*Editorial :G 20 आयोजन भारत की मेहमाननवाजी और इसकी सफलता*
*Editorial :G 20 आयोजन भारत की मेहमाननवाजी और इसकी सफलता*
G 20
अगर आयोजन की बात की जाए तो मेहमानवाजी की तारीफ हर देश प्रमुख ने की है । भारत के लिए सब बडी सफलता अफ्रीकी यूनियन को G 20 में शामिल करवाना असाधारण है । इसके दूरगामी सकारात्मक परिणाम भारत के लिए होंगे और अफ्रीका में चीन का दखल प्रभावित होगा । सबसे बडी बात है कि विभिन्न मुद्दों पर असहमति होते हुए भी सहमति बनी । यह बात यूक्रेन और रूस के युद्व के बारे में बनी आपसी सहमति इस बात का प्रमाण है कि प्रधानमन्त्री और भारतीय विदेश मंत्री की कोशिशों का फल है और दुनिया भी इस बात को समझने लगी है भारत का स्टैंड सही है कि दुनिया एक परिवार के रूप में है और इसे इसी ढंग लेकर आगे बढ़ा जा सकता है । विशेष आर्थिक कोरिडोर का निर्माण अगर हो जाता है तो भारत की आने वाली नस्लों के लिए एक वरदान सिद्ध हो सकता है और भारत की तरक्की को चार चांद लगा सकता है , पूर्व और पश्चिम के बीच एक सेतु बनेगा व्यापारिक संबंधों के लिए और आने वाले समय में भारत की इज्जत मिडिल ईस्ट के देशों में बहुत बढ़ेगी । इस्लामिक देशों को भारत को साथ लेकर चलने के लिए जरूरी हो जायेगा और चीन शायद पिछड़ जायेगा । हमारी तकनीकी योग्यता का लोहा दुनिया मानने लगी है । अगर देहली घोषणा पर बात की जाए तो भारत का पलड़ा और दृष्टिकोण भारी पड़ता दिखाई देता है ।यूएनएससी के विस्तार पर भी तुर्किए प्रमुख का भारत के दृष्टिकोण के प्रति समर्थन स्वागत योग्य है । भारत और तुर्कीए के बीच सीमेंट व्यापार पर समझोता हुआ है । भारत का कैनेडा मे खालिस्तान आंदोलन पर कड़ा रुख सपष्ट करता है कि भारत सुरक्षा के मामले में गंभीर है और कनेडा के प्रधनमंत्री ने भी सपष्टता से कह दिया कि कैनेडा की सरकार का खालिस्तान समर्थको को कोई समर्थन नही है । अब देखने वाली बात यह है कि देहली घोषणा कितनी धरातल पर उतरती है । जहां तक हमारी अंदरूनी राजनीती है बेहतर है उसको अंतर्राष्ट्रीय मसलों से न जोड़ा जाए क्योंकि दोनो अलग अलग समस्याएं हैं । भारत की अंदरूनी समस्याओं का हल भी सरकार के लिए कड़ी चुनौती हैं , धर्म और जाति के नाम पर फैलता जहर देश की तरक्की को भी रोकता है और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत की बन रही छवि और उभरती शान को ग्रहण की तरह लगता है । इसलिए इस और भी ध्यान देना जरूरी है । अमेरिकी राष्ट्रपति की भारत और भारतीय प्रधानमंत्री की तारीफ के भी मायने है । मैं आर्थिक कोरिडोर को इस सम्मेलन की सबसे बडी उपलब्धि मानता हूं । फिलहाल इस सफल आयोजन के लिए भारत सरकार और भारतीय जनता को बधाई और मेरे पाठको को भी शुभकामनाएं ।
उबाली ।