*सेवा का संकल्प: तिलक राज सूद और लता सूद का समाज के प्रति समर्पण!*
तिलक सूद और लता सूद की सेवा समर्पण किसी शोहरत या प्रचार प्रसार का मोहताज नहीं वह बिना किसी प्रचार प्रसार के निरंतर दान करते रहते हैं


सेवा का संकल्प: तिलक राज सूद और लता सूद का समाज के प्रति समर्पण!

पालमपुर के प्रतिष्ठित समाजसेवी श्री तिलक राज सूद और उनकी धर्मपत्नी श्रीमती लता सूद ने एक बार फिर सिद्ध कर दिया है कि सच्ची सेवा न तो अवसर की मोहताज होती है और न ही प्रचार की। इन्होंने सिविल अस्पताल पालमपुर को लगभग ₹28.16 लाख मूल्य की दो अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधाएं दान स्वरूप भेंट की हैं, जो आने वाले समय में असंख्य रोगियों के जीवन में राहत और उम्मीद का संचार करेंगी।
इनमें से पहली और सबसे महत्वपूर्ण सुविधा है एनेस्थीसिया वर्क स्टेशन, जिसकी लागत ₹15.96 लाख है। यह मशीन अस्पताल के ऑपरेशन थिएटर में स्थापित की गई है और आधुनिक सर्जरी के लिए बेहद आवश्यक है। इसके माध्यम से अब सर्जरी के दौरान मरीजों को और अधिक सुरक्षित तथा नियंत्रित तरीके से बेहोशी दी जा सकेगी।
इसके अलावा, इन्होंने ₹12.20 लाख की लागत से एक ऑडियोलॉजी यूनिट भी अस्पताल को समर्पित की है, जिसमें तीन उन्नत उपकरण शामिल हैं — प्योर टोन ऑडियोमीटर, इम्पीडेंस ऑडियोमीटर और OAE एनालाइज़र। यह यूनिट अब पालमपुर में ही कान की बीमारियों की जांच और नवजात बच्चों की श्रवण क्षमता की पहचान जैसी महत्वपूर्ण सेवाएं उपलब्ध करवाएगी, जिनके लिए पहले मरीजों को टांडा या धर्मशाला जाना पड़ता था।
इन दोनों सुविधाओं के साथ-साथ श्री तिलक राज सूद ने हाल ही में सूद सभा पालमपुर को ₹51,000 की राशि भी प्रदान की, ताकि वह जरूरतमंद और गरीब परिवारों की सहायता के लिए प्रयोग की जा सके।
इस अवसर पर श्रीमती लता सूद ने कहा,
> “हमने जीवन में कई तरह की सेवाएं और दान किए हैं, लेकिन इस बार हमें जो मानसिक शांति और संतोष मिला है, वह पहले कभी महसूस नहीं हुआ। ऐसा लगता है जैसे हमने वास्तव में कुछ सार्थक किया है।”
यह कथन केवल शब्द नहीं हैं, बल्कि उनके भीतर छिपी संवेदनशील सोच, सेवा का भाव और समाज के प्रति दायित्व की भावना को दर्शाते हैं।
स्वास्थ्य संबंधी चुनौतियों के बावजूद श्री तिलक सूद समाज सेवा के प्रति पूर्ण रूप से समर्पित हैं। वहीं श्रीमती लता सूद उनके हर कदम में उनकी सहभागी, मार्गदर्शक और प्रेरणा स्रोत बनी रहती हैं।
आज जब समाज में निःस्वार्थ सेवा की मिसालें कम होती जा रही हैं, ऐसे में यह दंपति एक जीवंत प्रेरणा बनकर उभरे हैं। पालमपुर ही नहीं, पूरी सूद बिरादरी और समाज इनका हृदय से अभिनंदन करता है और उनके उत्तम स्वास्थ्य एवं दीर्घायु की कामना करता है।