष_महाजन_का_भाजपा_मे_जाना_आश्चर्यचकित_कर_देने_वाला*
29 अक्तूबर 2022– (#विजय_सिंह_मनोकोटीया_और_हर्ष_महाजन_का_भाजपा_मे_जाना_आश्चर्यचकित_कर_देने_वाला)–
राजनीति संभावनाओ का खेल माना जाता है। वर्तमान मे यह स्वार्थ का खेल अधिक हो गया है। हिमाचल मे विधानसभा के चुनाव हो रहे है। इस दौर मे नेताओं का इधर से उधर जाना आम बात है। हिमाचल मे कई कांग्रेस के लोग भाजपा मे शामिल हो रहे है उनको या तो भाजपा मे संभावनाए दिख रही है या स्वार्थ की पूर्ति हो रही है, लेकिन दो कांग्रेस के कभी दिग्गज रहे ऐसे नेता भाजपा मे शामिल हुए है, मुझे न तो जिनकी भाजपा मे संभावनाए दिखाई दे रही है और न ही कोई तुरंत स्वार्थ पुरा होता दिखाई दे रहा है। एक है विजय सिंह मनोकोटीया जो स्वर्गीय वीरभद्र सिंह के घोर विरोधी रहे और दूसरे हैं हर्ष महाजन जो स्वर्गीय वीरभद्र सिंह के कट्टर समर्थक रहे। दोनो चुनाव नहीं लड़ रहे है। हर्ष ने तो 2007 से ही चुनावी राजनीति को अलविदा कह दिया था।
मेजर मनोकोटिया ने भी भाजपा से टिकट नहीं मांगा। वह 82 वर्ष के हो चुके है और भाजपा मे वह सिर्फ मार्गदर्शक मंडल मे रहने के पात्र है। मेजर साहब हिमाचल की हर पार्टी मे रह चुके है। उन्होने अपनी राजनीति निर्दलीय विधायक बनकर शुरू की थी। 5 बार के विधायक है। वह कांग्रेस, जनता दल ,बहुजन समाज पार्टी से चुनाव लड़ चुके है। वह शाहपुर विधान सभा क्षेत्र के अतिरिक्त धर्मशाला से बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़े थे परन्तु जीत नहीं सके थे। वह कांगडा लोकसभा क्षेत्र से भाजपा दिग्गज शांता कुमार जी के खिलाफ भी चुनाव लड़ चुके है। वह हिमाचल सैनिक लीग के लम्बे समय से अध्यक्ष है। वह वीरभद्र का विरोध करने और बीच मे समझौता कर सरकारी पद हासिल करने के लिए भी जाने जाते है।
हर्ष महाजन जी के बारे मे पहले ही ब्लॉग लिख चुका हूँ। इन दोनो का अपने राजनीति के इस पड़ाव पर भाजपा मे जाना और उस विचारधारा को स्वीकार कर लेना जिसका इन्होने जिन्दगी भर विरोध किया है मेरी राजनीतिक समझ से बाहर है। अभी कुछ मास पहले ही मैने मेजर साहब की प्रैस वार्ता सुनी जिसमे उन्होने कांग्रेस, आम आदमी पार्टी और भाजपा सरकार की जम कर आलोचना की थी। ह्रदय परिवर्तन ऐसा हुआ कि आज मेजर साहब का अपनी धुर विरोधी एवं भाजपा की वरिष्ठ नेत्री सरवीण चौधरी के साथ एक चित्र सोशल नेटवर्किंग पर वायरल हो रहा है। जिसमे वह सरवीण चौधरी की जीत के लिए रणनीति बनाते बताए जा रहे है। उनके ह्रदय परिवर्तन के कारणों की खोज करने के लिए मैने यह प्रस्तावना लिखी है। आपकी सार्थक टिप्पणियां इस खोजबीन को आगे बढ़ाने मे मदद करेंगी ऐसी उम्मीद के साथ
#आज_इतना_ही कल फिर नई कड़ी के साथ मिलते है।