*Editorial: हिमाचल_मे_बनी_16_दवाइयों_के_सैंपल_फेल* *Mohinder Nath Sofat Ex.Minister*


21 अक्टूबर 2023- (#हिमाचल_मे_बनी_16_दवाइयों_के_सैंपल_फेल) —

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार एक बार फिर हिमाचल मे निर्मित दवाइयों के 16 सैंपल फेल हो गए है। इससे पहले नकली दवाई बनाने के समाचार भी बद्दी- वरोटीवाला से आते रहे है। खबर के अनुसार सारे देश मे 62 सैंपल फेल हुए है और उसमे से 16 सैंपल हिमाचल मे निर्मित दवाइयों के है। जिन दवाइयों के सैंपल फेल हुए है उनमे एंटीबायोटिक,चमड़ी रोग, आंखो के रोग की दवाई और हाई ब्लड प्रेशर की दवाई शामिल है। सैंपल फेल होने के बाद हमेशा की तरह सम्बन्धित उद्योग को नोटिस देने और स्टाक को मार्केट से रिकाल करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
मेरे विचार मे यह प्रक्रिया एक कर्म- कांड से बढ़कर कुछ भी नहीं है क्योंकि हिमाचल मे निम्न स्तरीय और नकली दवाईयां जो की ब्रांडेड कम्पनी के नाम के लेबल लगा कर बनाई जाती है का कारोबार रूक नहीं पा रहा है। स्मरण रहे हिमाचल हाईकोर्ट भी इसका संज्ञान ले चुका है। अभी तक सरकार वहां दवाई की गुणवत्ता परखने के लिए वर्ल्ड क्लास प्रयोगशाला की स्थापना नहीं कर सकी है। हालांकि हिमाचल के स्वास्थ्य मंत्री हिमाचल मे बनने वाली दवाइयों की गुणवत्ता पर खड़े होने वाले प्रश्नों को नकारते रहे है लेकिन लगातार फेल होने वाले सैंपल और नकली दवाइयां बनने के समाचार उनके दावे को चुनौती देने के लिए पर्याप्त है।
मेरे विचार मे सरकार दवाई गुणवत्ता की जांच के लिए तुरंत प्रयोगशाला की स्थापना का काम पूरा करवाए। नकली दवाई निर्माण के आरोपियों के खिलाफ सख्त सजा का प्रावधान किया जाए। जिन उद्योगों के बार- बार सैंपल फेल हो रहे उनके लाइसेंस रद्द किए जाए। बार बार सैंपल फेल होने की पुनरावृति से हिमाचल और हिमाचल का दवा उद्योग देश भर मे बदनाम हो रहा है। उम्मीद है सरकार प्रदेश को इस बदनामी से बचाने के लिए कारगर कदम उठाएगी।
#आज_इतना_ही।