*Palampur:केन्द्र सरकार द्वारा यूनिटी माल प्रोजैक्ट के लिए 132 करोड़ की स्वीकृति मिलने से क्या अव इस भवन का जीर्णोद्धार होगा :- प्रवीन कुमार पूर्व विधायक*
केन्द्र सरकार द्वारा यूनिटी माल प्रोजैक्ट के लिए 132 करोड़ की स्वीकृति मिलने से क्या अव इस भवन का जीर्णोद्धार होगा :- प्रवीन कुमार पूर्व विधायक …..
. हिमाचल प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता श्री संजय शर्मा जी के उस ब्यान पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए समाज सेवा में समर्पित इन्साफ संस्था के अध्यक्ष एवं पालमपुर के पूर्व विधायक प्रवीन कुमार ने कहा जिसमें श्री शर्मा ने दावा जताया कि केन्द्र सरकार द्वारा 132 करोड़ मंजूर कर प्रदेश की विविधता को सामने लाने के लिए बहुत बड़ा प्रयास है। श्री शर्मा ने आगे कहा है कि इस प्रोजेक्ट के अन्तर्गत स्थानीय स्तर पर बनाये जाने वाले हस्त – शिल्प , हथकरघा व ग्रामीण विकास से जुड़े उत्पादों को बाजार व उसको एक छत के नीचे स्थान उपलब्ध करवाना है। पूर्व विधायक ने कहा इस तरह केन्द्र की उपरोक्त योजना के अनुसार हर जिले का उत्पाद इसमें शामिल किया जाएगा जिससे हर जिले को उसके उत्पाद से देश व विदेश में स्थान एवं पहचान मिल सके । पूर्व विधायक ने कहा केन्द्र सरकार की योजनानुसार जहां तक एक छत व स्थान उपलब्ध करवाने का सवाल है। ऐसे में पालमपुर विधान सभा क्षेत्र के अन्तर्गत डाढ झीकला नजदीक चामुण्डा माता मन्दिर पुल के साथ लांखो रुपयों की लागत से डी आर डी ए द्वारा इस “ग्रामीण भण्डार भवन” का निर्माण किया गया था । जहां महिला मण्डल , युवक मण्डल , सेल्फ हेल्प ग्रुप व स्वयं सेवी ( एन जी ओ ) इत्यादि संस्थाएं को स्वावलंबी बनाने के लिए उनके द्वारा तैयार उत्पाद के क्रय व विक्रय की कवायद एवं कसरत शुरू हुई थी ।अव यहाँ नाम का उत्पाद तो होता है लेकिन भवन की हालत बहुत खस्ता है। पूर्व विधायक ने कहा उन्होंने बेशुमार कीमती इस जगह पर स्थित इस भवन की दुर्दशा का मामला कई बारे प्रमुखता से उठाया लेकिन अव लगता है कि केन्द्र सरकार की उपरोक्त योजना के तहत इससे बढिया एक छत व उपयुक्त स्थल कहां मिलेगा। पूर्व विधायक ने प्रदेश सरकार एवं जिला प्रशासन का ध्यान फिर इस शानदार जगह पर स्थित भवन की ओर दिलाते हुए कहा है कि इस भवन की छत की चादरों को जंग खाये जा रहा है आगे घास उगी है ऐसे में लांखो रुपये से निर्मित इस भव्य भवन की हालत के दृष्टि गत केन्द्र सरकार की उक्त योजना से इस भवन का जीर्णोद्धार कर इसे ही प्रयोग में लाया जाए ।