*प्रदेश सरकार द्वारा तबादलों पर लगी रोक को हटा दिया गया है ! हिमाचल प्रदेश सरकार के सभी मंत्री कर सकेंगे तृतीय श्रेणी – चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के तबादले !*
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प्रदेश सरकार द्वारा तबादलों पर लगी रोक को हटा दिया गया है ! हिमाचल प्रदेश सरकार के सभी मंत्री कर सकेंगे तृतीय श्रेणी – चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के तबादले !
हिमाचल प्रदेश सरकार ने ग्रुप सी और डी यानी क्लास 3 और क्लास 4 कर्मचारियों के तबादलों से रोक को हटा दिया है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के निर्देश के अनुसार 21 अगस्त से 31 अगस्त और फिर 20 सितंबर से 30 सितंबर के बीच प्रतिबंध हट जाएगा। इस दौरान संबंधित कैबिनेट मंत्री ट्रांसफर आर्डर कर सकेंगे। इसके बाद फिर से प्रतिबंध लागू हो जाएगा। ट्रांसफर बैन की अवधि में सिर्फ मुख्यमंत्री को ही तबादला आदेश जारी करने का अधिकार है।
सोमवार को जारी आदेशों के अनुसार सभी प्रशासनिक सचिवों, विभाग अध्यक्षों, मंडल युक्त और जिला उपायुक्तों को ये निर्देश भेजे गए हैं। इसके अनुसार संबंधित मंत्री 3 साल का स्टे पूरा करने वाले कर्मचारियों के आवेदनों पर ही विचार करेंगे, लेकिन यदि प्रशासनिक जरूरत है तो 2 साल एक स्टेशन पर पूरा करने वाले कर्मचारी भी तबादले के लिए कंसीडर किए जा सकेंगे। ये तबादले कुल कैडर के 3 फ़ीसदी से ज्यादा नहीं होंगे। यदि तबादले का आवेदन कंप्रिहेंसिव गाइडिंग प्रिंसिपल 2013 के अनुसार नहीं है, तो मुख्यमंत्री को मामला अनुमति के लिए भेजना आवश्यक होगा। तबादला आदेश करती बार संबद्ध विभाग अध्यक्ष को यह भी ध्यान देना होगा कि आपदा राहत और पुनर्वास के कामों में लगे कर्मचारियों के तबादले न हों।
हिमाचल में तृतीय श्रेणी और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के तबादलों से सरकार ने हटाई रोक, एक अक्तूबर से फिर प्रतिबंध, government-lifts-ban-on-transfers-of-class-iii-and-class-iv-employees-in-himachal-ban-again-from-october-1 – https://www.etvbharat.com/hindi/himachal-pradesh/state/shimla/government-lifts-ban-on-transfers-of-class-iii-and-class-iv-employees-in-himachal-ban-again-from-october-1/hp20230822173340122122503
*हिमाचल में कर्मचारियों की ट्रांसफर से बैन हटा:* तृतीय और चतुर्थ श्रेणी कर्मियों को बदला जा सकेगा; एक अक्तूबर से फिर प्रतिबंध
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मुख्य मंत्री साहब ! तबादला भी नौकरी का एक एहम हिस्सा है और जैसा कि ये एक नीति है तीन साल एक जगह सेवा देने के बाद स्थानानंत्र व्यभारिक है लेकिन इन तबादलों में कुछ कर्मचारी जिनकी कोई राजनीतिक पहुंच नहीं होती है या बेवजह विपक्ष का समर्थक होने का ठप्पा लगा कर दूरदराज फैंका जाता है , ऐसा अन्याय किसी के साथ न हो इस बात का खास ध्यान रखने के निर्देश भी आप जारी करें , कुछ एक की खास मजबूरी घर में बूढ़े मां बाप या दोनों में एक भी हो सकता है ऐसी मजबूरी का भी साक्ष्य लेकर खास ध्यान रखा जाए
Dr lekh raj maranda