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*जी जी डी एस डी राजपुर महाविद्यालय में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया हिंदी दिवस*

 राजपुर कॉलेज में हिंदी दिवस पर हुआ कवि सम्मेलन"

 

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राजपुर महाविद्यालय में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया हिंदी दिवस
” राजपुर कॉलेज में हिंदी दिवस पर हुआ कवि सम्मेलन”

Tct chief editor

   ‘राष्ट्रीय कवि संगम’ व ‘शेष साहित्य सदन’ के कवियों ने पढ़ी कविताएं’

गोस्वामी गणेश दत्त सनातन धर्म महाविद्यालय राजपुर में हिंदी दिवस बहुत हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। हिंदी सप्ताह’ के अंतर्गत महाविद्यालय के हिंदी विभाग द्वारा विभिन्न प्रतियोगिताओं में विजय रहे विद्यार्थियों को इस अवसर पर पुरस्कार भी प्रदान किए गए। राष्ट्रीय कवि संगम और शेष साहित्य सदन पपरोला,बैजनाथ के संयुक्त तत्वाधान से महाविद्यालय में कवि सम्मेलन का भी आयोजन किया गया तथा पहाड़ी सांझा संग्रह “हिमाचली काव्य दी महक ” पुस्तक का विमोचन भी किया गया। राष्ट्रीय कवि संगम की उपाध्यक्ष ने पुस्तक की समीक्षा भी पढ़ी।
महाविद्यालय के निदेशक व प्राचार्य डॉ. विवेक शर्मा ने बतौर मुख्य अतिथि कार्यक्रम में शिरकत की जबकि केंद्रीय विश्वविद्यालय धर्मशाला में दीनदयाल उपाध्याय अध्ययन केंद्र के निदेशक डॉ. इन्द्र सिंह ठाकुर ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की।
कार्यक्रम अध्यक्ष डॉ. इन्द्र सिंह ठाकुर ने अपने व्यक्तव्य में कहा कि हिंदी से जुड़े सभी लोगों के लिए, विशेषकर उन लोगों के लिए जो हिंदी साहित्य के उत्थान के लिए हर समय तत्पर रहते हैं उनके लिए हर दिन विशेष दिवस होता है। उन्होंने मानवता के हित में अपनी सनातन सभ्यता और संस्कृति को साथ लेकर चलने की बात कही व राजपुर महाविद्यालय को इस कार्यक्रम के आयोजन का सबसे उचित माध्यम भी बताया।


इस अवसर पर अपने उद्बोधन में डॉ. विवेक शर्मा ने हिंदी को आत्मीयता से अपनाने पर जोर दिया उन्होंने सभी कवियों को आभार व्यक्त करते हुए उन्हें सम्मानित किया। कवियों की पहाड़ी भाषा में छपी किताबों के लिए उन्होंने  महाविद्यालय के पुस्तकालय में एक विशेष प्रकोष्ठ स्थापित करने की भी घोषणा की ताकि भविष्य में विधार्थी पहाड़ी भाषा का ज्ञान प्राप्त कर पाएं। हिंदी भाषा के विकास के लिए भविष्य में भी इस तरह के आयोजनों के लिए सहयोग का आश्वाशन दिया।
हिमाचल प्रदेश,राष्ट्रीय कवि संगम के प्रान्त प्रभारी एवम शेष साहित्य सदन पपरोला, बैजनाथ के संस्थापक शक्ति चंद राणा ने अपने वक्तव्य में महाविद्यालय के युवा साहित्यकारों व प्राध्यापकों को सदन से जुड़ने के लिए आमंत्रित किया और हिंदी दिवस के अवसर पर महाविद्यालय में कार्यक्रम आयोजन के लिए निदेशक का धन्यवाद किया। सदन की अध्यक्षा श्रीमती  सुरेश लता अवस्थी ने धन्यवाद प्रस्ताव पेश किया।
इस अवसर पर महाविद्यालय के हिंदी विभाग की सहायक प्राध्यापक डॉ. शिल्पी और श्रीमती आमना तथा दीनदयाल उपाध्याय अध्ययन केंद्र के विद्यार्थियों ने भी अपनी रचनाएं प्रस्तुत की। महाविद्यालय के कला संकाय से सहायक प्राध्यापक डॉ. ध्रुव देव शर्मा, श्री सुमन कुमार, श्री अरविंद कुमार, सुश्री शिल्पा और विद्यार्थी भी इस अवसर पर मौजूद रहे।
हिंदी दिवस के उपलक्ष्य में महाविद्यालय में हिंदी सप्ताह के अंतर्गत निबंध प्रतियोगिता में प्रथम,द्वितीय और तृतीय पुरस्कार क्रमशः सादिया, साक्षी और अंशुल को दिया गया।
नारा लेखन प्रतियोगिता में प्रथम,द्वितीय और तृतीय पुरस्कार क्रमशः साक्षी, समीक्षा, अंशुल और खुशबू,
सुलेख लेखन प्रतियोगिता में प्रथम,द्वितीय और तृतीय पुरस्कार क्रमशः नेहा, अनिता,साक्षी,विशाखा और कार्तिक को,कविता पाठ प्रतियोगिता में प्रथम,द्वितीय और तृतीय पुरस्कार क्रमशःअंशुल, अनुष्का,आस्था देवनागरी लेखन प्रतियोगिता में कोमल,अमीषा संदल अंजुम और अतुल को मिला ।
समारोह में राष्ट्रीय कवि संगम और शेष साहित्य सदन के माननीय सदस्यों में सुरेश राज शर्मा, डा. सुरेश सुबेहिया,सत्येंद्र शर्मा, सर्वेश मिश्र, महाराज सिंह , संजय मेहरा, सुदेश दीक्षित, डॉ. जय अनजान, सुदेश दीक्षित मंजू शर्मा, रजनीश अवस्थी, हाकम भारद्वाज,प्यार चन्द सीपी, भूपिंदर सिंह जसरोटिया, कर्म चंद सीपी,राकेश रैना, रुचिका परमार, पारुल विज, जोगिंदर सिंह,सुमन शेखर,सुमन बाला, ओमप्रकाश प्रभाकर, कर्नल, वी.पी. सिंह, महेंद्र सिंह अर्श, कमलेश सूद,सुरेश लता अवस्थी, रविंद्रा, उषा कालिया ने अपनी कविताएं पढ़ी।

 

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