*लख दाता पीर मंदिर के सौंदर्यीकरण को दिए 5 लाख* *10 लाख से बनेगा सामुदायिक भवन* *दंगल मैदान में दर्शकों के बैठने को बनेंगी अतिरिक्त सीढियां*
*प्रदेश के मेलों का धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व : विपिन सिंह परमार*
*लख दाता पीर मंदिर के सौंदर्यीकरण को दिए 5 लाख*
*10 लाख से बनेगा सामुदायिक भवन*
*दंगल मैदान में दर्शकों के बैठने को बनेंगी अतिरिक्त सीढियां*

पालमपुर, 12 अप्रैल :- तीन दिवसीय लख दाता पीर ढाटी सांबा छिंज मेले के समापन समारोह की मुख्यतिथि के रूप में विधान सभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार ने शिरकत की और दंगल के विजेता पहलवानों को पुरस्कृत किया।
विधान सभा अध्यक्ष ने कहा कि मेले और उत्सव मनोरंजन के साथ साथ हमारी संस्कृति और परंपराओं संजोने और संरक्षित करने को बल मिलता है। उन्होंने कहा कि कोविड के कारण दो वर्षों के अंतराल के बाद मेले का आयोजन सम्भव हुआ है और लोग भी बढ़चढ़ कर भाग ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि लख दाता पीर ढाटी सांबा छिंज मेला का इस क्षेत्र का बड़ा आयोजन है जहाँ दंगल का आयोजन किया जाता है और उत्तर भारत के सभी राज्यों से पहलवान अपना जोहर दिखाते हैं। उन्होंने
मेला कमेटी और आयोजकों को बधाई दी।
उन्होंने कहा कि देव भूमि हिमाचल में आयोजित होने वाले सभी उत्सव का धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व है और प्रदेश के लोगों भावनाएं इनसे जुड़ी हैं। उन्होंने कहा कि उत्सवों के आयोजनों में जहाँ लोग अपना भरपूर सहयोग देते है वहीं सरकार द्वारा भी उत्सवों के सफल आयोजन को हर संभव सहायता उपलब्ध करवाई जाती है।
विधान सभा अध्यक्ष ने कहा कि लख दाता पीर मंदिर के सौंदर्यीकरण के लिये 5 लाख उपलब्ध करवा दिया गया है। उन्होंने छिंज मेला मैदान में लोगों के बैठने के लिये अतिरिक्त सीढ़ियों के निर्माण और बड़ा सामुदायिक भवन निर्माण के लिय भी 10 लाख तथा मेला कमेटी को 41 हजार देने की घोषणा की।
इस अवसर पर दंगल के लिये 52 हजार रुपये देने वाले रोहित जम्वाल प्रिंस तथा विशाल शांडिल को सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में भाजपा मंडल अध्यक्ष देश राज शर्मा, प्रधानाचार्य पुलिस ट्रेनिंग कॉलेज डीआईजी विमल गुप्ता, मेला समिति के अध्यक्ष कश्मीर सिंह राणा सचिव ओपी धीमान, राजिंदर कटोच, अनुज महल, केहर सिंह, मिलखी राम, कुलदीप चन्द राणा, कुलबीर राणा, ध्रुव सिंह गुलेरिया, ध्रुव चन्द चौधरी ज़िला परिषद सदस्य, मनोज शर्मा, सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी और क्षेत्र के गणमान्य लोग उपस्थित रहे।