*HRTC की बंदला-पठानकोट सेवा नहीं चल रही बंदला से*


*HRTC की बंदला-पठानकोट सेवा नहीं चल रही बंदला से*

HRTC की बंदला पठानकोट बस सेवा पिछले कई दशकों से बंदला से चल रही है, लेकिन पिछले कुछ दिनों से यह सेवा बंदला से न चलकर बीच रास्ते से ही वापस हो जा रही है। न जाने क्यों आधा पौना किलोमीटर पीछे से ही बस को मोड़कर वापस पठानकोट की ओर भेजा जा रहा है। यह बस पालमपुर से सुबह लगभग 6:45 बजे निकलती है और 7:00 बजे बंदला से वापस पठानकोट के लिए चलती थी परंतु स्थानीय लोगों ने शिकायत की के यह बस अब बदल ना पहुंच कर बदला से पीछे ही छिड़ नामक जगह से वापिस पठानकोट के लिए घूमा ली जाती है जिससे यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
स्थानीय लोगों ने बताया कि सुबह बच्चों और बुजुर्गों को जो इसमें सेवा का लाभ लेते थे उन्हें बहुत परेशानी हो रही है उन्हें पैदल चलकर छिड़ तक आना पड़ता है ।क्या बस सर्विस इतनी बूढी हो चुकी है कि वह आधा किलोमीटर की चढ़ाई नहीं चढ़ पा रही है जबकि बुजुर्ग लोगों को मजबूरन छिड़ आना ही पड़ता है । यह सरकारी तंत्र है HRTC को पूछने वाला कोई नहीं जिसकी जहां से मर्जी हो वहां से मोड़ ले और इसकी जहां मर्जी हो वहां से छोड़ दे।
लोगों को जितनी मेरी परेशानी हो इन्हें कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए ।
हैरानी की बात तो यह है कि किसी स्थानीय नागरिक ने ड्राइवर से पूछा होगा तो उन्होंने बताया कि वहां बंदला में बस को मोड़ने में दिक्कत आती है। अरे भाई बस पिछले कई दशकों से बंदला में मुड़ रही थी तो अब क्या इसके स्टेरिंग का ग्रीस खत्म हो गया है या ड्राइवर को कष्ट हो रहा है जो बस वहाँ नही मुड़ रही है।स्थान स्थानीय HRTC अधिकारियों को शायद इस विषय में मालूम नहीं है वरना हमारे अधिकारी तो इतने एफिशिएंट होते हैं कि वह इसका तुरंत संज्ञान ले लेते। चलिए देखते हैं की खबर का असर होता है या नहीं और लोगों को इस परेशानी से निजात मिलती है या नहीं?
खबर का असर
मनोज कंवर मैनेजर LIC PALAMPIR