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Editorial; पालमपुर की ट्रैफिक समस्या: समय रहते समाधान जरूरी**

जनमंच :-बरसात और शादियों  त्यौहारों बरसात के दिनों में यह समस्या और अधिक विकट हो जाती है क्योंकि सभी लोग दोपहिया वाहन छोड़कर अपनी गाड़ियां निकाल कर शहर की और कूच करते हैं जिससे समस्या और विकराल हो जाती है।

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**पालमपुर की ट्रैफिक समस्या: समय रहते समाधान जरूरी**

Tct ,bksood, chief editor

पालमपुर, जो अपने प्राकृतिक सौंदर्य और शांत वातावरण के लिए प्रसिद्ध है, आज ट्रैफिक की गंभीर समस्या से जूझ रहा है। खासकर सर्दी के मौसम और बारिश के दिनों में यह समस्या और भी विकराल रूप ले लेती है। सुबह और शाम के समय ट्रैफिक जाम की स्थिति नागरिकों के लिए एक बड़ी परेशानी बन गई है। यह समस्या न केवल यातायात को प्रभावित कर रही है, बल्कि शहर की छवि को भी धूमिल कर रही है। ऐसे में, प्रशासन को इस समस्या पर गंभीरता से विचार करना चाहिए और ठोस कदम उठाने चाहिए।

पालमपुर में ट्रैफिक समस्या के कई कारण हैं। वेलफेयर ऑफिस के सामने मात्र 8 फीट की खुली जगह पर अवैध पार्किंग होना, शहर में अव्यवस्थित पार्किंग, और टेंपो पार्किंग की अनियंत्रित व्यवस्था इस समस्या को और भी बढ़ा देती है। त्योहारों के दिनों में तो स्थिति और भी भयावह हो जाती है। ग्रैंड प्लाजा से पुरानी सब्जी मंडी तक बनी खतरनाक नालियां भी इस समस्या को बढ़ाने में अहम भूमिका निभा रही हैं। ये नालियां न केवल पैदल यात्रियों के लिए खतरनाक हैं, बल्कि दोपहिया वाहन चालकों के लिए भी जोखिम पैदा करती हैं।

हालांकि, प्रशासन ने हाल ही में डीएसपी लोकेंद्र नेगी के नेतृत्व में कुछ तत्काल कदम उठाए हैं, जिससे ट्रैफिक की स्थिति में कुछ सुधार देखने को मिला है। लेकिन यह समस्या स्थायी रूप से हल होने के लिए दीर्घकालिक योजना की मांग करती है। प्रशासन को चाहिए कि वह शहर में चिन्हित स्थानों पर पार्किंग की व्यवस्था करे, टेंपो पार्किंग को विशेष स्थानों पर स्थानांतरित करे, और नालियों की मरम्मत करके सड़कों को चौड़ा करे। त्योहारों के दिनों में अधिक ट्रैफिक पुलिस की तैनाती भी एक प्रभावी समाधान हो सकता है।

कुछ निम्नलिखित सुझाव समाधान हो सकते हैं,

प्रमुख समस्याएं और संभावित समाधान

1. **वेलफेयर ऑफिस के पास पार्किंग की समस्या**
वेलफेयर ऑफिस के सामने मात्र 8 फीट की खुली जगह को पार्किंग के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है। यह अस्थायी पार्किंग ट्रैफिक जाम का एक प्रमुख कारण बनती है। प्रशासन को चाहिए कि इस जगह का उपयोग पार्किंग के लिए न करके, इसे अन्य स्थानों पर शिफ्ट किया जाए। इससे मुख्य सड़क पर वाहनों की भीड़ कम होगी और ट्रैफिक सुचारू रूप से चल सकेगा।

2. **अव्यवस्थित पार्किंग**
पालमपुर में कई स्थानों पर जहां भी थोड़ी सी खुली जगह दिखती है, वहां वाहन खड़े कर दिए जाते हैं। यह अव्यवस्थित पार्किंग ट्रैफिक को और भी जटिल बना देती है। प्रशासन को चाहिए कि वह शहर में चिन्हित स्थानों पर पार्किंग की व्यवस्था करे और अवैध पार्किंग पर सख्ती से रोक लगाए।

3. **टेंपो पार्किंग का स्थानांतरण**
टेंपो पार्किंग को सुबह और शाम के समय एक विशेष स्थान पर स्थानांतरित किया जा सकता है। इससे मुख्य सड़कों पर वाहनों की भीड़ कम होगी और ट्रैफिक का प्रवाह सुगम होगा।

4. **पुरानी सब्जी मंडी का उपयोग**
पुरानी सब्जी मंडी में 10-15 वाहनों के लिए पार्किंग की जा सकती है। इस स्थान का उपयोग पार्किंग के लिए करके ट्रैफिक जाम को कम किया जा सकता है। यह एक सरल और प्रभावी समाधान हो सकता है।

5. **त्योहारों के दौरान ट्रैफिक प्रबंधन**
त्योहारों के दिनों में ट्रैफिक की स्थिति और भी अधिक गंभीर हो जाती है। ऐसे समय में अधिक ट्रैफिक पुलिस की तैनाती आवश्यक है। विशेष ड्यूटी लगाकर ट्रैफिक को सुचारू रूप से चलाया जा सकता है।

6. **नालियों की मरम्मत**
ग्रैंड प्लाजा से लेकर पुरानी सब्जी मंडी तक खाई जैसी नालियां बनी हुई हैं, जो पैदल चलने वालों और दोपहिया वाहन चालकों के लिए खतरा बनती हैं। पीडब्ल्यूडी को चाहिए कि इन नालियों की मरम्मत करवाए ताकि लोग खुद को सुरक्षित महसूस करें और सड़क का उपयोग सुगम हो सके। इससे सड़क चौड़ी भी हो जाएगी, जिससे ट्रैफिक के दबाव में कमी आएगी।

पालमपुर के नागरिकों को भी इस समस्या के समाधान में अपनी भूमिका निभानी चाहिए। अवैध पार्किंग से बचना और ट्रैफिक नियमों का पालन करना हर नागरिक का कर्तव्य है। प्रशासन और नागरिकों के सहयोग से ही इस समस्या को नियंत्रित किया जा सकता है।

अंत में, यह कहना गलत नहीं होगा कि पालमपुर की ट्रैफिक समस्या एक गंभीर मुद्दा है, जिस पर तत्काल ध्यान देने की आवश्यकता है। प्रशासन को चाहिए कि वह इस समस्या के समाधान के लिए एक व्यापक योजना बनाए और उसे कड़ाई से लागू करे। केवल तभी पालमपुर अपनी खोई हुई शांति और सुव्यवस्था को वापस पा सकता है।

बरसात और शादियों  त्यौहारों बरसात के दिनों में यह समस्या और अधिक विकट हो जाती है क्योंकि सभी लोग दोपहिया वाहन छोड़कर अपनी गाड़ियां निकाल कर शहर की और कूच करते हैं जिससे समस्या और विकराल हो जाती है।

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