*LIC हमीरपुर के राकेश ठाकुर मंगलवार को एलआईसी बैंकिंग इंश्योरेंस मंडल प्रबंधक के पद से सेवानिवृत हुए*
*LIC हमीरपुर के राकेश ठाकुर मंगलवार को एलआईसी बैंकिंग इंश्योरेंस मंडल प्रबंधक के पद से सेवानिवृत हुए*
हमीरपुर,30 अप्रैल :भारतीय जीवन बीमा निगम में 35 वर्ष की सेवाएं देने के उपरांत हमीरपुर के राकेश ठाकुर मंगलवार को एलआईसी बैंकिंग इंश्योरेंस मंडल प्रबंधक के पद से सेवानिवृत हुए। इस अवसर पर उन्हें एलआईसी अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने भावभीनी विदाई दी। विदाई समारोह में एलआईसी में उनकी शानदार सेवाओं को याद किया गया। राकेश ठाकुर ने 1989 में हमीरपुर एलआईसी शाखा में बतौर सहायक सेवा ज्वाईन की थी। इसके बाद 1992 से 2002 तक भारतीय जीवन बीमा निगम हमीरपुर शाखा में विकास अधिकारी के रूप में कार्य किया। 2002 में पदोन्नित के उपरांत राकेश ठाकुर ने दिल्ली में सहायक शाखा प्रबंधक के रूप में अपनी सेवाएं दी। इसके बाद उन्होंने 2005 में बिलासपुर व 2007 में पालमपुर शाखा में सहायक प्रबंधक के रूप में ज्वाईन किया तथा अपनी सेवाएं दी। 2008 में राकेश ठाकुर ने शाखा प्रबधंक के पद पर पदोन्नत होकर नूरपूर शाखा में अपनी सेवाएं दी। 2011 में उनका तबादला बिलासपुर एलआईसी शाखा में हुआ। यहां करीब चार वर्ष शानदार सेवाएं देने के उपरांत वह 2015 से 2018 तक शाखा प्रबंधक ऊना शाखा रहे। 2018 में वरिष्ठ शाखा प्रबंधक के रूप में पदोन्नित के बाद वह तीन साल बिलासपुर रहे। जबकि 2021-22 में हमीरपुर में वरिष्ठ शाखा प्रबंधक के पद रहे। 2022 से 2024 तक राकेश ठाकुर ने हमीरपुर में एलआईसी की बैंकिंग इंश्योरेंस में बतौर मंडल प्रबंधक के रूप में कार्य किया। राकेश ठाकुर ने अपने लंबे सेवाकाल के दौरान सैंकड़ो जरूरतमंद युवाओं को स्वरोजगार के क्षेत्र में स्थापित करते हुए एलआईसी एजेंसी के माध्यम से सफल रोजगार के साथ जोड़ा। इसके साथ ही एलआईसी शिमला मंडल के तहत प्रदेश के अलग-अलग क्षेत्रों में कार्य करते हुए असंख्य लोगों को इंश्योरेंस कवर प्रदान करते हुए आर्थिक तौर पर सबल बनाने का कार्य किया। राकेश ठाकुर ने एलआईसी में कार्य करते हुए समाज सेवा के क्षेत्र में भी अपनी सकारात्मक भूमिका अदा की। ऊना में शाखा प्रबंधक के रूप में कार्य करते हुए लड़कियों की शिक्षा में अहम योगदान के रूप में एलआईसी द्वारा सीएसआर गतिविधियों के तहत एलजेएन हिमोत्कर्ष कन्या महाविद्यालय कोटला खुर्द में 26.20 लाख रूपए से आईटी कम डिजीटल लैब की स्थापना करने में अहम भूमिका अदा की। वहीं कन्या महाविद्यालय में 13 लाख रूपए की लागत से गल्र्ज होस्टल निर्माण में एलआईसी की तरफ से सीएसआर के तहत सहयोग किया। ————————–