*पुरानी_समृतियां_लौट_आई महेंद्र नाथ सोफत पूर्व मंत्री हिमाचल प्रदेश सरकार*



24 मई 2023- (#पुरानी_समृतियां_लौट_आई)-
सोमवार को अपने अनुज तुल्य दोस्त दिवंगत अरूण मित्तल की सपुत्री के शुभ विवाह मे सम्मलित होने का अवसर था। इस शुभ अवसर ने अरूण जी के साथ बिताए गए क्षणों की याद ताजा कर दी। वह हमारे संघर्ष के दिनो के सहयोगी और दोस्त थे। मुझे 1986 मे प्रदेश सचिव के साथ सोलन और सिरमौर भाजपा संगठन का प्रभार मिला था। इस जिम्मेदारी का निर्वाहन करने मे सोलन के कार्यकर्ताओं की टोली की महत्वपूर्ण भुमिका थी। भाजपा का वह शुरुआती और संघर्ष का दौर था। आज जो भाजपा है उसे यहां पहुंचाने मे उस दौर के कार्यकर्ताओं का अहम योगदान है। उस समय यह उम्मीद नहीं थी कि कभी भाजपा सत्तारूढ़ होगी। भाजपा के पास संसाधनो की अत्यधिक कमी थी और जनता मे स्वीकार्यता भी बहुत कम थी। बस भाजपा की पूंजी के नाम पर थी कार्यकर्ताओं की तपस्या। पुराने कार्यकर्ताओं का संगठन के प्रति निष्काम समर्पण ने ही भाजपा को इस शिखर पर पहुंचाया है। हालांकि मै कई समर्पित कार्यकर्ताओं से परिचित हूँ, लेकिन समय से पहले अपनी अगली यात्रा पर निकलने वाले अरूण मित्तल को याद कर मन आज भी भावुक हो जाता है।
भाजपा के प्रति अरुण जी का समर्पण और भगवान के प्रति उनकी अटूट आस्था उन्हे अलग पहचान देती है। नये लोगो को भाजपा के साथ जोड़ना और फिर उन्हे मित्र बना कर भाजपा परिवार का हिस्सा बनाना उनका स्वभाव बन गया था। स्वयं पोस्टर झंडे लगाना और कार्यक्रम खत्म होने के बाद झंडे और बैनरों को संभालकर रखना उन्हे अन्य कार्यकर्ताओं की श्रेणी से अलग करता है। वह उत्साह, ईमानदारी, समर्पण भाव, कर्तव्यनिष्ठ और कर्मयोग के मिश्रण थे। भाजपा विचार के प्रति समर्पित सन 2000 तक वह सोलन शहर के हर भाजपा आन्दोलन और कार्यक्रम के केन्द्र बिन्दु थे। खैर आज भाजपा रूपी भवन का कलशा बने भाजपा नेता और कार्यकर्ता अरूण सरीखे भाजपा भवन के नीव के पत्थरों को भूलने की भूल कर रहे है। प्रिय श्रुति के शुभ विवाह अवसर पर अरूण जी की माताश्री से मिलना और उनका आशीर्वाद प्राप्त करना भी आनंदित करने वाला था। मै तीन घण्टे तक विवाह समारोह मे रहा तो पुरानी स्मृतियों ने मुझे घेर लिया, लेकिन महसूस ऐसा हुआ जैसे मै अरूण जी के सानिध्य मे हूँ। श्रुति और मित्तल परिवार को बधाई और शुभकामनाओं सहित #आज_इतना_ही कल फिर नई कड़ी के साथ।
