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* गोविन्द जीवन संस्कृत महाविधालय में सम्मान एवं धन्यवाद समारोह में विधान सभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार ने बतौर मुख्यातिथि के रूप में शिरकत की* ।

पालमपुर, 24 अप्रैल :-श्री गोविन्द जीवन संस्कृत महाविधालय में सम्मान एवं धन्यवाद समारोह में विधान सभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार ने बतौर मुख्यातिथि के रूप में शिरकत की ।
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इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष ने महाविधालय के संस्थापक स्बामी प्रकाशानंद पूरी महाराज से आशीर्वाद लिया । स्वामी प्रकाशानंद पूरी महाराज द्वारा विधानसभा अध्यक्ष को शाल , टोपी व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित भी किया गया।
संस्कृत महाविधालय में आयोजित कार्यक्रम में उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए विधान सभा अध्यक्ष ने कहा कि संस्कृत हमारी सबसे प्राचीन भाषा है और इसे संरक्षित रखने के लिये प्रदेश व केंद्र सरकार द्वारा अनेको संस्थानों को संचालित किया जा रहा है ताकि संस्कृत भाषा का ओर अधिक विस्तार हो सके।
परमार ने कहा कि हिमाचल प्रदेश के जिला कांगड़ा के परौर में श्री गोविन्द जीवन संस्कृत महाविधालय एकमात्र महाविधालय है जहाँ अध्यनरत विधार्थियो को नि:शुल्क भोजन, छात्रावास, पुस्तकें व अन्य मूलभूत सुविधायें प्रदान की जा रहा है।उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा भी संस्कृत भाषा को उच्च स्तर पर ले जाने के प्रयास किया जा रहा है।
इस मौके पर स्वामी प्रकाशानंद पूरी महाराज द्वारा संस्कृत एवं वेदों के बारे जानकारी दी। उन्होंने इस संस्थान को संस्कृत महाविद्यालय देने के लिए प्रदेश सरकार का आभार प्रकट किया। उन्होंने कहा कि विधान सभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार का इस संस्थान को मान्यता प्राप्त दिलवाने में मत्वपूर्ण सहयोग रहा हैं।
इस अवसर पर विधान सभा अध्यक्ष ने महाविद्यालय की व्यक्तिगत विकास का भारतीय दृष्टिकोण पुस्तिका का विमोचन भी किया।
इस मौके पर महाविधालय के प्राचार्य डॉक्टर मस्त राम, स्वामी प्रेम चन्द , डॉक्टर अशोक चौधरी, डॉक्टर अश्विन प्राशु, अनिल नाग , श्री गोविन्द जीवन संस्कृत महाविधालय के अध्यक्ष प्रदीप ठाकुर , उपाध्यक्ष रवि कान्त , सचिव कैलाश शास्त्री महाविधालय के सचिव प्रोफेसर कैलाश शास्त्री , महाविधालय आचार्य सुशील शास्त्री, शैलेष भक्त , प्रधान परौर रोजी राणा , खरौठ के प्रधान सुनील कुमार, प्रधान बल्ला कृष्ण कुमार, पुष्प राज, सहित महाविद्यालय के प्राध्यापक, छात्र और गणमान्य लोग उपस्थित रहे।

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