editorial :*बंग्लादेश_में_हिंदुओ_को_बनाया_जा_रहा_निशाना :-महेंद्र नाथ सोफत पूर्व मंत्री हिमाचल प्रदेश
भारत की विपक्ष की पार्टियों को भी इस विषय पर राजनीति न करके देश हित में सरकार का साथ देना चाहिए



8 अगस्त 2024–(#बंग्लादेश_में_हिंदुओ_को_बनाया_जा_रहा_निशाना)–

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार बंग्लादेश मे शेख हसीना सरकार के तख्तापलट के बाद वहां के अल्पसंख्यक हिन्दुओ पर हमले हो रहे है। बंग्लादेश के 27 ज़िलों मे हिन्दु मंदिर, घर और कारोबार को निशाना बनाए जाने की खबरें है। मेहरपुर के इस्कॉन मंदिर मे मूर्तियां तोड़ी गई है तो रंगपुर मे दो हिन्दु काउंसलर की हत्या कर दी गई है। सोशल नेटवर्किंग पर हिन्दु महिलाओं के असुरक्षित होने की बात भी कही जा रही है। स्मरण रहे आज भी बंग्लादेश की लगभग 8% आबादी हिन्दुओ की है। यह बात भी काबिले गौर है कि 1952 मे यह आबादी 22% थी जो अब घट कर 8% के करीब रह गई है। आज भी गुगल के अनुसार 1 करोड़ 30 लाख हिन्दु बंग्लादेश मे रह रहे है। इनके अतिरिक्त बंग्लादेश मे 19000 भारतीय रह रहे है जिनमे 8000 छात्र है। भारतीय और हिन्दुओ की सुरक्षा को लेकर भारत के नागरिको और भारत सरकार का चिंतित होना स्वभाविक है। हमारा बंग्लादेश मे रह रहे हिन्दु भाई-बहनो के साथ भावनात्मक रिश्ता है। यह लोग है जिन्होने विपरीत परिस्थितियों मे भी हिन्दु धर्म का झंडा बुलन्द रखा और धर्म परिवर्तन नहीं किया। उनको निशाना बनाए जाने के दो कारण बताए जा रहे है पहला कारण है कि इनमे अधिकतर लोग शेख हसीना के समर्थक है और दुसरा कट्टर पंथी मुस्लिम वहां के हालात का लाभ उठा कर अल्पसंख्यको को भयभीत कर उन्हे इस्लाम धर्म कबूल करवाने का इरादा रखते है। हालांकि विदेश मंत्री जय शंकर ने संसद मे कहा है कि हमे वहां पर भारतीय और हिन्दुओ की चिंता है। उन्होने यह भी कहा कि सरकार भारतीयो की सुरक्षा को लेकर बंग्लादेश के सेना प्रमुख के सम्पर्क मे है।
मेरी समझ मे केन्द्रीय सरकार को हिन्दुओ की सुरक्षा के लिए बंग्लादेश सेना और नई बनने वाली सरकार से कड़े शब्दों मे बात करनी चाहिए। यह मामला बंग्लादेश का आंतरिक मामला नहीं रह जाता है, क्योंकि वहां के लोग पलायन कर भारत का रूख कर सकते है। उनकी अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना पहले ही अस्थाई शरण ले चुकी है। अगर बंग्लादेश मे हिन्दुओ जो कि हमारे धर्म भाई है के मानवीय अधिकारो का हनन होता है तो हिन्दुस्तान की सरकार का कड़ा रूख अपनाते हुए दखल देना बनता है। ऐसे बहुत से उदहारण है जब मानवीय अधिकारों हनन के विरोध मे अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ने कई देशों मे दखल दिया है।दुखद बात यह है कि लगातार हिन्दुओ पर हमलो की खबरें आ रही है यह भी रिपोर्ट है कि सेना अल्पसंख्यको पर हो रहे हमलो को मूकदर्शक बन देख रही है और वहां का सुप्रीम कोर्ट भी संज्ञान नहीं ले रहा है। सरकार निश्चित तौर पर डिप्लोमेटिक चैनल से बातचीत कर रही होगी, परन्तु वहां के हिन्दुओ और भारतीयो की सुरक्षा को लेकर संशय बना हुआ है।भारत का आमजन विशेषकर हिन्दु यह चाहता है कि भारत सरकार मूकदर्शक न रह कर अंतरराष्ट्रीय प्रावधानों के अंतर्गत एक्शन मे दिखाई दे।
#आज_इतना_ही।



Palampur Himachal Pradesh.

Rotary Eye Hospital Maranda Palampur Best Price opticals in excellent quality
. “See The World Better, With Himachal Optical”