*आयुष्मान_भारत_और_हिम_हेल्थ_केयर_योजनाएं_गुजर_रही_संकट_के_दौर_मे_से*
18 जनवरी 2023- (#आयुष्मान_भारत_और_हिम_हेल्थ_केयर_योजनाएं_गुजर_रही_संकट_के_दौर_मे_से) –
प्रतिष्ठित अंग्रेजी दैनिक की रिपोर्ट के अनुसार हिमाचल सरकार आयुष्मान भारत और हिमकेयर स्वास्थ्य योजनाओं मे 80 करोड़ रूपए की देय राशि की अदायगी करने मे विफल रही है। स्मरण रहे आयुष्मान भारत केन्द्र सरकार की नगद रहित स्वास्थ्य बीमा योजना है, लेकिन हिमाचल सरकार को इसमे 10% अपने हिस्से के जमा करवाने होते है। हिम हेल्थ केयर योजना पूरी तरह हिमाचल सरकार की अपनी योजना है और इसमे 100% हिमाचल सरकार को खर्च करना होता है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के नेतृत्व मे भाजपा सरकार की यह सर्वोच्च कल्याणकारी योजना थी और सभी के लिए उपलब्ध थी। आयुष्मान भारत केवल गरीब लोगो के लिए थी, जबकि हिम हेल्थ केयर मे हिमाचल के सभी नागरिक पात्र थे। हिमकेयर योजना मे लगभग 1100 रूपए के खर्च के बाद तीन साल के लिए परिवार के पांच सदस्य पांच लाख रुपए तक के मुफ़्त कैश लैस इलाज के लिए कवर हो जाते है। इन योजनाओं के अंतर्गत निजी अस्पतालों, निजी मेडिकल संस्थानों और सरकारी अस्पतालों को कैश लैस इलाज करने के लिए अधिकृत किया गया है।
आई एम ए के प्रवक्ता का कहना है कि पिछले कई महीने से इन योजनाओं की एवज मे बिलों का निजी मेडिकल संस्थानों और सरकारी अस्पतालों की रोगी कल्याण समिति को भुगतान नहीं हो पा रहा है। उनका कहना है कि राशि की अदायगी न होने के कारण हम भविष्य मे अधिक देर तक इन योजनाओं के अंतर्गत कैश लैस सुविधा को जारी नहीं रख सकेंगे। भले यह योजना भाजपा सरकार ने शुरु की थी लेकिन नई सरकार ने भी इन दोनो कल्याणकारी योजनाओं को जारी रखने की घोषणा की है। निश्चित तौर पर इन योजनाओं का सामान्य नागरिकों को बहुत लाभ हुआ है। आज जब इलाज बहुत मंहगा है तो यह दोनो योजनाएं सामान्य नागरिक के लिए बड़ा सहारा है। मेरा मुख्यमंत्री जी से आग्रह है कि वह स्थिति का संज्ञान लेते हुए अदायगी करवाएं ताकि यह योजनाएं बिना रूकावट के चलती रहें।
#आज_इतना_ही कल फिर नई कड़ी के साथ मिलते है।