Editorial*कहते हैं श्रद्धा शिक्षा से नहीं आती और दान धन से नहीं होता*
कहते हैं श्रद्धा शिक्षा से नहीं आती और दान धन से नहीं होता।
श्रद्धा संस्कारों से आती है और दान दिल से होता है ।
आपके पास पैसे कम है तो कोई बात नहीं ,आपका दिल दान करने के लिए ललायित है आपमे दान की भावना है तो आपको कोई नहीं रोक सकता।
अब नीचे की पिक्चर में जो यह है मैडम दिखाई दे रहे हैं यह पालमपुर की रहने वाली है शहर के सभी लोग इनको जानते हैं।यह परिवार बहुत मुश्किल से अपना गुजारा कर पाते हैं। लेकिन मैंने जब उनकी भक्ति और दान देने की इच्छा देखी तो सचमुच भाव विभोर हो गया।
इनके लिए ₹20 की कीमत बहुत अधिक हो सकती है परंतु प्रभु राम की प्राण प्रतिष्ठा के उपलक्ष में जो आयोजन चल रहे थे पालमपुर के पुराने बस स्टैंड पर राम कीर्तन में बिना हिचकिचाये बिना कुछ सोचे जेब में हाथ डाला और ₹20 का नोट निकला ,सर झुका कर प्रभु राम की फोटो के आगे प्रणाम किया और ₹20 का दान किया।
सचमुच बहुत ही भावुक पल था और हैरानी की बात तो यह है कि प्रोग्राम को चले हुए 15 से 20 मिनट हो चुके थे लेकिन किसी ने भी वहां पर अभी तक दान नहीं किया था और इन मोहतरमा ने भजन संध्या में आते ही बिना सोचे समझे जेब में हाथ डालकर दान कर दिया।
पूरी क्लिप आप वीडियो में देखिए सचमुच आप भी भाव विभोर हो जाएंगे कि उनकी दान देने की कितनी इच्छा थी,, कितनी श्रद्धा थी ,,,इनका भगवान राम पर कितना भरोसा है और कितना विश्वास करती हैं यह उनके चेहरे के हाव भाव से स्पष्ट दिखाई दे रहा है कि यह अपने भगवान पर कितना विश्वास करती है ।इनका परिवार भी पीछे खड़ा है वह भी श्रद्धापूर्वक भगवान के भजन सुन रहा है ।
पालमपुर का हर व्यापारी हर कर्मचारी इन्हें जानता है और पहचानता है।ये लोग साधन विहीन है साधन संपन्न नहीं है लेकिन मन में बहुत श्रद्धा है भगवान पर प्रति ,भाव है और दिल से दिलेरी भी है।
इनकी दिलेरी को कोटि-कोटि नमन 🙏🙏🙏
शायद किसी के हजारों का दान भी इनके ₹20 के दान के आगे कम पड़ेगा🙏🙏🙏
वीडियो देखने के लिए नीचे दिया गया लिंक क्लिक करें
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