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भगवान कृष्ण के जन्म पर एक और नई रचना*
भगवान कृष्ण के जन्म पर एक और नई रचना आप सभी के लिये
विष्णु
कृष्ण कहूँ या राम कहूँ या तुझे कहूँ विष्णु।
एक रूप है नाम अलग है रूप है सब विष्णु।
कौशल्या के गर्भ में तूने राम का रूप धरा।
अस्रुरो का संहार किया बाप का मान धरा।
मर्यादा के साथ जन्म लेकर आया तू विष्णु।
कृष्ण कहूँ या राम कहूँ या तूझे कहूँ विष्णु।
द्वापर में तू कृष्णा बनके नंद के घर आया।
अपनी बाल लीलाओं से माँ को घबराया।
कुरुक्षेत्र के महायुद्ध में तू बना पूर्ण विष्णु।
कृष्ण कहूँ या राम कहूँ या तूझे कहूँ विष्णु।
तेरी लीला तू जाने तू करता माखन चोरी।
कंस को मारा अर्जुन तारा दी द्रोपदी को डोरी
सारी दुनिया तुझसे है तू बहरूपिया है विष्णु।कृष्ण कहूँ या राम कहूँ या तुझे कहूँ विष्णु।
विनोद शर्मा वत्स